विचार: प्रकाश कमती
समाजसेवाक भावना बिनु समाज सेवा सम्भव नहि : एक्सलेन्ट सिक्स
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कोसी केर विनाशलीला सँ त के नहि परिचित छी, हरेक साल इ विशाल नदी अपन प्रलयकारी स्वरूपक साक्षात् दर्शन कराबैत रहल अछि आ जाहिसँ अपन निकटवर्ती क्षेत्र जेना मधेपुर, सहरसा, मधुबनीक अधिकांश भाग केर अपन प्रलय केर ग्रास बना लैत अछि। अहि प्रलयकारी बाढ़िसँ दीनहीन लोकक गुजर-बसर क्षत-विक्षत तs भइये जाएत छैक संगहि बीघाक-बीघा में लहलहाएत खेतक फसलक सेहो सर्वनाश भए जाएत छैक जे चिंतनीय अछि। तकरा बाद आरम्भ होएत छैक राज्यसरकार आ नेता सभक अहि जानमालक नुकसानक भुक्तभोगी लोकक ताजा घाव पर अपन मरहमरूपी बयानबाजी। छूछे नोर, पूछू नै …जेना कतेक बरका प्रजापालक होइथ। वास्तविकता कि छैक एहिठाम इ कहबाक कुनो प्रश्ने नै आबैत अछि चूँकि इ सर्वविदित सबगोटे अपन आँखिसँ देखिए रहल छी।
तखन ऐना में के होयत ठार..?, अहि बाढ़िपीड़ितक नोर के पोछतैक..?, उजड़ल घर केर पुनर्वसन कोना हेतै..?, अहिना अनेकानेक गंभीर प्रश्न सबगोटेक समक्ष ठार भए आत्मसात करबाक लेल चिन्हित करैत अछि। नेताक रासलीलाक तs गप्पे छोरु….!
आऊ आब किछु ओहनो समाजसेवी केर वृतांतक बखान करि जे निश्चित रूपसँ अपना द्वारा कएल कार्यक लेल बधाई केर पात्र छथि। व्हाट्सएप समूहसँ शुरू भेल ‘एक्सलेन्ट सिक्स’ नामक समूह जे एकटा छोटछीन समाजसेवाक लेल प्रतिबद्ध युवा सभक प्लेटफार्म थिक। इ समूह अपन व्यक्तिगत सहयोगसँ समाज में दीनहीनक तकलीफ, दुःख-दर्द में तन-मन-धन सँ अपन दुःख बुझि धरातल पर लगातार मदैत करैत आयल अछि। चाहे ओ मदैत जाड़क मास में ठण्डसँ थर्र-थर्र काँपैत लोकक बीच कम्बल बाँटि कएल हो अथवा सुमौल गाम में एकटा गरीब बुढ़ी माय केर श्राद्ध कर्म कए। अहितरहक अनेको कार्य अहि टीम द्वारा होएत आयल अछि जे एकटा नीक आ गौरवमयी व्यक्तिगत समाजसेवाक उदाहरण प्रस्तुत करबाक लेल उपयुक्त अछि।
हालहिं में दू-तीन दिन पहिने टीम ‘एक्सलेन्ट सिक्स’ द्वारा कोसी केर प्रलयसँ त्रस्त मधेपुर केर द्वालख प्रखंड में दुनु साँझक खेनाइ केर व्यवस्था कएल गेल। प्राथमिक मदैत में गुड़ आ चुरा केर बंदोबस्त सेहो कएलनि। टीमक उर्जावान सदस्य श्री नीरज मिश्रा ‘मुन्नूजी’ बतौलनि जे प्रयाश लगातार प्रगति पर अछि आ अहि लेल टीमक सब सदस्य भरपुर कोशिश कए रहल छथि जाहिसँ उक्त स्थान पर यथाशक्ति बेसीसँ बेसी सुविधा उपलब्ध कएल जा सकै।
छः सदस्यी अहि टीम केर काजसँ प्रभावित भए एखन धरि डेढ़ दर्जन लोक टीम संग जुड़ि चुकल छथि संगहि अहि तरहक आपदा में समाजक संग ठार होबए में टीमसँ बाहरी लोक सब सेहो अपन आर्थिक मदैत पहुँचा रहल छथि। ज्ञात हो एखन धरि इ टीमक सदस्य अपन सहयोगसँ 18000 टकाक भोजन जे भंडारा रूप में आ 6000 टकाक गुड़ आ चुरा बाँटि चुकल अछि। टीमक कहब अछि जे इ प्रयाश एखन लगातार जारी रहत।