नेपाल मे शासक द्वारा भारत संग लागल भूभागक वासिन्दा केँ भारतीय नागरिक बुझि दोसर दर्जाक नेपाली नागरिक समान व्यवहार करैत एकटा पृथक् पहिचान ‘मधेसी’ कहिकय राज्य द्वारा प्रदत्त अवसर सँ वंचित राखबाक उत्पीडण विरुद्ध संघर्ष कएनिहार मधेशी जननेता गजेन्द्र नारायण सिंह केर आइ १५म पुण्य तिथि थीक।
सोसल मीडिया व मधेस तथा नेपालक राजनीति मे एहि महान नेताक पुण्य तिथि पर हिनका याद करब स्वाभाविके अछि, कारण नेपाल मे संघीयताक स्थापना कय सभक पहिचान केँ सम्मान दैत हरेक राजकीय अवसर मे समानुपातिक – समावेशिक सहभागिताक जे आवाज स्व. गजेन्द्र नारायण सिंह द्वारा उठाओल गेल छल से आइ नेपालक नवनिर्मित संविधान द्वारा स्थापित कएल जा चुकल अछि।
वर्तमान राजनीति मे संघीयता, प्रदेशक संरचना, सर्वसमावेशिकता, नेपाली राष्ट्रीयता प्रति समान समर्पण – एहि सब विन्दुपर स्पष्ट नजरिया राखनिहार नेतृत्वकर्ता गजेन्द्र नारायण सिंह केर सपना नहि पूरा त बहुत हद्द तक अवश्य पूरा भऽ गेल अछि आर आइ ओ एक महानायक केर रूप मे स्थापित भऽ चुकल छथि।
महानायक सिंह केर किछु सपना एखनहु जे अधूरा अछि ताहि दिशा मे वर्तमान नेतृत्वकर्ताक ध्यान जाय, संगहि हिन्दी भाषाक प्रखर प्रेमक स्थान पर निज मातृभाषा प्रति सेहो सभक दृष्टि स्पष्ट हो ताहि शुभकामनाक संग गजेन्द्र बाबू केँ श्रद्धाञ्जलि!