लहान, नेपाल! सितम्बर ११, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
मिथिलाक छात्र एक हो – अपन असल पहिचान केर सम्मान लेल एकजुट हो – अपन भाषा मैथिली आ मिथिला संस्कृति केर संरक्षण लेल डेग बढो – मिसू नेपाल – एक डेग विकासक लेल आदि अनेको नाराक संग एक साल मे दुइ दर्जन कार्यक्रमक आयोजन कएनिहार अत्यन्त युवा छात्र लोकनिक प्रयास करयवला मिथिला स्टुडेन्ट युनियन नेपाल काल्हि भादव २५ गते यानि सितम्बर १०, २०१६ केँ अपन वर्षगाँठ मनेलक अछि।
एहि कार्यक्रमक प्रमुख अतिथि मैथिली साहित्य परिषद् राजविराजक पूर्व अध्यक्ष देवेन्द्र मिश्र द्वारा दीप्ति प्रज्वलनक संग महाकवि विद्यापतिक चित्र पर माल्यार्पण सँ उद्घाटन कैल गेल छल। तेजू मैथिल – ज्योति विक – जावेद अली व समूह द्वारा भैरवि वन्दना जय जय भैरवि केर गान करैत कार्यक्रम केर विधिवत् आरम्भ कैगजलकार शम्भु ‘श्री’, युवा नेता फिरोज शेख, सावन कुमार, भैरव गेलाल, जीबछ उदासी, अमरेश महतो, अर्जुन प्र. गुप्ता ‘दर्दीला’, अलख नारायण मिश्र, भरत साह आदि केर महत्वपूर्ण उपस्थिति मे उद्घाटन सत्र तथा मिसू नेपालक एक सालक गतिविधि एवं आगामी समयक योजना व चुनौती विषयपर परिचर्चा गोष्ठी संपन्न भेल।
लहानक इतिहास मे मैथिली साहित्य परिषद् केर कार्य केँ सेहो वक्ता लोकनि स्मृति मे अनलैन। भाषिक पहिचान व ओकर महत्व पर प्रकाश दैत वक्ता लोकनि मिसू नेपाल द्वारा कैल जा रहल कार्य केँ भरपूर सराहना कएलनि। विद्यालय स्तर पर पूर्व मे मैथिली भाषाक पढाई उपलब्ध रहबाक बात सेहो सोझाँ आयल। परन्तु वर्तमान समय मे स्वयं मैथिलीभाषी द्वारा एहि भाषाक पढाई हेतु कोनो तरहक उत्कंठा नहि देखब, राज्य द्वारा उपनिवेश निर्माण करैत मैथिलीभाषीकेँ कमजोर कैल जेबाक स्थिति बनेबाक बात कहल गेल। लेकिन मिथिला स्टुडेन्ट युनियन एहि वास्ते जिला शिक्षा अधिकारी पर दबाव बनाबय, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री सँ एहि सम्बन्ध मे प्रश्नोत्तरी करय जे आखिर नीति मे मैथिली रहितो मैथिलीभाषी क्षेत्र मे एकरा अनिवार्य विषयक रूप मे कियैक नहि पढायल जा रहल अछि। ई महत्वपूर्ण जिम्मेवारी स्वयं प्रमुख अतिथि देवेन्द्र मिश्र द्वारा देल गेल, संगहि युवा प्रयास मे अपन अनुभव सँ सदिखन सहयोगीक भूमिका निर्वाह करबाक वचनबद्धता सेहो प्रकट कैल गेल।
मैथिली भाषाक सामर्थ्य आ विकासक इतिहास पर संबोधन करैत श्याम सुन्दर यादव पथिक सेहो छात्र सबहक मनोबल केँ उच्च केलैन। तहिना प्रवीण नारायण चौधरी मिथिलाक चौजुगी जिबैत रहबाक उदाहरण दैत संदेश देलनि जे कोनो कूतर्क आ कि कुटिल राजनीतिक विद्वेष भावना सँ एहि भाषा, संस्कृति आर पहिचान केँ कियो नहि काटि सकल आ नहि भविष्य मे एकरा काटि सकत। सृजनशीलताक शक्ति सँ स्वयंसंरक्षण करय मे सक्षम मिथिलाक मैथिल जनमानस एकर रक्षा करैत रहत। मिसू नेपाल फेर वैह भूमि सँ जन्म लेलक अछि जतय मिथिला केँ किलाबन्दी करैत सुरक्षा देनिहार राजा सलहेश जन्म लेने छलाह। आवश्यकता ई छैक जे मिसू नेपाल अपन संगठन विस्तार लहान सँ बाहरो गाम-गाम आ आन-आन जिलाक सब विद्यालय-महाविद्यालय मे करय।
