जितेन्द्र ठाकुर, मार्च ६, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
एखनहि संध्याकाल नागरिक रेडियो – विराटनगर सँ संचालित समाचारक उद्घोषणाक क्रम मे राजविराज सँ दुखद समाचार भेटल अछि। एमाले केर मेची-महाकाली अभियानक पहिने सँ विरोध करैत आबि रहल मधेशी मोर्चाक कार्यकर्ता आ पूलिस बल बीच झड़प होयबाक क्रम मे दर्जनों कार्यकर्ता घायल होयबाक समाचार अछि जाहि मे मृतक आर घायलक संंख्या यकीन करब एखन तनावक स्थिति मे संभव नहि भऽ सकल कहल जा रहल अछि।
नेपाल मे नया संविधान बनेबाक काज मे नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी) यानि एमाले द्वारा जाति आधारित पहिचान पर प्रदेशक सीमांकन केँ नहि मानल जेबाक कारण मधेश आ मधेशवादी राजनीतिक दल मधेशीक अधिकार नहि देबाक आरोप लगबैत आबि रहल अछि। तहिना एमाले केर वरिष्ठ नेता तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम् पूर्व प्रधानमंत्री के. पी. ओली केर विभिन्न समय मे विभिन्न तरहक कटु बोलीक कारण मधेशी जनमानस मे एकटा नकारात्मक छवि बनि जेबाक काज सेहो भेल अछि। एहि बीच एमाले द्वारा मेची सँ महाकाली यानि पूर्व सँ पश्चिम धरिक तराई क्षेत्र होएत एकटा १५ दिनक यात्राक शुरुआत ४ मार्च सँ झापा सँ कएल गेल अछि। ई यात्रा झापाक काकड़भिट्टा, दमक आदि स्थान पर पहिल दिन आ दोसर दिन मोरंग केर विराट चौक होएत सुन्सरीक इटहरी मे जनसभा करैत आइ तेसर दिन सुन्सरीक इनरुआ होएत कोसी बैरेज कटिकय भारी सुरक्षाक घेरा मे राजविराजक औद्योगिक क्षेत्र मे निर्धारित स्थल सँ ठाउं परिवर्तन कय औद्योगिक क्षेत्रक भीतर मे अपन अभियान अन्तर्गत बिना कोनो स्थानीय कार्यकर्ता वा समर्थकक सहभागिता मे सभा कय रहल छल। लेकिन मधेशी मोर्चा विगत वर्षहि सँ शान्तिपूर्ण आन्दोलन मे रहैत एमाले केँ मधेश मे निषेध करबाक घोषणा करैत भंडाफोड़ कार्यक्रमक घोषणा एहि अभियान केँ विफल करबाक लेल पहिने सँ घोषणा कएने छल। प्रशासनक बीच-बचावक बावजूद दुनू पक्ष अपन-अपन वर्चस्व स्थापित करबाक जिद्द पर अड़ल रहल आर आइ राजविराजक औद्योगिक क्षेत्र मे संचालित जनसभाक कार्यक्रम स्थलक बाहर प्रदर्शनकारी केँ पहिने पानिक फुहारा, फेर आँसू गैस गोला आ अन्त मे गोली फायरिंग करैत नियंत्रण करबाक क्रम मे ई वीभत्स घटना घटल कहल गेल अछि।
हाल धरि विभिन्न टेलिविजन सँ प्रसारित समाचार माध्यम द्वारा मात्र एक गोट रंजन वा संजन मेहता नामक व्यक्तिक मृत्युक खबैर प्रकाशित कएल गेल अछि, परन्तु स्थानीय संचारकर्मी जितेन्द्र खड्गा सँ बात कएला उत्तर ई स्थिति यकीन कय केँ नहि कहल जेबाक खबरि सेहो प्रकाश मे आयल अछि। तनावपूर्ण स्थिति केँ प्रहरी द्वारा नियंत्रित करबाक लेल मधेशी मोर्चाक कार्यकर्तापर गोली प्रहार कएल जेबाक बात विभिन्न समाचार स्रोत मे कहल जा रहल अछि। मृतकक संख्या आ घायलक संख्या हाल कहल गेल संख्या सँ बेसी होयबाक संभावना रहल अछि, कारण एखन सब किछु प्रशासनक नियंत्रण मे रहबाक आ कर्फ्यूक स्थिति रहबाक कारण संचारकर्मी धरि यकीन समाचार नहि पहुँचि सकल अछि।
एहि बीच एमालेक राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा अनेको वरिष्ठ नेतागण सहित लगभग ३०० गाड़ीक कारावान सहितक अभियानी काफिला सुरक्षाकर्मीक इशारा पर पहिने सँ स्थान परिवर्तन करैत काते-कात अपन काज सुतारैत आगू बढबाक काज करितो आखिरकार एहि तरहक दुर्घटना घटि गेलाक बाद अपन नव कार्यनीतिपर कोनो खुलासा नहि करैत आजुक विश्राम स्थल कंचनपुर मे सेहो परिवर्तन करबाक हल्ला-गुल्ला सुनल जा रहल अछि। नेपाल प्रहरीक अलावे नेपाली सेना केँ सेहो सुरक्षाक दृष्टि सँ चाक-चौबन्द कएल जेबाक समाचार भेट रहल अछि, लेकिन मधेश मे पहिने सँ एमालेक विभिन्न गतिविधि सँ अत्यधिक प्रतिक्रियाक माहौल रहबाक बात जगविदिते अछि। कहियो मधेशी आन्दोलनीक मृत्युपर ‘आम झैड़ रहल अछि’ कहिकय त कहियो मधेशी नेता केँ बिहार आ यूपी मे मधेश तकबाक कठोर बात सब बजनिहार पूर्व प्रधानमंत्री ओली सहितक ई काफिला सँ स्वाभाविके रूप सँ मधेशक एक-एक बच्चा मे घृणा आ रंजक माहौल रहबाक कारण एहि यात्रा पर मधेशक नेता सब विरोध प्रकट करैत एकरा रोकबाक लेल कहि चुकल छल। परञ्च राजनीति मे वर्चस्वक लड़ाई आखिरकार जानलेवा होएत छैक यैह अवस्था वर्तमान घटनाक बारे मे कहल जा सकैछ। आगाँ जानकारी धरि तनावपूर्ण माहौल केर समाचार बुझल जा रहल छैक।
एक दिश आलोचक द्वारा एहि तरहक निषेधक राजनीति लोकतंत्रक भावना ओ मर्मक बिपरीत रहबाक बात कहि मधेशवादी राजनीतिक दल सँ ई विरोध कार्यक्रम रोकबाक अपील सेहो केने अछि, परञ्च पैछला साल ठीक एहि तरहक अभियान संग जखन मधेशवादी नेता पहाड़ी मूलक वर्चस्वक स्थानपर सभा आदिक आयोजन कएने रहबाक समय एहि तरहें मंच मे आगजनी आ नेता आदिपर आक्रमण करबाक निउं देखा मधेशवादी नेतृत्व मधेशक जनताक मर्म आ भावना केँ बुझैत एहि यात्रापर सवाल ठाढ कएने अछि। मधेशवादी वरिष्ठ नेता द्वारा एमाले सँ संविधान न्यायपूर्ण ढंग सँ संशोधन करैत मधेशी सहित अन्य जनजाति, मुस्लिम आदि केँ समान नागरिक अधिकार नहि देबाक समय धरि मधेश मे प्रवेश या देश मे कोनो तरहक नव निर्वाचन आदिक विरोध करैत आबि रहल बात विदिते अछि।