
कहबी छैक न – जहाँ चाह, वहाँ राह! नेतृत्वक अर्थ एकरे कहल जाएत छैक। विगत ३१ जुलाई प्रदेश कार्यकारिणीक निर्धारण करिते ई टार्गेट लेल गेल जे ६ अगस्त सँ सम्पर्क अभियान चलाओल जायत। आर नतीजा सामने अछि। हम सब आभारी छी एहि नव कार्यसमितिक जिनकर नेतृत्व मे सफलतम् सम्पर्क अभियानक आइ दोसर व अन्तिम दिन मधुबनीक विभिन्न स्थान पर नेतृत्व पाँति मे लोक सब केँ जोड़ल जा रहल अछि। संयोजन मे सहयोग बाहर रहनिहार समर्पित सज्जन लोकनि सेहो कय रहला अछि। उत्साह देखि मन गदगद अछि। भाइ राम बाबु सिंह दिल्ली सँ संयोजन कएलनि, हुनकर आभार।
सम्पर्क अभियान हरेक शनि आ रवि चलत – ५ जिला सीतामढी, बेगुसराय, मधुबनी, दरभंगा आ समस्तीपुर मे ई अभियान केँ शीघ्र अंजाम धरि पहुँचायल जायत। ई जानकारी राष्ट्रीय महासचिव राजेश झा करौलनि अछि। विदित हो जे राजेश जी केर नेतृत्व मे दिल्ली मे सेहो बहुत रास महत्वपूर्ण अभियान चलाओल गेल छल। यात्रा ३ मे सेहो हिनकहि नेतृत्व रहल आर पुनः ओही जुनूनी जोश मे काज आगू कैल जा रहल अछि, ओ जानकारी करौलनि।

निस्तुकी बात छैक जे मिथिला राज्य भारतक संघीय संरचना मे एक एहेन राज्य केर अवधारणा थीक जे कहियो देश कहाएत छल। एकर ऐतिहासिकता आ पौराणिकता वर्तमान केन्द्र तथा राज्य केर अवहेलनाक कारण नष्ट-नाबूत भऽ गेल अछि। जेकरा विद्यागारा मिथिला कहल जाएत छल ओ आइक समय मे कहियो बाढग्रस्त त कहियो सूखाग्रस्त विपन्न गरीब प्रदेश मजदूर आपूर्तिकर्ता क्षेत्रक रूप मे स्थापित बनि गेल अछि। आबो जँ मिथिला राज्य केर अपन सरकार आ सरोकार पर लोक ध्यान नहि देत तऽ ई सनातनजीबी संस्कृति आ पहिचान केर सर्वस्व स्वाहा होयब तय अछि। प्रदेश सचिव तथा फिल्मकर्मी नवीन चौधरी अपन सन्देश मे जन-जन केँ बुझबैत मिथिला राज्यक आवश्यकता पर प्रकाश दैत ई यात्रा आगाँ बढा रहला अछि। संग मे बटोहीजी, टुनटुनजी आदि सेनानी सेहो अपन-अपन संबोधन सँ मिथिला राज्यक आवश्यकता पर जोर दैत लोक सब केँ जोड़ैत बढि रहला अछि।
हरिः हरः!!