पाथर सहित वर्षा सँ पैघ क्षति

“एक राति मे बेघर भेल, जेकर काल्हि धरि घर छल”

– आलोक आनन्द, पुर्णियां। मैथिली जिन्दाबाद, २२।०४।२०१५

toofan

बितलहबा राति लगभग 10 बजे पूर्णियां शहर मे विनाशकारी आंधी-तूफ़ान आयल। ई चक्रवात समान एतेक भयंकर छल जे समूचा शहरक कच्चा घर (फूस, टीन, खपड़ा आर एस्बेस्टस आदि) केँ पूर्ण तरह बर्बाद कय देलक। तबाहीक दृश्य एहेन भयावह भेल जे शहर मे जगह-जगह जाम लागल अछि, आस-पासक गाब सँ शहर केँ जोड़यवला तमाम सड़क पर गाछ आ खम्भा खसि पड़ल अछि। बिजली व्यवस्था पूर्ण रूप सँ ठप्प अछि। कतेको लोक कहाइत भेटि जाइत अछि जे ‘हे हो बेटा आंधी नय रहे काल रहे काल, जिन्दा त बची गेलिये लेकिन घरह में कुछु न बचले’। बहुत वर्षक बाद एहेन प्रलयंकारी तूफ़ान आयल छल जे शहर मे नहि जानि कतेको लोकक सब किछु विध्वंस कय देलक। सौभाग्यक बात एतबे जे जान कम आ मालक क्षति बेसी भेल शहर भरि मे।