मिरानिसे केर पटना चिन्तन शिविर संपन्नः राज्यपाल केँ ज्ञापन

मिथिला राज्य निर्माण सेनाक चिन्तन शिविर पटना मे संपन्न

पटना, जून १२, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

mrns shivirमिथिला राज्य निर्माण सेनाक एक दिवसीय चिन्तन शिविर आइ पटनाक माध्यमिक शिक्षक भवन सभागार मे संपन्न भेल। भैरवि वन्दना सँ आरम्भ शिविर मे विभिन्न स्थान सँ सहभागी प्रतिनिधि लोकनिक आपसी परिचय उपरान्त मिथिला राज्य निर्माण सेनाक अध्यक्ष श्याम सुन्दर झा द्वारा संस्थाक परिचय करबैत अपन मन्तव्य देल गेल।

मिथिला राज्य आन्दोलनक इतिहास व विकास तथा मिथिला राज्य केर आदिकाल सँ वर्तमान धरिक अवस्था पर क्रमशः प्रवीण नारायण चौधरी तथा डा. धनाकर ठाकुर द्वारा शुरुआती विचार राखल गेल। एहि सत्रक संचालन राष्ट्रीय महासचिव राजेश झा कएलनि।

तदोपरान्त कार्यक्रमक ऐगला सत्र मे मिथिला राज्य आन्दोलन मे कतय चूक भेल आर कि कैल गेला सँ आन्दोलनक धार प्रखर होयत, संगहि एहि मे सहभागी प्रतिनिधि लोकनिक अपन कि सहभागिता देल जायत ताहि विषय पर उपस्थित ४० प्रतिनिधि सब अपन-अपन विचार रखलनि। जाहि ठाम बेसी रास सदस्य मात्र दोसराक कमजोरी गानय मे व्यस्त रहलाह, ओतहि मिथिलांचल महासभा उत्तरप्रदेश (कानपुर) केर प्रवक्ता अनिल झा, मिरानिसे कार्यकारिणी सदस्य व अखिल भारतीय मिथिला पार्टी केर नेता संजय मिश्रा, अभियन्ता आनन्द कुमार, पत्रकार कंत शरण, अभियानी मणिभूषण राजू, मैथिली कवि-साहित्यकार एवं अभियानी गुञ्जन श्री तथा बाल मुकुन्द पाठक, वरिष्ठ अभियानी एवं समाजसेवी सुमन खाँ समाज तथा संचारकर्मी सुभाषचन्द्र झा, सीतामढी सँ डा. देवेश कुमार ठाकुर, कर्नल श्यामानन्द झा, शोधकर्ता एवं साहित्यकार तेजकर झा, युवा अभियानी आनन्द ठाकुर, स्तम्भकार व विचारक राम बाबु सिंह, संजय रिक्थ, वैद्य ओ पी महतो, हेमन्त झा, शरत झा, रजनीश झा, आदि बहुत रास महत्वपूर्ण विचारक संग अपन भूमिका कोन तरहें देब ताहि पर प्रकाश देलनि। एहि सत्रक संचालन राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष संजीब सिन्हा द्वारा कैल गेल, तथा समीक्षा साहित्यकार एवं संचारकर्मी अजित आजाद द्वारा कैल गेल छल।

कार्यक्रम मे भोजनावकाश उपरान्त अन्तिम सत्र मे मिथिला राज्य निर्माण सेना द्वारा ऐगला डेग ‘राष्ट्रीय अधिवेशन’ करबाक लेल वृहत् चर्चा कैल गेल। एहि वास्ते आगामी नवंबर ८-९, २०१६ केर तारीख तय कैल गेल अछि। अधिवेशनक सफलताक लेल संचालक समितिक संग संयोजक एवं सह-संयोजक केर नाम तय कैल गेल अछि। संचालक समिति मे जतय हाल लेल २६ आदमीक नाम आबि सकल, ताहि ठाम आरो ७४ व्यक्ति केँ जोड़बाक योजना अछि। संयोजन हेतु रंगनाथ ठाकुर केँ जिम्मा देल गेलनि, तहिना सह-संयोजन मे राजेश झा, सुमन खाँ समाज, संजय मिश्रा तथा डा. देवेश केर नाम सर्वसम्मति सँ चुनल गेल। तहिना मिरानिसे द्वारा केन्द्र दिल्ली मे सब तरहक भार-वहन करबाक लेल दुइ गोट सह-संयोजक केँ भार देल गेलनि, जाहि मे हेमन्त झा एवं शरत झा केर नाम राष्ट्रीय कार्यकारिणीक कोषाध्यक्ष संजीब सिन्हा द्वारा प्रस्तावित कैल गेल आर सहभागी प्रतिनिधि लोकनि एकरा अनुमोदन करैत स्वीकृति कएलनि।