प्रो. हिरालाल कर्ण मैथिली भाषाक इतिहास तथा मिथिलाक राजाक ऐतिहासिक योगदान सँ नेपालक निर्माण होयबाक महिमा वर्णन केलैन। संगहि ओ मिसू नेपाल द्वारा उठायल गेल भार प्रति सदिखन संग रहबाक वचन दैत लहानक भूमि केँ मैथिली-मिथिला क्रान्ति मे कहियो पाछू नहि रहबाक संकल्प लेबाक भाव प्रकट केलैन। राकेश झा द्वारा छात्र सबहक मनोनुकूल सहयोग करैत रहबाक अपन निजी प्रतिबद्धताक बात कहैत मिसू नेपालक संगठन विस्तारक दिशा मे सेहो समुचित सहयोग करबाक वचन देलैन।
समग्र सामुदायिक रेडियो केर संचालक नेपालीभाषी भैरव गेलाल भाषा व भाषिक पहिचानक आधार केर महत्व स्वयं मैथिलीभाषी द्वारा बुझबाक आ ताहि तरहें जीवन निर्वहन करबाक आवश्यकता रहल बतौलनि। जागरुकताक स्तर एतेक न्यून अछि जे स्वयं मैथिलीभाषी अपन भाषा मैथिली बाजय मे लाजक अनुभूति करैत अछि, ई लज्जास्पद अवस्था देखि आ भोगि रहल छी ओ कहलैन। अपन रेडियो द्वारा बेसी स बेसी कार्यक्रम स्थानीय भाषा मैथिली मे प्रसारण करबाक इच्छा रहितो एहि मे वांछित सहयोग देबाक लेल स्रोत व्यक्तिक अकाल देखि विस्मय हेबाक भावना रखैत मिसू नेपाल द्वारा एहि दिशा मे उठाओल गेल डेग सँ उत्साह बढबाक आ स्थिति मे सुधार एबाक आशा जागल अछि, ताहि लेल मिसू नेपाल केँ भरपूर शुभकामना व सहयोग लेल वचनबद्ध छी ओ विचार देलनि।
मैथिली भाषाक लोकप्रिय सर्जक जीबछ उदासी द्वारा आत्मालोचना लेल ललकारा दैत मिसू नेपालक आह्वान सँ सीख लेबाक आवश्यकता बतौलनि। फिरोज शेख कहलैन जे अपन मातृभाषा मैथिली लेल हर हद धरि सहयोग लेल ठाढ भेटब, मिसू नेपाल केर आह्वान आत्मा केँ जगा देलक आर एहि यात्रा मे हम सहभागी होएत खूब प्रसन्न भेलहुँ अछि। मिथिलाक अनुपम डेग केर संस्थापक अध्यक्ष निराजन झा सेहो मिसू नेपालक उपलब्धि सँ एकटा सकारात्मक माहौल बनि रहल अछि आर आगामी समय मे आरो नीक करत ताहि लेल सब कियो संग रहब कहलैन। मैथिली गायक सावन कुमार, अमरेश महतो, अर्जुन दर्दीला, अलख नारायण मिश्र सहित आरो-आरो वक्ता लोकनि मिसू नेपाल संग सहयोगी बनिकय एक-एक डेग अपन भाषा मैथिली व मिथिला संस्कृतिक संरक्षण लेल तत्पर रहबाक वचन देलनि।
एहि सत्रक अध्यक्षता मिसू नेपालक अध्यक्ष दिनेस रसिया, स्वागत अभिभाषण सचिव गायत्री सिंह तथा मंच संचालन विद्यानन्द बेदर्दी द्वारा कैल गेल। अपन अध्यक्षीय संबोधन मे दिनेस रसिया कहलैन जे एक साल मे बहुत रास काज केलाक बादो संतोषजनक अवस्था नहि बनल, लेकिन आगाँ सालक नव नेतृत्व मे बेसी नीक काज कैल जायत। ओ कहलैन जे मिसू नेपाल केर नियम छैक जे नेतृत्व मे अपन स्वार्थ सँ ऊपर दोसराक स्वार्थ व हित केर रक्षा करी। ओ विश्व नेता नेल्सन मंडेलाक नीति पर मिसू नेपाल चलत कहैत आगाँक कार्यकारिणीक संग सदिखन पहिलेयो सँ बेसी जिम्मेवारीपूर्वक संग रहबाक वचन देलनि।
