पुस्तक परिचयः भारत दर्शन
मैथिली जिन्दाबाद पर पहिने सँ परिचय कराओल गेला स्रष्टा – मैथिली एवं हिन्दीक संग-संग असमिया भाषा मे सृजन श्रृंगार कएनिहार व्यक्तित्व ललित कुमार झा द्वारा रचित हिनक एक महानतम् रचना “भारत दर्शन” केर जानकारी पाठकवर्ग धरि पहुँचा रहल छी।
कवि ललित केर ई रचना “भारत दर्शन” केर प्रशंसा करैत मैथिली-मिथिला केर महान अभियानी, विद्वान् आ दैनिक पुर्वोदय केर पूर्व संपादक स्व. सत्यानन्द पाठक “आत्म-दर्शन” कहिकय अपनहि शब्द मे प्रशंसा करैत पाठकवर्ग लेल अत्यन्त रोचक आ पठनीय पोथीक रूप मे परिचित देलनि अछि।
“देश प्रेमक भाव” शीर्षक सँ द सेन्टिनेल दैनिक (गुआहाटी) केर संपादक दिनकर कुमार कवि केर भाव कवितात्मक शैली मे देशक विभिन्न तीर्थस्थलक संग-संग ऐतिहासिक महत्वक स्थान सबहक चर्चा केँ अत्यन्त महत्वपूर्ण आ मननीय मानलैन अछि। ओ इकबाल केर रचना – सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा सनक प्रसिद्ध रचनाकेँ अपन विभिन्न पद्य-रचना सँ श्रद्धाञ्जलि कवि ललित द्वारा भारत दर्शनक मार्फत देबाक चर्चा सेहो कएने छथि।
कवि ललित मैथिली जिन्दाबाद केँ जानकारी करबैत पाठकवर्ग सँ सेहो अनुरोध केलैन अछि जे ई पुस्तक सब उमेर केर लोक लेल रोचक आ पठनीय हेबाक कारण संग्रह योग्य अछि। ई पोथी सेहो सैप्पीमार्ट – अनलाइन शापिंग द्वारा उपलब्ध करायल जा रहल अछि। अहाँ कतहु रहू, अहाँ अपन प्रति जरुर मंगा सकैत छी।
मैथिली भाषा मे एना देश भरिक पर्यटन स्थल केर चर्चा करब पर्यटन उद्योग लेल सेहो सहायक अछि, संगहि ई एकटा गाइड केर रूप मे अहाँ लेल उपयोगी सिद्ध होयत। बहुत एहेन जगह छैक जेकर माहात्म्य अपन खास छैक, लगभग सब गूढ बात केर चर्चा अपन एहि पोथी मे कवि कएने छथि। निश्चित रूप सँ एकर उपयोगिता सबहक लेल अत्यन्त उल्लेखनीय होयत। मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ लेखक आ पाठक सब केँ एहि नीक पोथीक लेल शुभकामना अछि।
एहि रचनाक एकटा कृतिः
आउ चलू करू भारत भ्रमण।
आउ घुमन सुनू भारत वर्णन।
चिर अभिलाषा जन-गण-मन।
भारत भ्रमण आओर भारत दर्शन।
युग-युग सँ ई पूनीत आचरण।
हो तीर्थाटन संग-संग देशाटन।
एकताक सूत्र पर्यटन।
सांस्कृतिक समन्वय संवर्धन।
देशभक्ति बोध उद्घाटन।
प्रेम सद्भावना संप्रेषण।
गरिमामय इतिहासक अध्ययन।
गौरवमय भविष्य अवलोकन॥