मुम्बई सँ दिल्ली पहुँचल दक्ष-विज्ञक टीम – ५ नवम्बर सिरिफोर्ट स्टेडियम मे मैथिल वर-वधू परिचय सभा

विचार

– प्रवीण नारायण चौधरी

दिल्लीक सिरिफोर्ट स्टेडियम मे मैथिल वर-वधू परिचय सम्मेलन ५ नवम्बर केँ – सम्पर्क करू सम्बन्धित पदाधिकारी लोकनि सँ

केकरो झूठ प्रशंसा कयला स प्रशंसा कयनिहारक नीति आ नियति दुनू पर प्रश्नचिह्न ठाढ होएत छैक, परञ्च सच्चा आ सुच्चा योगदानकर्ताक सराहनीय कार्य पर ठोकल-ठठायल प्रशंसा करब हमर प्रकृति मे रहल अछि। जी, अपने सहिये अन्दाज लगेलहुँ जे फेर हम कोनो अभियानक संचालन कयनिहारक ईमानदार आ कर्मठ प्रयासहि प्रति अपन किछु भावना राखब। आगामी ५ नवम्बर – मात्र तीन दिन बाद – दिल्लीक दिलवाली भूमि पर लगभग ५० लाख मैथिल समुदायक अलग-अलग जातिक लोक सभक प्रवास स्थल मे “मैथिल वर-वधू परिचय सम्मेलन” होमय जा रहल अछि। श्रीमती कुमकुम झा केर स्थानीय संयोजन मे आ स्वयं डा. सन्दिप झा (सन्दिप फाउन्डेशनक संस्थापक एवम् अध्यक्ष) मुम्बई सँ एहि आयोजन लेल अपन सर्वोत्तम योगदान दय रहला अछि।
 
कुमकुमजी सँ बहुत खास परिचय नहि रहलाक बावजूद कतेको कार्यक्रम सब मे संयुक्त सहभागिता सँ परिचय आ व्यक्तित्वक बुझाइ हमरा पास अछि। डा. सन्दिप झा संग हुनकहि मातृभूमि सिजौल (मधुबनी) स्थित बनाओल गेल अमेरिकाक व्हाइट हाउस लूक केर “सन्दिप युनिवर्सिटी”क ५ सितारा गेस्ट हाउस मे ओहने ५-स्टार चाह आ बिस्कुट संग वृहत् गप-शप करबाक मौका भेटल छल। संगहि डा. सन्दिप झा द्वारा नवागन्तुक छात्र सभ केँ कैरियर निर्माण लेल कयल गेल संबोधन सेहो सुनबाक अवसर भेटल छल। एहेन कर्मठ आ दृष्टिसम्पन्न व्यक्तित्व बहुत कम्मे एहि धराधाम मे देखबाक मौका भेटल अछि एखन धरि। मैथिली जिन्दाबाद पर कतेको बेर हुनका विषय मे आ हुनकहि दृष्टि सँ निर्मित सन्दिप विश्वविद्यालयक विषय मे लिखनहिये रही, मुदा किछु लोक एकरा चाटुकारिता बुझि परोक्ष आलोचना मे सेहो लागि गेलाह आ संभवतः ओ सब ईहो बिसैर गेलाह जे हमर जाहि नक्षत्र मे जन्म भेल अछि ताहि मे झूठ प्रशंसा आ यशगान केकरहु कोनो हाल मे नहि आ नहिये केकरो सँ कोनो अपेक्षा राखि गलत नियत सँ कोनो तरहक बखान-गान किनको करब। सन्दिपजीक समर्पण आ कार्यशैली मे जेहेन विकसित सोच अछि, स्वाभाविक रूप सँ वर्ल्ड स्टैन्डर्ड आ हाई फंडामेन्टल मैनेजमेन्ट केर सब गुण सँ ओ सम्पन्न छथि, बर्बस प्रशंसा करहे पड़ैत अछि।
 
