फिल्मजगत’क पहिल मैथिल नायक : त्रिदीप कुमार
– किसलय कृष्ण
मिथिलाक माटि बहुआयामी प्रतिभा सँ भरल अछि आ सभ क्षेत्र मे आरम्भहि सँ अपन सार्थक हस्तक्षेप दैत आयल अछि । आइ गप्प करैत छी अभिनयक क्षेत्र मे सक्रिय रहल एकटा एहने मैथिल प्रतिभाक संदर्भ मे । भारतीय सिनेमा संसार मे मिथिलाक सहभागिता आरम्भहि सँ रहल अछि । ओना तँ विद्यापति नामक हिन्दी फिल्म सँ वालीवुड मे मिथिलाक उपस्थिति पछिला सदीक तेसरे दशक मे पूर्ण भ’ गेल छल, मुदा कोनो मैथिल व्यक्तित्व केँ रजतपटल पर नायक बनबाक संजोग छठम दशकक आरम्भे मे भ’ गेल छल आ ओ अभिनेता छलाह सुदर्शन व्यक्तित्वक स्वामी त्रिदीप कुमार , जे 1962 मे दुलाल गुहा’क निर्देशन मे बनल ‘अपराजिता’ सँ अप्पन नायकीय पारी आरम्भ कयने रहथि । ओना ओतय सहायक निर्देशकक रूप मे हुनक सक्रियता पाँच वर्ष पहिनहिं सँ छलन्हि ।
ओ प्रसाद प्रोडक्शन’क दर्जनों फिल्मक सहायक निर्देशकक रूप मे काज कयलन्हि, जाहि मे छोटी बहन, ससुराल, बेटी-बेटे, हमराही, गुनाहों की दुनियां आदि प्रमुख अछि । नायक रूप मे त्रिदीप कुमार अभिनीत फिल्म ‘विद्यार्थी’ हिट रहल छल ।1966 मे प्रदर्शित एहि फिल्मक नायिका छलीह सुरेखा । मैथिली मे पहिल बेर आरम्भ भेल फिल्म ‘ममता गाबय गीत’क नायकक भूमिका मे हिनके उपस्थिति रहनि, मुदा दुर्भाग्यवश फिल्मक निर्माण आ प्रदर्शन मे करीब दूइ दशकक देरी सँ नहिएं फिल्मम सफल भ’ सकल आ नहिंए ई पहिल फिल्म रहि सकल मैथिलीक, मुदा त्रिदीप कुमार एहि महत्वपूर्ण सिनेमाक नायक रूप मे सदिखन चर्चा मे रहलाह । एकटा भोजपुरी फिल्म ‘सोलहो सिंगार करे दुलहिनिया’ मे सेहो हीरो’क रूप मे उपस्थिति दर्ज कयनिहार मिथिलाक सपूत त्रिदीप ससुराल, बेटी बेटे, गुनाहों की दुनिया आदि मे सेहो छोट, मुदा सशक्त भूमिका सभ केँ जीवन्त कयलन्हि । नितीन बोस निर्देशित देश के दुश्मन, अनजान राहें, राजू मेरा नाम आदि मे केन्द्रीय भूमिका कयनिहार त्रिदीप कुमार बतौर निर्माता ‘श्याम तेरे कितने नाम’क निर्माण कयलन्हि, जाहि मे सचिन आ सारिका मुख्य भूमिका मे रहथि । अप्पन माटि सँ सिनेह राखयवला ई व्यक्तित्व दूरदर्शन लेल तेरह कड़ी’क हिन्दी धारावाहिक ‘विद्यापति’क निर्देशन सेहो कयलनि, जाहि मे अरूण गोविल संग रेणुका शहाणे मुख्य भूमिका कयने रहथि, तँ प्रसिद्ध साहित्यकार विभूति आनन्द विद्यापतिक गीत सभक भाषान्तरण । एहि तरहेँ देखल जाय तँ वालीवुडक परिदृश्य मे त्रिदीप कुमार बहुआयामी व्यक्तित्व रूप मे परिगणित छलाह । हुनक नजदीकी लोक सभ कहैत छथि जे ओ ईमानदार आ चमचागीरी सँ दूर रहयवला तुनकमिजाजी स्वभावक लोक छलाह आ तेँ वालीवुड मे हुनक प्रतिभा केँ दबाओल जयबाक काज भेल ।
आउ आब हिनक परिचय जनबाक लेल । आरम्भिक काल मे अभिनयक उड़ान भरयवला मिथिलाक एहि सपूत त्रिदीप कुमार’क जन्म ७ अप्रैल १९३६ ( किछु लोक १९३३ सेहो कहलनि) केँ पूर्वी चम्पारण जिलाक सुगौली प्रखण्डन्तर्गत सुगाँव नामक गाम मे भेल रहनि । पिता धरणीकान्त झा आ माताक नाम रहनि देवकी देवी आ त्रिदीप’क मूलनाम भवनाथ झा छलन्हि। बेतियाक किला मोहल्ला स्थित अपन घर मे रहि मिशनरी स्कूल मे शिक्षा प्राप्त करैत आगू उच्च शिक्षा लेलन्हि आ सिनेमाइ आकर्षण सँ मुम्बई विदा भ’ गेलाह । सुदर्शन व्यक्तित्व आ प्रतिभाशाली हयबाक कारणेँ हुनका मुम्बई मे बेसी संघर्ष नहि करय पड़लन्हि । हिनक विवाह मधुबनी जिलाक बेनीपट्टी अंचल मे त्योंथा’क मंजू झा सँ भेल छलन्हि । दुनू पुत्र प्रणव आ कौशल संग सुपुत्री तुलिका केँ नीक शिक्षा आ संस्कार देलन्हि । पुत्रीक विवाह प्रसिद्ध राजनेता आ पूर्व केन्द्रीय रेलमंत्री ललित नारायण मिश्र’क पुत्र विकास मिश्रा सँ छन्हि, तँ दुनू पुत्र सम्प्रति यूएसए मे प्रवास पर ।
सम्बन्ध मे त्रिदीप कुमार’क सार आ साहित्यप्रेमी शुभेषचन्द्र झा हुनका स्मरण करैत कतेको संस्मरण सभ सुनबैत छथि, तहिना सुगाँव निवासी हुनक भातिज रवीन्द्रनाथ झा सेहो हुनक प्रतिभासम्पन्न होयबाक खिस्सा सभ सुनबैत भावुक भ’ जाइत छथि । वालीवुडक देहरी पर दस्तक देनिहार एहि पहिल मैथिल नायक’क देहावसान २८ मार्च २०१४ केँ भ’ गेलन्हि । आब ओ सशरीर एहि दुनिया मे नहि छथि, मुदा फिल्मी दुनियांक पटल पर हुनका एखनहुँ देखल जा रहल अछि आ सदिखन एहि माध्यमे ओ जीबैत रहताह । निश्चित रूप सँ हुनक उपलब्धि मिथिलाक लेल ऐतिहासिक रहल अछि । श्रद्धासुमन माटिक एहि सपूत केँ ।