सन्दर्भवश खास चर्चाः अबोध बालक प्रद्युम्नक हत्याक कारण कि?
हालहि घटल वीभत्स घटना – गुरगाँव स्थित रेयान इन्टरनेशनल स्कूल केर कक्षा २ मे अध्ययनरत बच्चा प्रद्युम्न ठाकुर केर हत्या गला काटिकय कएल गेल। विद्यालयक ट्वाइलेट मे कथित रूप सँ स्कूल बस केर कन्डक्टर अशोक कुमार द्वारा एहि बच्चाक हत्या कएल जेबाक बात सोझाँ आयल अछि। बकौल कन्डक्टर प्रद्युम्न ओकरा गलत कार्य करैत देख लेलक आर ताहि कारण ओ हताशा मे ओकरा चुप करेबाक क्रम मे गला पर चक्कू मारि आ गला रेति सदा-सदा लेल आवाज बन्द कय देलक। एक बेर मे ई बात बुझाएत अछि जे स्कूल बस केर कन्डक्टर दुर्व्यसनक शिकार छल, ओ स्कूलक हाता भीतर अपन काम-वासनाक अग्नि केँ शान्त करबाक कूचेष्टा केलक जे ओ अबोध ७ वर्षक बच्चा देख लेलक अथवा ओकर कूचेष्टाक विरोध करैत हल्ला मचेबाक कोनो प्रयास कएलक, परिणामस्वरूप ओ कन्डक्टर धरफराकय ओकर आवाज बन्द करबाक लेल गला ऊपर चक्कू सँ वार कय हत्या कय देलक। एतय सवाल ईहो ठाढ होएत छैक जे कन्डक्टर केँ हत्याक आरोप अपना सिरे लेबाक लेल कोनो अंजान शक्ति रहस्यमयी ढंग सँ आगू ठाढ केने हो – हत्याक कारण अहू सँ बेसी गम्भीर आ घातक हो।
मुदा सब सँ गम्भीर सवाल ई ठाढ होएछ जे दुष्कर्म केर कुत्सित प्रयास – एहि मे अबोध बच्चा केर पक्ष बनबाक बात – आर फेर दुष्कर्मक एहि प्रकरण पर पर्दा डालबाक लेल एहेन खतरनाक प्रहार ‘विद्यालय चहारदिवालीक भीतर’ – एहेन दुरावस्था – दंडहीनता आ लापरवाहीक बात – आ सेहो एक तथाकथित अन्तर्राष्ट्रीय स्तरक विद्यालय मे; अपराधी प्रवृत्तिक मनुष्य कतेक नीच कर्म पर उतारू अछि ई सवाल संपूर्ण मानव समुदाय लेल चिन्ताक विषय भेल।
हरेक माता-पिता अपन बच्चा केँ विद्यालय शिक्षा ग्रहण करैत अनुशासनक पाठ सिखबाक लेल पठबैत अछि। विद्याक मन्दिर मे दुर्व्यसनी आ अपराधी पहुँचत ई कल्पना तक करय योग्य बात नहि थिक। ओतय त माँ-बाप समान शिक्षक आ परिचालक सब सेवा-सुश्रुषा लेल उपलब्ध अछि। बच्चा केँ प्यास लागत त पानि पियेबाक काज करत। ओकरा शौच कर्म करबाक हेतैक त ताहू मे मददि करतैक। लेकिन वर्तमान घटना मे विद्यालय काल-कोठरी सिद्ध भेल अछि। विद्यालयक प्रशासन सन्देहक घेरा मे अछि। एकटा अबोध बच्चाक खून रहस्यमयी ढंग सँ अत्यन्त निर्दयी बनिकय कएल गेल अछि। विडंबनापूर्ण ईहो बात छैक जे एहि विद्यालय मे पहिनहुँ एनाही कोनो बच्चाक खून रहस्यमयी तरीका सँ कय देल गेल छलैक। आब प्रद्युम्नक अभागल माता-पिता आ परिजनक संग