रवीन्द्र भारती, खजौली, मधुबनी। जनवरी ३१, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
मधुबनीक सरकारी विद्यालय सब मे कंप्यूटर शिक्षक केर नियुक्ति मे फर्जीवाड़ाक मामिला सोझाँ आयल अछि । कोनो निजी कंपनी द्वारा बेरोजगार युवा सब केँ सरकारी विद्यालय मे नौकरी दियेबाक नाम पर लाखोंक ठगीक आशंका कैल जा रहल अछि । निजी कंपनी द्वारा शिक्षक केर रूप मे नियुक्ति पत्र बाँटि देलाक बाद विभिन्न विद्यालय मे कंप्यूटर केर पढाई सेहो शुरू कएल जा चुकल छल आर लगभग एक साल सँ कतेको शिक्षक विद्यालय मे पढेबाक कार्य योगदान सेहो दय चुकलाक बाद तनखा भेटबाक समय शिकायत केलापर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा मामिलाक जाँच कयल गेल आर ताहि जाँच मे फर्जीवाड़ाक बात सोझाँ आयल ।
हाल जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एहि फर्जी शिक्षक सब केँ विद्यालय सँ हँटेबाक निर्देशन प्रखण्ड शिक्षा अधिकारी सब केँ चिट्ठी लिखिकय देलनि अछि । चिट्ठी मे कहल गेल अछि जे विभिन्न स्रोत सँ ई जानकारी भेटल अछि जे कोनो निजी संस्था द्वारा प्रारंभिक स्कूल सब मे बगैर कोनो सृजित पद केर शिक्षक सभक बहाली भेल अछि जे फर्जी अछि आर विद्यालय सँ एहेन शिक्षक सबकेँ अविलम्ब हँटेबाक निर्देशन दैत अछि। एहि आदेश केर पालन करबाक रिपोर्ट सेहो मांगल गेल अछि आर ई पुष्टि करबाक लेल कहल गेल अछि जे कोनो विद्यालय मे एहि तरहक फर्जी नियुक्तिपत्रक आधार पर बहाल शिक्षक आब काज नहि कय रहला अछि।
पूरा मामिला धीरे-धीरे प्रकाश मे आओत, लेकिन एकटा बात त निस्तुकी अछि जे अंधेर नगरी आ चौपट राजाक हाल बिहारक शिक्षा तंत्र मे कायम अछि। कोनो निजी कंपनी द्वारा एतेक पैघ स्तरक घपला दिन-दहाड़े आ एतेक लम्बा समय सँ भऽ गेल लेकिन केकरो कानो-कान खबैर नहि। आब ओहि बेरोजगार युवक सभक कि होयत?