फेरो फहरायत झंडा मैथिली केर सुपौल मेः ३० जून केँ मनाओल जायत मिथिला संस्कृति महोत्सव

३० जून केँ सुपौल मे होयत मिथिला संस्कृति महोत्सव

सुपौल, जून १९, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!

वीर लोरिक सेवा समिति, हरदी (सुपौल) द्वारा मिथिलाक ऐतिहासिक भूमि सुपौल जिला मुख्यालयक प्रसिद्ध गाँधी मैदान मे विशाल उत्सव केर आयोजन होमय जा रहल अछि। संयोजक मुन्ना चमन जनतब देलनि जे मिथिलाक पुबारि पार वीर लोरिक केर कर्मभूमि सुपौल मे बहुते समय सँ अपन मौलिकता सँ लोक केँ जोड़ल जेबाक कोनो उपलब्धिमूलक कार्यक्रम नहि होएत देखि हम सब मिथिला संस्कृति महोत्सव केर आयोजन करय जा रहलहुँ अछि। एहि महोत्सव मे भारत आ नेपाल केर विभिन्न स्थान सँ समाज आ राष्ट्र प्रति समर्पित महत्वपूर्ण योगदान देनिहार मिथिलाक विभूतिरूप बेटा-बेटी लोकनि केँ आमंत्रित कएल गेल अछि। कियो राजनीति मे उच्च स्थान पर छथि, कियो फिल्म क्षेत्र मे अभिनय सँ शिखर पर स्थापित त कियो साहित्य आ संचार क्षेत्र मे, कियो मूल धरातल पर भाषिक-सांस्कृतिक जनजागरण मे दिन-राति एक केने छथि – हिनका सभक सामूहिक उपस्थिति मे सुपौल केर जनमानस केँ अपन निजताक महत्ता सँ आत्मसात करबाक मुख्य उद्देश्य सँ ई आयोजन कएल जेबाक बात ओ मैथिली जिन्दाबाद केँ बतौलनि।
 
भारतीय जनता पार्टीक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवम् राज्यसभा सांसद प्रभात झा, मधेपुरा सांसद एवम् मिथिलाक धरतीपुत्र वीर लोरिक केर यदुवंशक प्रतिष्ठा केँ रक्षक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, बालीवूड अभिनेता नरेन्द्र झा, साहित्यसेवी एवम् प्रसिद्ध संचारकर्मी धीरेन्द्र प्रेमर्षि काठमांडू (नेपाल) सँ, साहित्य, संगीत आ नाटक क्षेत्र मे अपन आजीवन योगदान देनिहार जनकपुर (नेपाल) सँ सुनील मल्लिक, मिथिलावाद केर झंडा संग दिल्ली हिलेनिहार नेता कामरेड अमरेन्द्र झा आ भावुक गीत केर वैशिष्ट्य रचनाकार विमलजी मिश्र सहित विभिन्न अभियानी लोकनिक मुख्य उपस्थिति एहि संस्कृति महोत्सव मे रहबाक सूचना भेटल अछि। मैथिली मंच केर प्रसिद्ध उद्घोषक एवं मैथिलत्व केँ सजीव प्रस्तुति करबा मे फिल्म निर्माण सँ लैत पोथी सम्पादन, पटकथा लेखन, गीत लेखन आर विभिन्न क्षेत्र मे महारत हासिल व्यक्तित्व किसलय कृष्ण केर परिकल्पना पर आधारित ई मिथिला संस्कृति उत्सव मे स्थानीय सर्जक, समाजसेवी, जिला पदाधिकारी, राजनीतिकर्मी, अभियानी आदिक सुन्दर जमघट होयबाक बात सुनिश्चित अछि। इतिहास गवाह अछि जे किसलय कृष्ण केर सल्लाह आ सुझाव सँ मैथिलीक मंच त सजीव हेबे करैत अछि, नवे पर विकसित युगल जोड़ी उद्घोषणा सूत्रक जोड़ी अभिनेत्री जानबी झा केर आगमन आ किसलय संग युगलबन्दी उद्घोषणा एहि उत्सवक एकटा प्रमुख आकर्षण होयत सेहो जनतब भेटल अछि।
 
