दिल्ली, सितम्बर ७, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
आजुक समय मैथिली-मिथिलाक दर्जनों अभियान धरातलपर चलि रहल अछि आर ताहि सब लेल वांछित आर्थिक सहयोग वास्ते सर्वथा उत्कृष्ट स्वैच्छिक अंशदान केँ मानल जाएत अछि। मैथिली साहित्य महासभा दिल्ली द्वारा कैल जा रहल नीक कार्यक सराहना करैत नाइजेरिया सँ संजय श्रीवास्तव अपन स्वैच्छिक अंशदान पठेबाक एकटा सुन्दर अनुकरणीय उदाहरण सोझाँ आयल अछि।
मैसाम महासचिव संजीब सिन्हा जानकारी दैत कहलैन अछि जे फेसबुक पर समाद भेटल जे ”संजीबजी, मैथिली साहित्य महासभा नीक काज कय रहल अछि, हम किछु आर्थिक सहयोग करय चाहैत छी, अकाउंट न. दिअ.” फेसबुक इनबॉक्स कएलनि नाइजीरिया मे प्रवासरत संजय कुमार श्रीवास्तव। आइ भोरे-भोरे एकटा एसएमएस आएल, देखैत छी, ओ अकाउंट मे ५१००/- टाकाक आर्थिक सहयोग भेज देलनि।
संजीबजी जानकारी दैत कहलैन अछि जे संजय श्रीवास्तव नाइजीरियो मे स्वदेश-प्रेम सँ ओत-प्रोत कार्यक्रम करैत रहैत छथि आ बहुत रास संस्था सब सँ जुडल छथि। ओ उम्मीद रखलैन अछि जे सामूहिकता सँ सही दिशा मे काज होएत रहत तँ सब सहयोग सतत भेटति रहत।
निश्चिते, मिथिलाक सनातन व्यवहार स्वयंसेवा सँ स्वसंरक्षण रहल अछि। यैह कारण छैक जे केहनो बिपरीत परिस्थिति रहितो मिथिला सदा सनातन जिबैत आबि रहल अछि युग-युग सँ। मैथिली जिन्दाबाद एहेन – एहेन सपुत केँ नमन करैत अछि जे अपन स्वविवेक सँ स्वैच्छिक अंशदान करैत मिथिला-मैथिली यज्ञ केँ पूरा कय रहल अछि। यज्ञक आयोजनकर्ता केँ सेहो ई जिम्मेवारी ईमानदारीपूर्वक निर्वाह करब ओतबे जरुरी आ वांछणीय धर्म अछि।