ऋषिकेश झा, जनकपुरधाम, फरबरी २६, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
काल्हि २५ फरबरी सँ मिथिलाक प्राचीन राजधानी जनकपुरधाम केर सुप्रसिद्ध धार्मिक परम्परा मध्यमा परिक्रमा आरम्भ भेल। परिक्रमाक लेल ‘मिथिला विहारी’ केर डोला काल्हिये जनकपुर पहुँचि गेल। पूर्व योजनानुरूप काल्हि रात्रिक विश्राम हनुमाननगर मे भेल। विदित हो जे परिक्रमाक प्रारम्भ विन्दु भारतीय मिथिलाक प्रसिद्ध तीर्थस्थल कलना महादेवस्थान सँ प्रारम्भ होएत अछि। जनकपुर मे श्रद्धालू भक्त लोकनिक भीड़ जे एहि परिक्रमाक संग १५ दिन धरि श्री सीताराम भगवानक संग यात्रा करता ओ सब पहुँचि चुकल छथि। खूब धूमधाम सँ स्वागत करैत परिक्रमाक औपचारिक शुरुआत कैल गेल अछि। रत्नसागर मन्दिरपर डोला पहुँचलापर एतुक महन्थ बैकुन्ठ दास स्वागत कएलनि। एतय समाजसेवी अमरचन्द्र अनिलक नेतृत्व मे स्वागत कार्यक्रम सेहो आयोजित भेल। मिथिलाक प्रसिद्ध फगुआ गीत सभक संग रंग-अबीर सेहो खेलायल गेल। एहि परिक्रमाक कुल दूरी १३३ किलोमीटर कहल जाएत अछि जाहि मे भारत दिश २३ किलोमीटर आ नेपालक मिथिला मे ११० किलोमीटर पड़ैत अछि।
फागुन प्रतिपदाक दिन कल्याणेश्वर सँ ई यात्रा आरम्भ होएत अछि, ताहि सँ एक दिन पूर्व अमावस्याक राति जनकपुरक हनुमाननगर मे मिथिला विहारीक डोला संग सब कियो विश्राम करैछ। हनुमाननगर सँ कलना महादेवस्थान १३ किलोमीटर दूरी पर अवस्थित अछि। एतय सँ ई डोला गिरिजास्थान फूलहर पहुँचैत अछि। ई वैह स्थान थीक जतय सीताजी रामजी केँ पहिल बेर फूल लोर्हैत समय देखने छलीह आर एहिठाम अवस्थित गौरी भवानी गिरिजाक मन्दिर मे राम केँ वरण करैत हुनका सँ आशीर्वाद मंगने छलीह। एहि स्थानक ओतबे महत्व आइयो कायम अछि। कलना महादेवस्थान (कल्याणेश्वर) सँ १२ किलोमीटर केर दूरी पर ई स्थान अवस्थित अछि। ई दोसर पड़ाव थीक।
तेसर पड़ाव जलेश्वर, चारिम मड़ै, पाँचम ध्रुवकुण्ड, छठम कञ्चनवन, सातम क्षिरेश्वरनाथ महादेवक दर्शन करैत पर्वत्ता, आठम धनुषाधाम, नवम सतोषरधाम, दसम औरही, एगारहम करुणा, बारहम बिसौल आ एकर बाद पुनः कल्याणेश्वरमे पहुँचि परिक्रमाक पूर्णाहुति होएत अछि। अन्तगृह परिक्रमाक लेल पुनः दर्शनार्थी लोकनि जनकपुर अबैत छथि। पूर्णिमाक दिन जनकपुर मे अन्तगृह मे दर्शन होएत ई परिक्रमाक समापन होएत अछि। एहि परिक्रमा मे हजारों-हजार भक्त-श्रद्धालू लोकनि भाग लैत छथि।