मैथिली भाषा आ साहित्य केर संग मिथिलावाद केर सिद्धान्त पर सेवा देनिहार भारत ओ नेपालक विभिन्न क्षेत्र मे अपन कर्मठ प्रयास सँ जनक-जानकीक मिथिला केँ जियौनिहार कानपूर केर अनिल झा सहित विभिन्न सर्जक-स्रष्टा-अभियानी लोकनिक सम्मान कार्यक्रम सेहो एहि उत्सवक एकटा मुख्य आकर्षण होयबाक जानकारी स्रोत सँ भेटल। गायन क्षेत्रक नामी हस्ती पवन नारायण व हुनकर सांगीतिक टोली मेंही बोली लेल जानल जायवला जिला मधुबनी सँ आ हुनकर टोली मे दिल्लीक दिलवाली भूमि सँ कतेको अन्य मैथिली कलाकार यथा जूली झा जे पिया केँ भोरे उठय लेल सूफी तान मे सुर आ ताल संग जुगलबन्दी लेल जानल जाएत छथि ओहो आबि रहली अछि। कविता पाठ सेहो होयत, जाहि मे कुल २१ गोट कवि रहता। मुम्बई सँ फिल्म क्षेत्रक प्रसिद्ध हस्ती कुणाल ठाकुर सेहो अभियानी आ दहेज मुक्त मिथिलाक प्रतिनिधित्व करय लेल सहभागी बनता।
 
कहियो सुपौल जिला मैथिली भाषा आ साहित्यक केर प्राण रक्षा मे खूब उपजाउ भूमि कहाएत छल। मूल रूपे सुपौलक वासी रामकृष्ण झा किसुन मैथिलीक साहित्य सर्जक छलाह। मैथिली नव कवितामे हिनक योगगान बहुत बेसी रहलनि। सुपौल मे निरन्तर साहित्यिक आयोजन सब करबैत रहला। हिनके नाम पर मैथिलीक प्रकाशन ‘किसुन संकल्प लोक’ एखनहु जीबैत अछि जाहि मार्फत कतेको कवि-रचनाकारक कृति सब प्रकाशित भऽ चुकल अछि। मुदा बीच मे एतय जेना मैथिली क्षेत्र मे कोनो अकाल पड़ि गेल, बहुत दिन सँ कोनो खास गतिविधि नहि भऽ सकल छल। हाले ब्राह्मण महासभा सुपौल द्वारा आयोजित विद्यापति स्मृति महोत्सव मे जिलाधिकारी मैथिल बैद्यनाथ यादव सहित एक सँ बढिकय एक मिथिला सपुत सभक जुटान देखबाक अवसर भेटल छल। लघु फिल्म इतिहास केर मुहुर्तक अवसर पर सेहो मैथिलीक मिठास सँ हरदी दुर्गास्थान मे जनमानस केँ सराबोर कएल गेल छल। आर आब पुनः युवा समाजसेवी तथा वचनबद्धता लेल जानल जायवला व्यक्तित्व मुन्ना चमन केर अगुवाई मे ई मिथिला संस्कृति उत्सवक आयोजन एकटा मील केर पाथर सिद्ध होयत, ई अग्रिमे कहल जा सकैछ।
 
वर्तमान समय मे सेहो मैथिलीक चर्चित साहित्यरार केदार कानन आ सुष्मिता पाठक किसुनजीक पुत्र आ पुत्रवधु मैथिली लेल निरन्तर योगदान दैत आबि रहला अछि। माया बाबूक मूलग्राम बनैनियां सेहो एहि जिला मे स्थित अछि। ललित नारायण मिश्र आर हुनक सम्पूर्ण परिवार ओ परिजन केर योगदान राष्ट्र स्तर पर के नहि जानैछ। करणपुर सन गाम, बिहड़ा सन गाम, लहटन चौधरी सन नाम, देशक स्वतंत्रता संग्राम सँ लैत वर्तमान शिक्षा आ समाज सुधार मे पर्यन्त अगुवाई करयवला सुपौल जिलाक धरातल पर ई मिथिला संस्कृति उत्सव प्रत्येक मैथिल मे हनुमानजी जेकाँ बिसरल आत्मबल केँ पुनः जागृति करत आर मिथिला राज्यक आवश्यकता, एकर आन्दोलनक स्वरूप आ आगामी समयक रणनीति पर सेमिनारक आयोजना कएल गेल अछि। शोभायात्रा, सेमिनार, काव्य संध्या आ सांस्कृतिक सम्मेलन ‍- एतेक रास सत्र होयत। कार्यसमिति मे सक्रिय सदस्य नागेन्द्र नारायण ठाकुर, जगगीश यादव, व अनेको युवा सब तैयारी मे जूटल छथि। संदीप कश्यप, राजीव यादव, भवेश मिश्र, आदि अनेको युवा विभूति सब आयोजन समिति मे अलग-अलग भूमिकाक संग एहि वृहत् उत्सव केँ सफलता मे दिन-राति एक केने छथि। सेमिनार मे के सब बजता ई बात एखन धरि आयोजक लोकनि तय नहि कय सकला अछि कार्य-व्यस्तताक कारण। “मिथिला राज्य आन्दोलनक स्वरूप आ वैचापिक दृष्टि” ‍- ई विषय थिक सेमिनारक।
 
मैथिली जिन्दाबाद केर सेहो सहभागिता होयत आर एहि कार्यक्रमक सफलता लेल हमर सम्पूर्ण सहयोग व शुभकामना अछि।
 
हरिः हरः!!