विचार
– रमन सिंह
आजुक समय मे जुगाड़ बहुत काज आबै छै। दुनिया मे जुगाड़ू लोकक कोनो कमी नहि छैक। विशेष रूप सं मिथिला मे एहन लोक अहां कें डेगे-डेग पर भेटि जायत।
ओना मैथिल लोकक मूल पहिचान ई नहि थिक। मैथिल लोक अपन मधुर वाणी, मृदु व्यवहार, कठोर श्रम आ तपस्या के संग विरल प्रतिभा आ विलक्षण विद्वता लेल चिन्हल जाइत रहलाह अछि। एकरा अलावे परम संतोषी स्वभाव, धैर्य आ आचार निष्ठा मैथिल लोकक विशेषता थिक।
मुदा ई सब परिचिति आब पुरान पड़ि गेल अछि। मैथिल जन अपन एहि विशेषता सब कें तियागि रहल छथि। सर्वत्र विजयी हेबाक लिलसा मैथिल जन कें एना गछाड़ि लेने अछि, जे ओ एकहु रत्ती लाज नहिं करैत छथि, आ खुलि कें स्वीकार करैत छथि, जे बहुत सेटिंग करय पड़ल। एहने लोक लेल कहल गेल छैक जे एकांग लज्जा त्यजते सर्वत्र विजयी भवेत्।
ई सेटिंग परहित लेल नहि, अपितु अपन निहित स्वार्थ लेल कयल जायत अछि। सेटिंग करला सं गेटिंग होइत अछि। एहि सेटिंग -गेटिंग कें ठेठ भाषा मे जुगाड़ टेक्नोलॉजी कहल जाइत छैक, तं किछु लोक एकरा ग्लैमराइज भाषा मे नेटवर्किंग सेहो कहैत छैक। मैथिल लोक पहिने मातृभाषा सेवी, मिथिला सेवी आ अपन लोक संस्कृति के सेवी होइत छलाह, मुदा आब ओ टेक-सेवी भ’ गेलाह अछि, में हुनका सबकें आब नेटवर्किंग बेसी सोहायत छनि। आ यैह नेटवर्किंग मे हुनक दिन-राति बितैत छनि।
नेटवर्किंग आ जुगाड़ सं तत्काल सफलता भेटैत छैक, मुदा जेकरा पैघ दौड़ या लंबी रेस कहल जाइत छैक, ओहि मे ई जुगाड़ टेक्नोलॉजी किन्नहु काज नहि अबैत छैक। एहि जुगाड़ टेक्नोलॉजी सं अहां पद, पुरस्कार, आ पाई तं पाबि सकैत छी, मुदा प्रतिष्ठा नहि। लोक मे प्रतिभा पाबै लेल प्रतीक्षा करय पड़ैत छैक, प्रसिद्धि पाबै लेल सिद्धि चाही आ सिद्धि लेल चाही साधना। बिना साधना आ सिद्धि के भेटल प्रसिद्धि अहांकें संदेहास्पद बनबैत अछि।
ई जुगाड़ टेक्नोलॉजी मैथिली भाषा साहित्य लेल विनाशकारी साबित भ’ रहल अछि। आबहु चेति जाउ, अन्यथा एखन तं मात्र भाषा पर चौतरफा हमला शुरू भेल अछि, बाद मे हमरा सभक परिचितियो बदनाम भ’ सकैत अछि। खराब पहिचान के परिणति एकहि नै अनेक पीढ़ी कें भोगय पड़ैत छैक जेकर सद्यह उदाहरण बिहारी पहिचान थिक। तें मैथिल आ मैथिली आ मिथिला के असली दुश्मन कोनो मगहिया राजा नहि, अहांक घरे मे बैसल जुगाड़ी सब अछि। जे लोकनि एहि सब प्रपंच आ सेटिंग गेटिंग सं अलग रहि सतत साधना मे लागल छथि, हुनका सब करें बधाई जे ओ इतिहास मे कलंकित हेबा सं बांचि गेलाह। जे जुगाड़ टेक्नोलॉजी सं सफलता प्राप्त केलनि, हुनको बधाई जे ओ इतिहास के कूड़ेदान मे अपना लेल जगह आरक्षित करेबा मे सफल भेलाह। जय मिथिला जय मैथिली।