दिल्ली मे डा. लक्ष्मण झाक जन्मसदी समारोह ५ सितम्बरकेँ

दिल्ली! सितम्बर ३, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

mrns laxman jha५ सितम्बर २०१६ केँ मिथिला राज्य केर महान प्रणेता डा. लक्ष्मण झा केर जन्मसदी तिथि थीक। एहि अवसर पर मिथिला राज्य निर्माण सेनाक दिल्ली युनिट एकटा स्मृति समारोहक आयोजन रखलक अछि। ई जानकारी सेनाक राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष संजीब सिन्हा करौलनि। ओ कहलैन जे हम सब मिथिलावादी डा. लक्ष्मण झा केर आदर्श पर आइयो चलि रहल छी।

डा. लक्ष्मण झा एक व्यक्ति मुदा संपूर्ण शक्ति सँ सम्पन्न ओ दूरदर्शी व्यक्तित्व छलाह जे भारतीय संघ मे जनक-जानकीक पहिचान केँ संविधान मे स्थापित करबाक लेल भारतक स्वतंत्रता पूर्वहि सँ संघर्ष कएलनि। संजीब सिन्हा हुनक व्यक्तित्व केँ स्मृति मे अनैत कहलैन, “जिनका मिथिलाक गाँधी कहल जाइत छनि, जे लंदन विश्वविद्यालय सँ ‘मिथिला आ मगध’ पर पीएचडीक उपाधि प्राप्त कएने छलाह, जे मिथिलाहित लेल कैम्ब्रिज आ ऑक्सफोर्डक अध्यापन हेतु प्रस्ताव कें ठोकरा देलाह, जे मिथिला राज्य आंदोलनक वैचारिक अधिष्ठान प्रस्तुत कएलाह, जे सुगौली संधिक विरोध मे सभ सँ पहिने ठाढ़ भेलाह, जे मिथिला विश्वविद्यालयक कुलपतिक रूप मे मात्र १ टाका वेतन स्वरूप लैत छलाह, जे भात-चोखा खा क’ सादगीपूर्ण जीवन व्यतीत करैत रहलाह, जे मिथिला पर पचास सँ बेसी पोथी लिखलाह, जे आजीवन अविवाहित रहि अपन जीवनक क्षण-क्षण मिथिला लेल समर्पित क’ देलाह, एहन दुर्धर्ष मैथिल सपूत डा. लक्ष्मण झाक आगामी ५ सितंबर कें जन्मशताब्दी दिवस छनि, आउ हम सब ओहि दिन सायं ५ बजे मिथिला चौक (कनॉट प्लेस, नई दिल्ली) पर ‘लखनजीक व्यक्तित्व आ कृतित्व’क पुण्य स्मरण करैत छी।”

विदित हो जे मिथिला राज्य निर्माणक वैह सपना केँ साकार करबाक लेल वर्तमान समय कतेको रास सामूहिक प्रयास सब चैल रहल अछि जाहि मे युवा मैथिल लोकनि द्वारा आम जनमानस मे ई मुद्दा स्थापित करबाक लेल विभिन्न जनजागरण अभियानक संचालन आइ निरन्तर २०१३ सँ कैल जा रहल अछि। एहि क्रम मे डा. लक्ष्मण झा केर स्मृति आ सेहो हुनक जन्मसदीक शुभ अवसरपर समूचा मिथिला मे एकटा नव प्राणतत्त्वक संचरण करत।

मिथिला राज्य निर्माण सेनाक प्रवक्ता राम बाबू सिंह जानकारी दैत कहलैन अछि जे मिरानिसे: मिथिला राज्य निर्माण सेना केर सानिध्य मे युग पुरुष मैथिलरत्न स्वर्गीय डॉ लक्ष्मण झाक जन्म शताव्दी समारोह में अपने सभ मिथिला मैथिली सँ सरोकारी लोकनि केँ हार्दिक स्वागत करैत अछि।

मिथिलाक गांधी केर नाम सँ प्रसिद्ध डॉ लक्ष्मण झा केर जन्म ५ सितम्बर १९१६ क दरिभंगा जिलाक रसियारी गाम में भेल छल। स्वतंत्रता संग्रामक योद्धा, महात्मा गांधी द्वारा १९४२ में चलाओल गेल अंग्रेज के खिलाफ “भारत छोड़ो आंदोलन” में सक्रिय सहभागी रहल छलाह। मातृभूमि आ मातृभाषाक महान अनुरागी मिथिला व मैथिलीक विकास लेल सतत प्रयत्नशील रहलाह।

जीवनपर्यन्त संघर्षशील डॉ लक्ष्मण झा भारत आ नेपाल द्वारा १९४७ ई. मे भारतक स्वतंत्रता उपरान्त १९५० मे कैल संधि सँ सुगौली संधि केर विरोध नहि कय ओकरा मानि लेबा सँ व्यथित भऽ मिथिलाक दुइ देश मे विभाजन केँ मान्यता प्रदान करबाक अंग्रेजक करतूत पर मोहर लगेबा जेकाँ मानि ‘गोरखा पायाक विरोध’ आन्दोलन चलौलनि।

विद्वान व प्रखर जननायक डॉ. लक्ष्मण झा मिथिला राज्यान्दोलनक प्रणेता मानल जाएत छथि। मिथिला विश्वविद्यालय दरिभंगाक बतौर कुलपति १० महीना कार्यकाल में अपन वेतन स्वरूप मात्र १ टका लैत छलाह। हिनकर सादा जीवन उच्च विचार सँ प्रभावित लोके सभ हिनका गांधीक उपाधि देलनि।

समाजवादी विचारधारा सँ प्रभावित छलाह आ सोसलिस्ट पार्टी सँ एक बेर चुनाव सेहो लड़लाह मुदा पराजित भेलाह। चुनाव में गंदगी देखि पुनः राजनीती सँ दुरे रहलाह आ आध्यात्मिक जीवन में अपन समय के व्यतीत करय लगलाह। हुनकर मिथिला मैथिली सम्बन्ध में हिंदी आ अंग्रेजी में १५ गोट पोथी प्रकाशित भेल अछि।

अंततः जीवनभरि मिथिला मैथिली केर उत्थान कार्य आ चिन्तन मनन में लागल मिथिलाक विभूति डॉ लक्ष्मण झा २३ जनवरी २००० केँ अपन अनन्त यात्रा पर विदा भ गेलाह।

मिथिला राज्य निर्माण आन्दोलन केर महान विभूति डा. लक्ष्मण झाक जन्म शताब्दी समारोह कनॉट प्लेस केर मिथिला चौक पर ५ सितम्बर सोम दिन सायं ५ बजे संगोष्टीक कार्यक्रम में अपने सभ मिथिला मैथिली प्रेमी सादर आमंत्रित छी। मिरानिसे केर समस्त पदाधिकारी के तरफ सँ फराक मिथिला राज्य आंदोलनक पुरौधा डॉ लक्ष्मण झाक जन्मशताब्दी पर शत शत नमन!