अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन २०१६ देवघर मे कि सब भेल

देवघर मे १३म अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन संपन्न

अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन

देवघर (झारखण्ड) मे सम्पन्न

समाचारः साभार राजविराज सम्वाददाता

ams2016-2– अकादमिक पाठ्यक्रममे शामिल हो मैथिली ।

– झारखण्डमे मैथिली के भेटत द्वितीय राजभाषा के दर्जा ।

– धूमधाम सँ निकालल गेल शोभायात्रा ।

– ३५म् मैथिली अभियानी के देल गेल मिथिला रत्न सम्मान ।

अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन २२ आ २३ दिसम्बर के देवघर (झारखण्ड) मे भव्यतापूर्वक मनाओल गेल । अहि कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथी ललित नारायण मिथिला यूनिर्भसिटिके कुलपति साकेत कुशवाहा कहलनि –सब राज्य में मैथिली केँ राजभाषाक दर्जा देल जाए । झारखण्ड सरकारकेँ सम्मेलनक मार्फत ई संदेश जाय जे मैथिली केँ द्वितीय राजभाषाक दर्जा जल्दी भेटय । अकादमिक पाठ्यक्रम में मैथिली केँ शामिल कय हमरा सभक भाषा केँ उचित स्थान देनाइ आवश्यक अछि । संगे, झारखण्डमें मैथिली अकादमी केर स्थापना सेहो शीघ्र होय ।

१३म् अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन केर शुरुआत २२ दिसम्बर केँ विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ केर मंदिर प्रांगनसँ शोभा यात्रा निकालि कऽ कएल गेल । शोभा यात्रा मे देश–विदेश सँ देवघर पहुँचल सैकडौंक संख्या में मैथिली भाषी, मिथिलाक पारम्परिक वेशभूषा, धोती, कुर्ता आ पाग पहिर कऽ शोभा बढौलनि । शोभा यात्रा नगर परिक्रमा पश्चात् सम्मेलन केर शुरुआत भेल । बिहार राज्यक पूर्व मंत्री कृष्णानन्द झा केर प्रमुख आतिथ्य में सभा आरम्भ भेल जाहि मे झारखण्ड केर श्रम मंत्री राज पलिवर, मिथिला विश्वविद्यालयक कुलपति साकेत कुशवाहा, अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् केर अध्यक्ष बैद्यनाथ चौधरी बैजू, शशि कान्त झा, कमलाकान्त झा, ई. ओमप्रकाश मिश्र, बिजय कान्त झा, कोलकता सँ आयल अशोक झा, सैकडों महामहिम सब अपन विचार व्यक्त करैत कहला – “मैथिली भाषा केँ बिहार, झारखण्ड में द्वितीय राजभाषा केर दर्जा भेटय ।”

कार्यक्रमक दोसर सत्र में मिथिला मैथिली अभियान सँ जुडल ३५ गोटे अभियानी केँ “मिथिला रत्न” सम्मान सँ सम्मानित कएल गेल । जाहि मे साहित्यकार, समाजसेवी, कलाकार, पत्रकार, ज्योतिषाचार्य और अन्य क्षेत्र में क्रमशः महेश पुरा, मनोज मिश्र, करुणा झा (नेपाल, राजविराज), प्रमोद श्रंगारी, डा. महेश झा, अशोक झा, छोटे लाल मिश्र, नवीन (जनकपुर, नेपाल), सुशील भारती (पत्रकार), रजनीश गुप्ता आ शैलेन्द्र मिश्रा इत्यादि छथि ।

कार्यक्रम केर तेसर सत्र में सन्ध्या ५ बजे सँ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम सँ पुरे देवघर गुंजायमान भेल छल । कलाकार लोकनि – कुँजबिहारी मिश्र, पूनम मिश्र, बन्दना सिन्हा, नवीन । श्वेतारानी, श्वेता, ममता ठाकुर सब अपन स्वर सँ सबकेँ मंत्रमुग्ध केलनि । दोसर दिन २३ दिसम्बर केँ कार्यक्रम कऽ शुरुआत ११ बजे सेमिनार सँ भेल । विषय छल विमूद्रीकरण केर प्रभाव । तत्पश्चात कवि गोष्ठी भेल जाहि में लगभग एक सौ कवि कवयित्री लोकनिक सहभागिता रहल छल । नेपाल सँ रामभरोसि कापडि, करुणा झा, नवीन मिश्र सहित लगभग १ दर्जन साहित्यकार केर सहभागिता रहल छल । सन्ध्या मे पुनः सांसकृतिक कार्यक्रम सँ दोसरो दिनक माहौल गमागम छल । कमलाकान्त झा आ रामसेवक ठाकुर जी अपन उद्घाषण सँ दर्शक लोकनिक खुब मनोरंजन करौलनि ।