विराटनगर, सितम्बर २४, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
कौमी एकता समाज – विराटनगर द्वारा इन्डो-नेपाल मुशायरा – बहुभाषिक कवि सम्मेलनक भव्य आयोजन काल्हि शुक्र दिन २३ सितम्बर सफलतापूर्वक संपन्न भेल। एहि कार्यक्रमक अध्यक्षता ताजीम अहमद, प्रमुख अतिथि लायन लिला कुमार ढुङ्गेल तथा संयोजन जफर अहमद जमाली कएलनि।
भारत सँ आमन्त्रित प्रसिद्ध शायर-गजलकार सुप्रिया शबनम, चांदनी शबनम, असद माहताब, अकमल बलरामपुरी, डा. रहमान मुसौव्विर, वसीम रामपुरी, मो. जहाँगीर, विकास बौखल, असलम घुरनपुरी, शकील मुबारकपुरी केर एक सँ बढिकय एक प्रस्तुति सब होएत रहल। माहौल पूर्णरूपेण साहित्यक सुधारस बहबैत देखल गेल। श्रोता आ दर्शक सब आह्लाद सँ भरिकय थोपड़ी आ वाहवाहीक स्वर सँ वातावरण केँ गुंजायमान कएने रहल। बाहरी शायर संग स्थानीय कवि व शायर केर सेहो प्रस्तुति कार्यक्रम केँ सफलताक सोपान पर चढबैत रहल।
एहि कार्यक्रम मे उर्दूक अतिरिक्त हिन्दी, नेपाली, मारवाड़ी ओ मैथिलीक नुमाइंदगी अलग-अलग स्रष्टा द्वारा कैल गेल।
उपरोक्त कार्यक्रम मे मैथिली जिन्दाबाद केर संपादक एवं कवि प्रवीण नारायण चौधरी केँ हुनकर निरंतर साहित्यिक योगदान वास्ते आयोजक द्वारा सम्मान पत्र दैत सम्मानित सेहो कैल गेल। संगहि आजुक मुशायरा मे चौधरी द्वारा मैथिलीक कविता, मुक्तक ओ गीत केर संग-संग विद्यापतिक गीत सेहो प्रस्तुत कैल गेल छल। मैथिलीक प्रतिनिधिक रूप मे चौधरी द्वारा सर्वप्रथम राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर केर जन्मदिवस पर हुनकहि पर रचित रचना सँ प्रणाम करैत कैल गेल छल। तदोपरान्त मानव तथा प्रकृति बीच सम्बन्ध पर आधारित किछु रास मुक्तक केर प्रस्तुति आर भाषा-साहित्य-समाज आदिक संरक्षणार्थ लोकक योगदान मे आबि रहल कमीपर व्यंग्य करैत एक गीत “गप मारू मुरारी सब मिल-मिल के…’ गान कैल गेल छल। तहिना, अन्त मैथिलीक महाकवि विद्यापति केँ नमन करैत ‘टुटली ए फाटली मरैया अधिक सोहाओन हे…’ गाबिकय श्रोता सबकेँ मैथिलीक मिठास सँ परिचित कराओल गेल।
नेपाली केर प्रसिद्ध कवि लोकनि मे सुमन पोखरेल, विवश पोखरेल, सीमा आभास, दीपक सम्चू, धीरज राई भाग लेलनि आर एक सँ बढिकय एक प्रस्तुति राखलनि। मुक्तक, गजल, हास्य, श्रृंगार सब रस मे नेपाली कविता आ गीत केर वाचन कैल गेल। तहिना मारवाड़ी ओ हिन्दीक कवि लक्ष्मण नेवटियाक जोरदार प्रस्तुति सँ श्रोता आह्लादित भेलाह। मैथिलीक दोसर कवि विद्यानन्द बेदर्दी एहि कार्यक्रम मे नहि आबि सकलाह जखन कि हुनकर नामक पुकार कैल गेल छल। कुमार पृथु, अलाउद्दीन