कानपुर, अगस्त ८, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
मिथिलांचल महासभा उत्तर प्रदेश, कानपुर केर प्रवक्ता तथा मिथिला राज्य निर्माण सेनाक वरिष्ठ सल्लाहकार श्री अनिल झा बिहार केर मुख्यमंत्री तथा जदयू नेता नीतीश कुमार केँ मिथिला राज्यक मांग सम्बन्धी एकटा ज्ञापन सौंपलनि।
बकौल झा परसु दिनांक ६ अगस्त केँ बिहारक मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी कानपुर आयल रहैथ। हुनका मिथिलांचल महासभा उत्तर प्रदेश कानपुर द्वारा मिथिला केर मान पाग आ दोपटा आ माला पहिरा कय स्मृति चिह्न केर संग सम्मान कैल गेलनि आ हुनका स बहुत रास बात भेल संगे मिथिला राज्य पर चर्चा सेहो कैल गेल ।
मैथिली जिन्दाबाद द्वारा राखल गेल जिज्ञासा जे ओहि ज्ञापन मे कि सब कहल गेल अछि, तेकर जबाब मे श्री झा कहलनि जे एहि बेर हम सब कोनो लिखित ज्ञापन नहि दय केवल मुख्यमंत्री संग चर्चा करैत मौखिक ज्ञापन देलहुँ अछि। माननीय मुख्यमंत्रीजी हमरा सबहक स्वागत ओ सत्कार सँ एना उत्तर प्रदेश मे सेहो अपन प्रदेश व मिथिला मे अयबाक अनुभूति भेटल कहलनि। संगहि ओ एक प्रतिनिधिमंडल केँ एहि चर्चा केँ निरंतरता देबाक लेल पटना सेहो बजौलनि अछि।
प्रवक्ता झा केर अनुसार बहुत जल्द हुनका सँ अहि मुद्दा पर बात करबाक लेल एकटा प्रतिनिधि मंडल केँ कार्यक्रम बनाओल जायत, एहि वास्ते मुख्यमंत्री जदयू केर वरिष्ठ नेता आ मिथिलापुत्र संजय झा सँ कहलनि। संजय जी सेहो एक टा मीटिंग अहि मुद्दा पर दरभंगा में मिथिला राज्य निर्माण सेना केर प्रदेश कमिटी आ राष्ट्रिय कमिटी केर संग करबाक विचार देलनि।
श्री झा अपन उपरोक्त मीटिंग व आउटकम केर विषय मे मिथिला राज्य निर्माण सेनाक प्रदेश एवं राष्ट्रीय समिति लंग प्रस्तुत करैत हुनका सब सँ समुचित विचार करैत आगाँ कोना आ कहिया बैसार राखल जाय ताहि लेल उचित निर्णय लेबाक अनुरोध केलैन अछि। ओ अपना तरफ सँ मिरानिसे केँ ईहो अनुरोध करबाक बात कहलैन जे राज्य केर वर्तमान सत्ताधारी दल केर कि मंशा छैक राज्य निर्माण केर सम्बन्ध मे से जानि गेलाक बाद केंद्र सरकार सँ सेहो बातचीत कैल जेबाक मार्गदर्शन भेटत। एहि तरहें नवम्बर मे प्रस्तावित राष्ट्रीय महाधिवेशन सँ पहिने केंद्र आ राज्य सरकारक नीति आ नियति केर पता चैल सकत।
मिथिला राज्य निर्माण केर अभियान हालहि तीव्र गति सँ आगू बढय लागल अछि। भारत मे छोट राज्य केर स्वीकृतिक बहस एक तरफ राष्ट्रीय मुद्दा अछिये, एम्हर जन-जन मे जागरण लेल मिरानिसे केर विभिन्न अभियान सेहो धरातल पर चैल रहल अछि जाहि सँ मिथिला राज्य केँ संविधान मे सम्मानित ढंग सँ स्थापित करबाक सपना पूरा होयत, ई जन आकांक्षा मे चर्चा आम बनि रहल अछि।