दिल्ली केँ ओहिना हम ‘दिलवाली भूमि’ नहि कहैत छी। एतय लोक अत्यन्त व्यस्त अछि। घरक गृहिणी सँ लैत काजुल स्त्री-पुरुष सब नोट (टका) केर पाछाँ बेहाल रहैत अछि। कोहुना २ गो पाइ कमायब त अपन आ धिया-पुताक पेट पोसब। जखन कि मैथिल स्वभाव स आराम फरमेनिहार, होइ छै, हेतय, एखन कनेक चाह पिबू, पान खाउ, कने गाम भैर घुरि-फिरि लेल जाउ, आदि गुण सँ परिपूर्ण मैथिल केँ दिल्ली मे देखलापर अलगे रंग-ढंग अभरलाक कारण हम दिल्लियेक नाम ‘दिलवाली भूमि’ राखि देलहुँ – एतय बहुत दिल्लगी होएछ, केकरो सँ केकरो कोनो मतलब नहि, सब स्वार्थक पीड़ा मे १०४ डिग्री मियादी बुखार सँ जरैत रहैत अछि। बड़ा मोस्किल स एकटा चौक तकलहुँ – नाम रखलियैक ‘मिथिला चौक’ – ओतय संयोग सँ भांग, भजन, चाह, पान, चुरोट सब भेटल। सबटा अपनहि गामक लोक – कियो समस्तीपुर टोलक, कियो खगड़िया टोलक, कियो सहरसा टोल, कियो मधेपुरा टोल, पुर्णियां, अररिया, कटिहार…. सामने रोडक ओहि पार हनुमानजीक मन्दिर आ पूजारी सँ माली धरि सब मैथिल भेटल। तैँ नाम धैल ‘मिथिला चौक’। दिल्ली सँ दिल लागि गेल – कनाट प्लेस के ७ नंबर मेट्रो गेट सँ बाहर होएत देरी मुंह-मे-मुंह सटौने छौंड़ा-छौंड़ी सब देखिते घोघ तानि कोहुना रोड क्रौस करू आ खादी भंडार के बगले देने पहुँचि जाउ काली मन्दिर आ ओतहि अपन गामक इदरिश आ मुस्तकिमा जे नमाज पढत से मस्जिद अवस्थित छैक। मन्दिर-मस्जिद एक्के ठाम!
 
एहि सुन्दर दिल्ली – भारतक राजधानी मे स्थित ५० लाख मैथिल मे सँ बेर पर ५० गो नहि जूटनिहार जनमानस बीच मैथिल समन्वय समिति किछु दृश्य आ किछु अदृश्य उद्देश्यक संग ई आयोजन रखलक अछि। मैथिलक सब सँ पैघ समस्या जे विवाह योग्य वर आ कन्या कुमारे अवस्था मे रहबाक लेल बाध्य छथि – तिनका सब केँ पुनः कोना मिलन कराओल जाय, कोना फेर सँ प्रवासी बनि गेल मैथिल जनमानस बीच कुटमैतीक घोर समस्याक निदान ताकल जाय, कोना उचित जोड़ा मिलानी करैत मिथिला समाज मे पहिने जेकाँ हृष्ट-पुष्ट आ सज्जन ऋषि-मुनि समान सात्विक सन्तानोत्पत्ति प्रक्रिया निरन्तरता मे राखल जाय…. यैह सब चिन्तनक संग पैछला वर्ष मुम्बई मे सफलतापूर्वक सम्पन्न परिचय सभा एहि बेर दिल्ली मे राखल गेल अछि। विभिन्न सक्रिय संघ-संस्था आ ताहि मे चमकौआ मुंह-कानवला केँ पैछला कतेको मास सँ एहि आयोजन केँ सफल बनेबाक लेल डा. सन्दिप झा एवम् हुनकर दक्ष प्रशिक्षित कार्यदल मुम्बई सँ दिल्लीक बेर-बेर यात्रा करैत वर-वधू परिचय सम्मेलन मे कोना बेसी स बेसी सहभागिता होयत आ समस्याक निदान ताकब ताहि लेल कोशिश करैत एला अछि। दिल्लीक संघ-संस्था द्वारा होएत रहल आयोजन सँ ई कनेक भिन्न छैक – एतय एकटा टारगेट आउडियेन्स छैक जाहि मे वर आ कन्याक माता-पिता-परिजनक सहभागिता बेसी जरुरी छैक, ताहि सँ फियर प्वाइन्ट आ अनुभवहीनता सँ रिस्क (जोखिम) सेहो छैक। लेकिन आब चिन्ताक कोनो बात नहि…. काल्हि १ नवम्बर केँ मुम्बई सँ सीधा दक्ष-प्रशिक्षित कार्यदल दिल्ली मे लैन्डिंग कय गेलाह।
 
