अखिल भारतीय मिथिला पार्टी करत केस बिहार सरकार पर

साभार फेसबुकः मैथिली जिन्दाबाद!!

abmpअखिल भारतीय मिथिला पार्टीक राष्ट्रीय महासचिव रत्नेश्वर झा बिहार मे संपन्न पंचायती चुनाव उपरान्त प्रखण्ड आ जिला स्तर पर कैल जा रहल प्रमुख, उप-प्रमुख तथा अन्य पदक चुनाव मे निर्दलीय उम्मीदवारी प्रथा सँ राजनीतिक दलीय व्यवस्था मे जोड़बाक नीति केँ आलोचना करैत अपन विचार रखैत कहलैन अछि जे एहि तरहक कार्य जनहित मे नहि अछि आर ई जनभावनाक संग संवैधानिक व्यवस्थाक अवमानना सेहो थीक। हुनकर विचार जहिनाक तहिनाः

“बिहार सरकार केँ कोर्ट में आब जरूर घसीटबाक चाही। पंचायती चुनाव ओ करेलक निर्दलीय व्यवस्था पर आ आब समस्त प्रखंड प्रमुख ओ जिला अध्यक्ष केर चुनाव डकैत नेता सभक संग ओकर नेतृत्व में करबा रहल अछि। तमाम महिला प्रतिनधि राजनीतिक दल सभक कठपुतली मात्र बनिकय रहि गेल अछि। दबंग सब आब अपन रास्ता बंद भेलाक बाद अपना पत्नी केर छाँह में राजनीति करब सुरु कयलक अछि। ई लोकतंत्र लेल धोखा अछि आ खुलेआम जनता केँ बेवकूफ बनेबा समान अक्षम्य अपराध। मिथिला क्षेत्रक समस्त जिला न्यायलय सँ अहि मादे बिहार सरकार पर मुक़दमा अखिल भारतीय मिथिला पार्टी करत। सब हारल नेता, व्यवस्थाक दलाल, भ्रष्टाचार केर पोषक अहि खेल में सामिल अछि। ई सब बात अभामिपा जनताक अदालत मे कानूनक अदालत मे ठाढ करत।”

निश्चित रूप सँ आधार मे रहल पंचायती चुनाव मे जखन पार्टी-पोलिटिक्स नहि तऽ बाद मे चुनल गेल प्रतिनिधि मे षड्यन्त्रपूर्वक राजनीतिक दलक तगमा पहिराकय राजनीतिक पैंतराबाजी करब आम जनमानस संग धोखा समान अछि – ई कहब अछि आम बुद्धिजीवी समाजक। एहि पर भारतीय संविधान मे केहेन प्रावधान अछि ताहि लेल कानूनविद् संग सल्लाह केला बादे किछु कहल जा सकैत अछि। लेकिन अभामिपा द्वारा कैल गेल निर्णय स्वागत योग्य अछि।