चन्द्रयान, चरौदा आ भरत कुमार

प्रेरणादायक कथा

अनुवादः प्रवीण नारायण चौधरी

“चंद्रयान, चरौदा आ भरत कुमार”
 
(एक लेख जे सब बच्चा केँ पढ़बाक चाही)
 
स्रोतः दैनिक सर्कल
 
आइ साँझ 6.04 बजे चंद्रयान 3 के लैंडर (विक्रम) आर रोवर (प्रज्ञान) वला एलएम चंद्रमाक दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र लग उतरत। चाँद मे एहि जगह उतरयवला भारत पहिल देश बनत। ई भारतीय प्रतिभाक एक गोट अनुपम उदाहरण थिक जे ISRO के माध्यम सँ साकार भ’ रहल अछि।
आब कनी धरतीक एकटा कस्बा चरौदा (छत्तीसगढ़) पहुंचैत छी। एतय एकटा लड़का छल के. भरत कुमार। भरत के पिता बैंक मे सुरक्षा गार्ड छथि आर बच्चा सब केँ नीक शिक्षा दियय चाहैत छलथि। एहि लेल आर्थिक समस्या बाधा दैत छलन्हि। त, भरतक माय चरौदा मे एकटा झोपड़ी (सड़कक किनार लटखेना टाइप दोकान) पर इडली चाय बेचबाक काज शुरू कयलीह। चरौदा मे रेलवे के कोयला उतरैत आ चढ़ैत छैक। कोयलाक एहि काला गर्दाक बीच भरत माय के संग लोक सब केँ चाय दय कय, प्लेट्स धोकय परिवारक जीविका आर अपन पढ़ाई लेल मेहनत कय रहल छल।
भरत के स्कूली पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय चरौदा मे होबय लगलैक। जखन भरत नौवीं मे छल, फीस के दिक्कत सँ टीसी कटबेबाक नौबत आबि गेल छलैक। मुदा स्कूल फीस माफ कयलकैक आ शिक्षक सब कॉपी किताब के खर्च उठेलनि। भरत 12वीं मेरिट सँ पास कयलक आर ओकर IIT धनबाद लेल सेहो चयन भेलैक। फेर आर्थिक समस्या बाधा बनि ठाढ़ भेलय तखन रायपुर के उद्यमी अरुण बाग आर जिंदल ग्रुप भरतक सहयोग कयलकैक। एतहु भरत अपन प्रखर मेधाक परिचय देलक आर 98% सँ IIT धनबाद मे गोल्ड मेडल हासिल कयलक।
जखन भरत इंजीनियरिंग के 7वाँ सेमेस्टर मे रहय तखन ISRO ओहिठाम अकेले भरत के प्लेसमेंट मे चयन कयलक आर आइ भरत एहि चंद्रयान 3 मिशन के हिस्सा अछि।
आइ मात्र 23 साल के हमरा लोकनिक ई युवा चंद्रयान 3 केर टीम के सदस्य के रूप मे ‘गुदड़ी के लाल’ कहावत केँ सही साबित कय रहल अछि।
भरत केँ बहुत बधाई आर शुभकामना आ ISRO केँ सलाम!
 
नोटः हमरा ई लेख बहुत प्रभावित कयलक। हम अपन बच्चा सभक संग पूरा मैथिलीभाषी संसार लेल मैथिली मे पोस्ट अनुवाद करैत साझा कय रहल छी।
 
हरिः हरः!!