कार्यक्रम दोसर सत्र मे साहित्यिक संगोष्ठीक आयोजन कैल गेल। एहि सत्र मे युवा कविक संग-संग लहान ओ आसपासक स्थापित कवि द्वारा कविता वाचन कैल गेल। तहिना अतिथि लोकनि द्वारा सेहो कविता – गजल आदिक प्रस्तुति कैल गेल। कविताक संग दर्शक-श्रोताक भाव अभिव्यक्तिक तूकबंदी ई अनुभूति देलक जे लहानक जनमानस मे कतेक संवेदनशीलता आ साहित्यिक चेतना जाग्रत अछि। एकटा स्थानीय कवि द्वारा बैद्यनाथ मिश्र यात्री केर लिखल भगवान् हमर ई मिथिला सुख शान्ति केर घर हो – एकर प्रस्तुति देलनि जाहि पर उपस्थित जनमानस अत्यन्त भावुक बनि गेल देखायल। प्रमुख अतिथि देवेन्द्र मिश्र सहित उपस्थित बुजुर्ग श्रोता लोकनि सब कविक प्रस्तुति सुनिकय वाह-वाह करय सँ नहि रुकि रहल छलाह आर ओ कहबो केलनि जे वास्तव मे प्रतिभाक कमी नहि अछि मिथिला मे, बस मंचक कमी अछि। एहि कार्यक्रम मे अपेक्षित अतिथि साहित्यकार धिरेन्द्र प्रेमर्षि, अजित आजादक अनुपस्थिति केर अनुभूति होएत रहल। परन्तु तेजू मैथिल केर रंगारंग प्रस्तुति सब श्रोता सब केँ ततेक झूमेलक जे कोनो कमी नहि रहि थैहर-थैहर भ जेबाक बात कहि नव कार्यकारिणी गठन होयबाक प्रक्रिया पूरा कैल गेल।
नव कार्यकारिणी मे लगभग सब पद पर सर्वसम्मति सँ निर्णय भेल छल जखन कि एकमात्र सचिव पद पर गजेन्द्र गजूर ओ अमरेश महतो बीच प्रतिस्पर्धा भेल छल। चुनावी कार्य लेल प्रो. हिरालाल कर्ण ओ निराजन झा केर संयोजन मे सब सदस्य लोकनि भाग लेलनि। गजेन्द्र गजूर १० व अमरेश महतो ५ मत प्राप्त केलनि। गजेन्द्र गजूर सचिव निर्वाचित भेलाह। अध्यक्ष हृदय नारायण यादव, उपाध्यक्ष तेजू मैथिल, कोषाध्यक्ष गायत्री सिंह, सह-सचिव संगीता साह तथा सदस्य रूप मे जावेद अली, शिवशंकर गुप्ता, ज्योति विक, सरोज चौधरी, सुखसागर साह, अमरेश महतो छथि।
एहि अवसर पर सहयोग, प्रेरणा आ मार्गदर्शन करेनिहार कुल १४ गोटे केँ प्रशंसा पत्र, अंगवस्त्र ओ अबीर सहित सम्मान सेहो कैल गेल। गायक सावन कुमार, फिरोज शेख, राकेश झा, अर्जुनप्रसाद गुप्ता दर्दिला, हिरालाल कर्ण, प्रवीण नारायण चौधरी, भरत साह, शम्भु श्री, अखिलेश मिश्र, देवेन्द्र मिश्र, श्यामसुन्दर यादव पथिक सम्मानित व्यक्तित्वक सूची मे छलाह। ओनाहू कार्यक्रम मे दूर-दूर सँ सहभागिता देबय आयल विभिन्न अतिथि लोकनि केँ स्वागत माला पहिराकय कैल गेल छल।
लहान मे ई एकटा विशुद्ध मैथिली कार्यक्रम भेल – एहेन प्रतिक्रिया आम सहभागी जन देलनि। एहि कार्यक्रमक प्रेरणा सँ बड़-बुजुर्ग अभियानी लोकनि पूर्व मे गठित मैथिली साहित्य परिषद् केँ पुनरुत्थानक आवश्यकता महसूस केलनि ई बात अर्जुन प्रसाद गुप्ता दर्दीला कहलैन। एहि लेल आवश्यक बैसार करैत निर्णय करबाक वचन हिरालाल कर्ण देलनि। उपरोक्त कार्यक्रमक लाइव प्रसारण दुइ-दुइ टा रेडियो पर कैल गेल, जाहि सँ रौनियार सभागारक भितुरका बात खुलेआम लाखों मैथिल जनता सुनि अपन भाषिक पहिचान आ मूल मिथिला संस्कार प्रति सजगता प्राप्त कएने हेता ई बात नव निर्वाचित अध्यक्ष हृदय नारायण यादव कहलैन। संगहि अपन कार्यकाल मे मिसू नेपालक प्रतिष्ठा केँ आरो बहुत आगू बढेबाक भरोस दैत अपन नवगठित कार्यदल संग फोटो सेशन करैत एहि कार्यक्रमक अन्त कैल गेल। आगामी वर्षक योजना लेल आइ एकटा बैसार कैल जायत जेकर जानकारी बाद मे भेटत।