किरण देवी झा कृत् ‘पल्लवी प्रियाः मैथिली बाल सन्दर्भ सामग्री’

विशिष्ट व्यक्तित्व परिचयः श्रीमती किरण देवी झा, शिक्षक-लेखिका-गीतकार-गायिका, बोरिया, गोठम, सप्तरी, मिथिला, नेपाल

kiran jha1अत्यन्त सरल आ हँसमुख – अपन प्रसिद्ध रचना ‘पल्लवी प्रियाः मैथिली बाल सन्दर्भ सामग्री’ संग राजविराज प. बि. माध्यमिक विद्यालय प्रांगण मे आगाँ आबि हमरा हाथ मे दैत छथि आर कहैत छथि जे ई एकटा हमर रचना अहाँ देखब। हमहुँ अपन पहिल रचना ‘प्राण हमर मिथिला’ हुनकर हाथ मे दैत छी आर हुनका सँ फोन नम्बर मांगि पुनः सभा मे ध्यानकेन्द्रित करबाक प्रयत्न करैत छी।

kiran jha2हिनकर नाम छन्हि किरण देवी झा। लगभग ५० वर्षक अत्यन्त मधुर स्वभाव आर उच्च कूलीन परिवारक सुसंस्कृत मिथिलानी अपन कृति हाथ मे देलनि, एकर पाना उन्टाबैत आर एकर स्वरूप देखैत हम चकित भऽ गेलहुँ। एकटा अति साधारण शैक्षणिक योग्यताक धनी लेखिका किरण देवी द्वारा मैथिली मे बाल-बालिका लेल सन्दर्भ सामग्री सहितक पोथी लिखल गेल अछि। बच्चा सब केँ कि सब पाठ्य-सामग्री उपलब्ध करेबाक चाही ताहि लेल बहुत तरहक प्रशिक्षणक आवश्यकता रहबाक बात डा. राम अवतार यादव, धीरेन्द्र प्रेमर्षि, डा. ओंकार प्रसाद सिंह आदि सँ बेर-बेर सुनैत रही। लेकिन आइ एकटा पोथी लेखिका अपने सँ हाथ मे हस्तगत केली से मंत्रमुग्ध कय देलक।

एहि पोथी पर विस्तृत समीक्षा बाद मे पूरा पढलाक बाद राखब, एखन एतबे कहब काफी होयत जे जिनका किनको अपन धिया-पुता केँ मैथिली पाठ्य-सामग्री सँ परिचित करेबाक होइन ओ एहि पोथी केँ जरुर कीनैथ आर अपन घर मे बच्चा सभक हाथ मे पढबाक लेल दैथ। भाषाक ज्ञानक संग मिथिलाक विशेष भौगोलिक – ऐतिहासिक पृष्ठभूमि सँ सेहो परिचय भेटैत अछि एहि पोथी मे। लेखिका अपन शिक्षक रहबाक अनुभव केँ भरपूर उपयोग कएने छथि, संगहि स्वयं बच्चा रहबाक समय कोना मातृभाषाक माध्यम सँ अपन अभिभावक व शिक्षक आदि सँ शिक्षा ग्रहण केली ताहि प्राकृतिक संस्मरणक उपयोग स्पष्ट देखल जा सकैछ एहि पोथी मे।

आइ, मैथिली जिन्दाबाद पर हिनकर परिचय रखबाक एकटा विशेष प्रयोजन अहू लेल भेल जे काल्हि दिल्लीक विश्व पुस्तक मेला मे गार्गीकालीन मिथिला सँ वर्तमान मिथिलाक स्त्रीवर्ग द्वारा साहित्यलेखन पर एकटा अत्यन्त महत्वपूर्ण चर्चा होमय जा रहल अछि। मिथिलाक प्रसिद्ध स्रष्टा – सर्जक धीरेन्द्र प्रेमर्षिक संचालन मे साहित्य अकादमी सँ पुरस्कृत ३ गोट प्रसिद्ध मिथिलानी लेखिका डा. उषाकिरण खान, डा. शेफालिका वर्मा व निरजा रेणू सहभागी रहती। आयोजनकर्ता मैथिली साहित्य लेखन मे नाम ताकबाक लेल स्वाभाविके रूप सँ सर्वथा स्थापित संस्था साहित्य अकादमीक दस्तावेज देखलनि। लेकिन आम तौर पर मिथिलाक स्त्रीवर्गक प्रतिभा हरेक गाम आ क्षेत्र मे एतेक अछि जेकरा संस्थागत रूप सँ संकलित करबाक काज लेल कोनो समुचित संस्था सोझाँ एखनहु नहि आबि सकल अछि। श्रीमती किरण देवी झा समान लेखिका जे अपन अदम्य हिम्मत सँ बाल सन्दर्भ सामग्री केँ समेटैत ‘पल्लवी प्रिया’ प्रकाशित करौलनि, एहि लेल हुनका बेर-बेर नमन करैत छी।

आउ परिचित होइ, के थिकीह किरण देवी झाः

kanchan devi jhaनामः किरण देवी झा

नैहरः गजहरा, मधुबनी, मिथिला

जन्मः २६ जनवरी, १९६८ ई.

माताः श्रीमती करुणा मिश्र

पिताः श्री विजयकान्त मिश्र ‘कन्हैयाजी’

सासूरः बोरिया-५, गोठम, सप्तरी, मिथिला

पतिः श्री प्रेम कुमार झा

शिक्षाः शास्त्री (संस्कृत सँ बी.ए.)

पेशाः शिक्षण

संस्थानः नरेन्द्र मेमोरियल जनता माध्यमिक विद्यालय, बोरिया-४, सप्तरी

रुचिः गीत, कविता, लेखन, गायन

प्रकाशनः अनेकानेक रचना, गीत, लेख सब विभिन्न पत्र-पत्रिका मे प्रकाशित। अप्पन मिथिलाक गीत संग्रह।