सम्पूर्ण मिथिलावासी, देशवासी कतबो चिचियायत – प्रद्युम्न फेर वापस नहि आबयवला अछि। तखन प्रद्युम्न समान अन्य बच्चा संग एहेन अमानवीय घटना नहि घटौक ताहि लेल देशक सर्वोच्च न्यायालय तक पूर्ण जागरण कय रहल अछि। हरियाणा सरकार – मुम्बई हाई कोर्ट – केन्द्र सरकार आ पुलिस प्रशासनक संग-संग सीबीआइ सेहो जागरुक अवस्था मे आबि गेल अछि।
जेना एखन कन्डक्टर केर नाम अपराधिक गतिविधि मे शामिल भेल अछि – तहिना आजुक घोर कलियुग मे आरो-आरो लोक सब कुंठित मानसिकता सँ अपराध करबाक फेरी मे पकड़ल जाएत रहल देखाएछ। कतहु शिक्षक आ छात्र बीच अबैध शारीरिक संबंध त कतहु छात्र-छात्रा बीच अबैध संबंध – ई सब समाज मे पसैर रहल यौन अपराधक बढैत संजाल थिक। समाज मे जाहि तरहें फिल्म, सीरियल, इन्टरनेट, टेलिविजन, मोबाइल आदिक माध्यम सँ परोसल जा रहल छैक – एकर दुष्परिणाम सब थिक जे लोक काम-वासनाक अड्डाक रूप मे विद्याक मन्दिरहु केँ दुरुपयोग करय सँ नहि चूकैत अछि। हवस केर भूख एहेन खराब होएत छैक जे अबोध बच्चा तक केँ शिकार बनाबय लेल तत्पर रहैत अछि मनुक्खक रूप मे जानवर सब।
प्रद्युम्न संग दोसर कोनो दुश्मनी केकरो रहैक तेहेन बात कतहु सँ सुनय लेल नहि भेटल अछि। नहिये प्रद्युम्नक साधारण माता-पिताक केकरो सँ कोनो आपसी दुश्मनीक कोनो गतिविधि कतहु सुनलहुँ। ई हर दृष्टि सँ विद्यालय भीतर पसरल अबैध यौन अपराधिक संजाल केर साइड इफेक्ट छोड़ि आन किछु नहि थिक। आइ ओ अबोध प्रद्युम्न एकर शिकार भेल अछि, आबयवला समय मे एहेन संजालक गतिविधि आरो कतेको केँ चपेट मे लेत ई कहब संभव नहि अछि। एहि अपराधक जैड़ मे अनुशासनहीनता आ कामूक वस्तुक फ्री वितरण ओ प्रसार केँ हम मानैत छी। आइ जाहि तरहें ब्लू फिल्म केर क्लीप्स सर्वत्र सहजे उपलब्ध भ रहल अछि, जाहि तरहें शराब व अन्य नशाक बिक्री आम भऽ गेल अछि – आर ई सब वस्तुक प्रयोग कतय धरि सीमा मे रहि गेल अछि – एकरा कारण समाजक दशा-दिशा सब धीरे-धीरे दूषित भेल जा रहल अछि। वर्तमान केस मे विद्यालयक प्रशासन आ व्यवस्थापन पक्ष पूर्ण दोषी आ सजाक हकदार अछि जे आखिर ‘सीसीटिवी कैमरा’ केर व्यवस्था रहैत ओ खराब कियैक निकलल आर एकर मूल मे कि कारण छैक। कन्डक्टर या आन कोनो स्टाफ लेल विद्यालयक समय मे विद्यार्थी प्रयोगक क्षेत्र मे प्रवेशाधिकार कोना आ के देलकैक। ई सब गोटेक प्रश्न बहुत महत्वपूर्ण अछि जेकर समाधान तकबाक चाही। दोषी केँ सख्त सँ सख्त सजा भेटबाक चाही, ओहो फास्ट ट्रैक कोर्ट सँ।
हरिः हरः!!