पंकज झा – दहेज मुक्त मिथिलाक पूर्व अध्यक्ष आ पैछला आयोजनक एक प्रमुख सूत्रधार, अनुभवी आ मिथिला समाजक एक-एक पक्ष सँ बाखूब परिचित राजकुमार झा पिछला एक सप्ताह सँ दिल्ली मे कैम्प कय रहल छथि से, धनंजय झा – यानि डा. सन्दिप झा केर दिव्य-दृष्टि संपन्न महाभारतक संजय – पूर्ण कार्यदक्ष आ विज्ञ – ईगल आइज सँ लैश कर्मठ व्यक्तित्व, अजयनाथ झा ‘शास्त्री’ – सामाजिक संजाल मार्फत मिथिला-मैथिलीक सरोकारपर अपन अलग विचार आ समसामयिक विषय पर आलोचकक भूमिकाक संग मिथिलाक्षर केँ पुनः जीबित करबाक मुहिम संचालन कयनिहार अनुभवी व्यक्तित्व – एहेन-एहेन कुल १२ गोट कमान्डर मुम्बई सँ काल्हिये दिल्लीक दिलवाली भूमि पर पहुँचि गेल छथि। रात्रीकालीन सेशनक बाद संयोगवश हमर मोबाईल पर धनंजय भाई केर मैसेन्जर कौल आयल आर फेर फोन द्वारा सविस्तार कार्यक्रमक तैयारी पर चर्चा भेल। कहला जे आब देखा चाही जे दिल्लीक कतेक लोक मे ई स्फूरणा आयल आर केहेन सहभागिता संभव होयत।
 
मैथिली जिन्दाबाद केर मार्फत सँ अपने सब केँ सुसूचित रखनहिये छी – हे दिलवाली भूमि पर मौजूद सम्पूर्ण मिथिलावासी – याद रहय जे खाली बाभने भाइ सब टा नहि, बल्कि सम्पूर्ण मैथिल जनसमुदाय – अपने लोकनि एहि विशाल सम्मेलन मे जरुर सहभागिता देबैक। धनंजय भाइ केर नम्बर छन्हि – ७७०९१८४४४७, पंकज भाइ के नम्बर छन्हि ९३२०४०५१६४. कोनो दुविधा आ शंकाक निवारण हिनका सब सँ कय सकैत छी। कतेको ठाम ई आशंका अछि जे एहि मे केवल आमंत्रण पत्र भेटनिहार टा जा सकैत अछि – ई सब बात हिनका लोकनि सँ फरिछा सकैत छी। www.maithil.org – एहि वेबसाइट मार्फत सेहो सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कय सकैत छी अनुमानतः। विशेष कि कहू – सब कियो पहुँचब आ ई आयोजन केँ सफल बनायब त आगाँ आरो भव्य आ वृहत् आयोजन सब होयत हम स्योर छी। समैध (सन्दिप बाबू आ प्रभात बाबू) जेकाँ आरो नव-नव लोक सब समैध बनबाक एहि आयोजन मे कियो गोटा छूटब नहि – एकरा चिट्ठी नहि तार बुझब!
 
हरिः हरः!!