खल खल हांसे मोर अंगनमा से दियऽ ने ललनमां माँ

साभारः भारती रामानन्द, दरभंगा केर ‘हम सब मिथिलावासी’ पर कैल गेल पोस्ट सँ ई सुन्दर भगवतीक गीत एतय पोस्ट कैल जा रहल अछि

maiya ke geet

खल खल हांसे मोर अंगनमा दीयऽ ने ललनमां हे माँ

मां हे जुड़बू ने हमर नयनमा द दीयऽ ने ललनमां हे माँ!!

 

कल जोरी ठाढ अछि बझिनियाँ गोहरबै यऽ चरणियां हे माँ

माँ हे आसरा एक अहीं के शरणमां द दीयऽ ने ललनमां हे माँ

माँ हे जुड़बू ने हमर नयनमां द दीयऽ ने ललनमां हे माँ!!

 

खोइछ भरय आबि दुअरिया हम सुनु ने अरजीया हे माँ

माँ हे नबो दिन सहब संग सजनमां द दीयऽ ने ललनमां हे माँ

माँ हे जुड़बू ने हमर नयनमां दऽ दियऽ ने ललनमां हे माँ!!

 

खल खल हांसे मोर अंगनमा से दीयऽ ने ललनमां हे माँ

माँ हे जुड़बू ने हमर नयनमां द दीयऽ ने ललनमां हे माँ!!