मंथन
– ब्रजेश मिश्र
अपना मिथिलांचल म मैथिली भाषा – मैथिली गीत आओर मैथिली सिनेमा क उपेक्षा कियैक? मैथिली भाषा मे निर्मित चर्चित सिनेमा केँ मिथिलांचल केर प्रमुख सिनेमा घर म कियैक नै जगह ??
सोशल साइट पर तँ मैथिल लोकैन बड़का-बड़का गप्प लिखताह मुदा सिनेमा आओर गीत सुनताह फुहर भोजपुरी केर । परिवार संगे गप्प करताह हिन्दी म । बच्चा केँ पढेताह विशुद्ध इंग्लिश बिद्यालय म । अपनेहि मिथिला म मैथिली क बहिष्कार भ रहल आछि । बच्चा क मैथिली बजबाह पर गारजियन प्रतिबंध लगौने छैथ । जौँ अहिना रहल तऽ ओ दिन दुर नै जहिया “मैथिली शब्द मेटा जायत आओर मैथिल बुजुर्ग लोकैन पिटैत रहब माथ वृद्धाश्रम म । कियैक त बच्चा पढत इंग्लिश ओ माँ-बाबूजी क सेवा कतैअ स बुझत ?
आबो समय अछि सुधैर जाउ आओर सम्मान करू अपन मातृभाषा क । किछु संस्था मिथिला राज्य मागैत छैथ । ५ गोटे सँ जेता जंतर -मंतर पर आओर पैघ पैघ गप्प लिखताह सोशल साइट पर । यौ भाय लोकैन! पहिने घर सरयाउ तहन बाहर ताकब ।
जय मिथिला । जय मैथिल ॥