चंदनकुमार झा, कोलकाता, अगस्त ३०, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
वर्ष २०१६ केर छठम ‘अकासतर बैसकी’क कोलकाताक डलहौजीमे भेल। अनुकूल वातावरणक अभाव ओ पार्कक अव्यवस्थाक कारणे बैसकी पूर्वनिर्धारति आयोजन स्थल- शहीद मीनार पार्क’मे नहि सम्भव भऽ सकल।
युवा साहित्यकार डॉ. अनमोल झाजीक अध्यक्षतामे आयोजित एहि बैसकीमे आमोद झा, राजीवरंजन मिश्र, भाष्कर झा, विजय इस्सर, रूपेश त्योंथ आ संयोजक चन्दन कुमार झा भाग लेलनि। संचालन भाष्कर झा कयलनि।
ज्ञात हो जे मैथिली कविताकेँ समर्पित धारावाहिक गोष्ठीक रूपमे ‘अकासतर बैसकी’ विगत डेढ़ वर्षमे अत्यन्त लोकप्रिय भेल अछि आ एहिसँ प्रेरणा ग्रहण कए देश-विदेशक अनेक स्थानपर एहन मुक्ताकाश बैसकीक आयोजन भऽ रहल अछि।
पं. चन्द्रनाथमिश्र ‘अमर’ रचित गीतक विजय इस्सरक सुमधुर गायनक संग बैसकी आरम्भ भेल। इस्सरजी पश्चात स्वरचित कविता ओ राजीवरंजन मिश्रजीक गजलक सुमधुर प्रस्तुति देलनि। चन्दन कुमार झा स्वरचित कविताक संग-संग कवि द्वय रमेश ओ दिलीप कुमार झाक कविताक आवृति सेहो कयलनि। भाष्कर झा जीक काव्यपाठक बाद समकालीन मैथिली गजलक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर राजीवरंजन मिश्र अपन अनेक गजल प्रस्तुत कयलनि, जाहिपर विस्तृत विमर्श सेहो भेल।
आमोद कुमार झा, हिन्दी साहित्यक प्रख्यात कवि ओ पश्चिम बंगालक राज्यपाल माननीय केशरीनाथ त्रिपाठी जीक हिन्दी कविताक मैथिली अनुवाद पढ़लनि। अन्तमे अध्यक्ष डॉ. अनमोल झा अपन दू गोट बाल-कविता प्रस्तुत कयलनि।
एहि बैसकीमे डॉ. अनमोल झाक पाँचम लघुकथा संग्रह- “मेघ-खण्डमे चन्द्रमा”क लोकार्पण उपस्थित कविगणक हाथे सम्पन्न भेल। ई पोथी नवारम्भसँ प्रकाशित भेल अछि। एहि अवसरपर मैथिली-मिथिलाक अनन्य सेवक स्वर्गीय बाबूसाहेब चौधरीक अवदानक स्मरण करैत हुनका प्रति विनम्र श्रद्धांजलि व्यक्त कयल गेल। पटनाक नवतुरियाक सत्प्रयाससँ संचालित “साहित्यिक चौपाड़ि”क वर्षपूर्तिपर सेहो प्रसन्नता व्यक्त करैत एकर निरन्तरताक प्रति मंगलकामना व्यक्त कयल गेल।