बेचैन व किछु अन्य कवि लोकनि कार्यक्रम मे उपस्थित भेलाह परन्तु पूर्वहि सँ निर्धारित कविक सूची अनुरूप कार्यक्रम संचालन करबाक कारण आ दोसर जे प्रशासन द्वारा देर राति धरि कार्यक्रम संचालन नहि कैल जा सकबाक चेतावनीक कारण सबहक समावेश नहि कैल जा सकल। तथापि ई मुशायरा कार्यक्रम स्थानीय वासिन्दाक मोनमे एकटा अमिट छाप छोड़बाक कार्य कय सकल, लोकमानस सँ ई प्रतिक्रिया भेटल।
एहि मुशायराक सब सँ खास प्रस्तुति संचालक विकास बौखल केर रहल जे अपन कुशाग्रता आ हाजिर-जबाबी सँ कवि, संचालक व दर्शक बीच त्रिकोणीय चुम्बकत्व केर धारा उत्पन्न कय देने छलाह। स्वयं हास्य आ चुटकुलाक अनुभूति भरल सैकड़ों शायरी पेश करैत रहलाह, दर्शक केँ ताली देबाक लेल बाध्य करैत रहलाह, शायर सबकेँ हौसला बढबैत ‘वाह-वाह, शाबास, जिन्दाबाद’ केर झड़ी लगा देलनि। हुनकर द्विअर्थी बोलीक गोली सँ माहौल मे विद्युतीय साहित्यक तरंग सँ देर राति धरि श्रोता लोकनि अपन स्थान पर डटल रहलाह।
शायर व गजलकार केर प्रस्तुति मे स्वर आ गलाक टान केर खासियत एहेन छल जे साधारण कविताक पाठ कतहु भऽ नहि टिक सकल। दर्शक दीर्घा मे सेहो जोश एहेन गतिमान् भऽ गेल छल जेकरा मुहब्बत, तकरार, दीदार आ नेताक करनी सँ समाजक बंटाधार पर व्यंग्य छोड़ि दोसर किछु पसीन नहि पड़ि रहल छलैक। सुप्रिया शबनम केर ट्रेनक देरीक कारण कार्यक्रमक अन्त मे एलीह तथापि हुनक सुन्दर आवाज मे ‘फिजा के बाद जो आती है वो बहार हूँ मैं’ शुरु करिते दर्शक सब झूमि उठल जोश मे। तहिना शकील मुबारकपुरीक स्वर मे ‘तूँ मेरी सहजादी, मैं तेरा सहजादा, कब तक दो दिल दूर रहेंगे, राजमहल से आ जा, आ जा! आ जा!!’ केर गायन सुनि लोक सब बुझू जेना दिवानगीक परवान पर चढि गेल छल। चाँदनी शबनम केर ‘हमेशा साथ में रहना, सनम तुम दूर मत होना’ केर गायन सेहो श्रोता केँ मस्त बना देने छल। एक सँ बढिकय एक उमदा प्रस्तुति सँ भारत सँ आयल समस्त शायर विराटनगरवासीक हृदय पर राज केलनि कहल जा सकैत अछि। कार्यक्रमक अन्त धरि श्रोताक उपस्थिति सफलताक द्योतक छल।
एहि अवसरपर समाज ओ राष्ट्र लेल विभिन्न योगदान देनिहार स्रष्टा सबकेँ सम्मानित कैल गेल छल। सम्मानित स्रष्टा मे प्रवीण नारायण चौधरी, संजू साह, सरोज कार्की एवं जहाँगीर अहमद शामिल छथि। मुख्य अतिथि ढुंङ्गेल केर अतिरिक्त विशिष्ट अतिथिक रूप मे भारतीय राजदूतावास केर विराटनगर कैम्प कार्यालयक मुख्य अधिकारी पी के चालिया, सांसद एवं उद्योगपति पवन कुमार शारडा, समाजक वरिष्ठ चिकित्सक व अन्य वरिष्ठ समाजसेवी संग आयोजन समितिक विभिन्न सदस्य लोकनिक उपस्थिति छल।