रवीन्द्र भारती, मधुबनी। जनवरी २२, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
बिहार केँ पूर्ण नशा मुक्त बनेबाक महात्वाकांक्षा आ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केर दृढ संकल्प काल्हि २१ जनवरी २०१७ केँ विश्व मे एकटा नव कीर्तिमान स्थापित केलक अछि जाहि मे मिथिलाक हृदयविन्दु मधुबनीक आम जनमानस सेहो बढि-चढिकय भाग लेलक । एहि जिलाक कलुआही, जयनगर, लदनियां, खुटौना, बाबूबरही, राजनगर आदि स्थान पर विशाल मानव श्रृंखला एहि अभियानक समर्थन मे अपन आर-आर काज-धंधा छोड़ि निर्धारित समय धरि एना डटल रहल जेना कि कोनो महापर्वक आयोजन कएल गेल हो ।
प्राथमिक, मध्य, उच्च – सब तरहक विद्यालयक संग-संग महाविद्यालयक छात्र-छात्रा सेहो एहि श्रृंखला मे नारा लगबैत संग देलक । ग्रामीण महिला व आंगनबाड़ी केन्द्रक संचालिका सहित बच्चा सँ लयकेँ पैघ तक एहि महान कार्य मे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केर सराहना करैत भाग लेलनि । सरकार तथा गैर सरकारी संस्थाक प्रतिनिधि लोकनि सेहो सहभागिता देलनि ।
सबसँ अधिक प्रसन्नता महिला समाज मे देखल जा रहल छल । एक गोट महिला अपन प्रतिक्रिया दैत कहली जे जहिया सँ दारू बन्द भेल अछि मानू जेना घर मे लक्ष्मी सेहो प्रसन्नताक संग रहय लगली अछि । हम सब नीतीश सरकारक सदैव आभारी रहब । संगहि किछु महिला लोकनि ईहो शिकायत कय रहल छलीह जे नेपालक सीमा नजिके रहला सँ दारूक ब्यापारी सब चोरा-नुकाकय कारोबार करिते आबि रहल अछि – सरकारक ध्यान एहि चोरूक्का कारोबारी पर सख्त हो से मैथिली जिन्दाबाद मार्फत गोहार करैत छी । शिकायत कएनिहारि महिला सब केँ समझबैत कन्हौली पंचायतक जदयू अध्यक्ष डा. सुधीर कुमार सिंह कहलनि जे जाबत आम जनता मे जागरुकता नहि आओत ताबत धरि पूर्ण नशा मुक्तिक सपना अधूरा रहत, तैँ एहेन कारोबारी अथवा दारू केर व्यवहार करनिहार कतहु अभरैत अछि त सीधे प्रशासन केँ खबैर कैल करू ।
शिक्षा विभाग द्वारा कड़ा निर्देशनक कारणे छात्र-छात्राक सहभागिता बहुत बाद मे १९ जनवरी केँ होयबाक नियार भेल, ताहि सँ ओकरा सब केँ लाइन मे ठाढ करबाक लेल समुचित गाड़ी-घोड़ाक इन्तजाम नहि भऽ सकल – ई प्रतिक्रिया शिक्षक लोकनि देलनि जखन हुनका सब सँ विद्यार्थी केँ सड़क धरि पहुँचेबाक लेल प्रयुक्त गोटेक ट्रैक्टर आ टैम्पू आदि मे आवश्यकता सँ अधिक लोक लोड केला स दुर्घटनाक जोखिम पर सवाल पूछल गेल । मध्य विद्यालय कन्हौली सँ लगभग ५५० छात्र-छात्रा केँ जगह धरि पहुँचेबाक लेल एकटा ट्रैक्टर आ दू टा छोटका मैजिक गाड़ी मात्र प्रयोग मे आनल गेल छल । विदित हो जे पहिने एहि मानव श्रृंखला मे भाग लेबाक लेल छात्र सब मना कय देने छल, बाद मे जखन ओकरा सब केँ सरकारी सुविधा सँ वंचित होयबाक समाचार भेटलैक तखन सब कियो तैयार भेल रहय ।
शिक्षक लोकनि सेहो लापरवाह जेकाँ विद्यार्थी सब केँ छोड़ि देने देखायल, फोटो खींचबाक आ अखबार मे पठेबाक बात कहलो पर हुनका सब केँ कोनो भय नहि भेल । मात्र २ टा शिक्षक सैकड़ों छात्र केँ मध्य विद्यालय पर सम्हारैत देखेलाह, महिला शिक्षक सब टांग डोलाकय बैसलि रहली, छात्र सब केँ अनियंत्रित छोड़ि देल गेल छल ।
ग्रामीण भागक लोक केँ आमतौर पर पिछड़ल मानल जाएत अछि, मुदा जाहि तरहक सहभागिता आ चर्चा एहि विश्वस्तरीय मानव श्रृंखला मे देखायल ई ओहि मान्यता केँ गलत साबित कय देलक ।