मार्च २०, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
काल्हि १९ मार्च, २०१७ – दिन – रविवार आर भारत मे छुट्टीक दिन केर लाभ सब सक्रिय ओ काजक बेटा सब भरपूर उपयोग करबाक परंपराक तहत एकटा ऐतिहासिक दिन मानल जा सकैछ।
काल्हि बनगाँव – सहरसा मे विद्यापति स्मृति पर्व समारोह मनाओल गेल जाहि मे निजता, मौलिकता, मातृभाषा, स्वराज्य आदिक महत्वपर सेहो मंथन भेल।
तहिना झंझारपुर मे दिवा कथा गोष्ठीक आयोजन भेल जाहि मे अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् केर अध्यक्ष कमलाकान्त झा व प्रवक्ता डा. धनाकर ठाकुरक सान्निध्य मे दर्जनों कथाकार लोकनि अपन कथा वाचन करैत मैथिली भाषा ओ साहित्य प्रति प्रतिबद्धता प्रकट कएलनि।
कोलकाता मे मिथिला विकास परिषद् द्वारा सेहो साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक कार्यक्रमक आयोजन कएल गेल जाहि मे राम भरोस कापड़ि भ्रमर सहित विभिन्न सर्जक लोकनि केँ सम्मानित कएल जेबाक समाचार अछि।
दिल्लीक केन्द्रीय सचिवालय मेट्रो नजदीकक बगीचा मे ‘आकास तर बैसकी’क तर्ज पर ‘साहित्यिक चौपाड़ि’क श्रृंखलाबद्ध आयोजन सेहो कएल गेल, जेकर विस्तृत जानकारी मनीष झा बौआभाइ बाद मे देब कहैत अपन फेसबुक सँ आम जनतब करौने छथि।
दिल्ली मे पंचतारा होटल मे डा. संदीप झा द्वारा मैथिल समन्वय समितिक ‘दिल्ली चेप्टर’ केर स्थापना हेतु एकटा बैसार कएल गेल जाहि मे आगामी नवम्बर २०१७ मे पैछला वर्षक तर्जपर अहु बेर मैथिल वर-वधू परिचय सम्मेलनक आयोजन दिल्ली मे करबाक नियार लेल गेल अछि। ई जनतब दहेज मुक्त मिथिलाक राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज झा करौलनि अछि। विस्तार सँ समाचार अपेक्षित अछि।
एकर अतिरिक्त छोट-पैघ आरो विभिन्न कार्यक्रम सब विभिन्न स्थान सब पर आयोजन कएल जेबाक समाचार भेटल अछि।
बुझले होयत जे आइ कतेको सौ वर्ष सँ मैथिली-मिथिला अनाथ बनि बिना कोनो निस्तुकी बाट बनौने अपने लोकक जागरुकताक कारण बाँचि रहल अछि। भारतक केन्द्र सरकार कने-मने दहिन रहितो प्रदेश मे मैथिली मे सरकारी विज्ञापनो केर खर्च पर्यन्त नहि देल जाएछ आर मिथिला उत्सव मधुबनी मे आयोजित कय ओतहु हिन्दीक अफीम मिथिला जनमानस केँ खुआयल जाएछ, जाहि सँ बिहारक उपनिवेशी कहाएत मिथिलाक सनातन इतिहास अन्तिम प्राण लय सकय – ई राज्यक उपेक्षाक चरम कहल जा सकैछ। तथापि, स्वयंसेवा आ स्वसंरक्षण सँ सनातन जिबैत मैथिली-मिथिला लेल काल्हिक दिन समान हरेक दिन हो ई कामना हरेक अभियंता करैत अछि, यैह सौभाग्य मानि सकैत छी।