आजुक शिविर मे आगामी अधिवेशन लेल कुल १५ लाख केर बजट राखल गेल अछि। आर्थिक संकलन केर भार सहित संगठन केर विस्तार कार्यक्रम हेतु आधारभूत कोष व्यवस्थापन लेल सेहो गहन विमर्श उपरान्त एकटा वृहत् कार्यसमिति बनेबाक निर्णय कैल गेल। हाल संगठन विस्तार हेतु संजय मिश्रा द्वारा राखल गेल प्रस्ताव जे महीना मे कम सँ दुइ रवि दिन विभिन्न जिला मे जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर उपरोक्त संयोजन समिति द्वारा कार्य कैल जायत तेकरा स्वीकार करैत समिति द्वारा शीघ्रहि एकटा विस्तृत कार्ययोजना बनेबाक लेल समय लेल गेल अछि। संगठन विस्तार कार्य हेतु शिविर मे तत्क्षण १० गोट स्वैच्छिक मासिक योगदानदाता अपन नाम आगू लिखौलनि जे मासिक १ हजार रुपया मिरानिसे केँ सहयोग देता। जुन मासक सहयोग नगद जमा कराओल जा चुकल अछि। राष्ट्रीय अधिवेशन धरि ई लक्ष्य लेल गेल अछि जे प्रस्तावित मिथिला राज्य केर कुल ३० जिला मे सँ प्रत्येक जिलाक प्रतिनिधि सहभागी बनैथ आर दोसर दिन विशाल आमसभाकेर आयोजन हो, आर तदोपरान्त एकटा आमसभा प्रत्येक मास विभिन्न अन्य जिला मे सेहो कैल जाय।

mrns gyapan patnaनवनियुक्त संयोजक रंगनाथ ठाकुर द्वारा अधिवेशनक स्वरूप पर अपन विचार रखैत कहल गेल जे जानकी केर जन्मस्थान पुनौरा सँ सैकड़ों मोटरसाइकिल तथा गाड़ी मे सवार मिथिलाक हजारों-हजार सेनानी सहित अधिवेशन स्थल धरिक यात्रा आ तदोपरान्त अधिवेशन केँ श्रीगणेश करबाक उत्साहपूर्ण विचार प्रस्तावित कैल गेल जेकरा ध्वनिमत सँ सब सहभागी स्वीकार कएलनि। ‘हमर बापक राज्य चाही – मिथिला राज्य चाही! मिथिला राज्य चाही!!’ – जानकी केर एहि नाराक संग मिथिलाक सब जाति ओ धर्मक लोक ई आह्वान करैत मिथिला राज्य निर्माण सेनाक अधिवेशन मे भाग लेता। श्री ठाकुर द्वारा एकटा आरो महत्वपूर्ण प्रस्ताव ई राखल गेल जे मोबाइल वा फोन पर वा आपसी भेंट भेला पर जे अभिवादनक शिष्टाचार कैल जाएछ, ताहि मे प्रथम वक्ता ‘जय मिथिला’ कहैथ, जबाब मे ‘जय जानकी’ कहल जाय। एहि प्रस्ताव केँ तुरन्त नारा दैत सहभागी प्रतिनिधि लोकनि स्वीकार करैत आगामी दिनचर्या मे धारण करबाक संकल्प लेलनि। श्री ठाकुर मिथिला राज्य निर्माण सेनाक सांगठनिक स्वरूप कुल तीन दर्जाक हो – पहिल वैचारिक, दोसर आर्थिक आर तेसर धरातल पर रहनिहार कार्यकर्ता – एहि तिनू दर्जाक अलग-अलग समूह आ कार्य भार विभाजन करैत मिरानिसे संगठन केँ मजबूती प्रदान कैल जाय। हुनकर एहि विचार केँ सेहो सर्वसम्मति सँ शिविर द्वारा निर्णय अनुमोदित कैल गेल।

शिविर समापन केलाक बाद भारी वर्षाक कारण पैदल मार्चक कार्यक्रम मे कटौतीकय सीधे राजभवन पर पहुँचि सेनानी लोकनि कर्नल श्यामानन्द झा केर नेतृत्व मे ज्ञापन पत्र महामहिम राज्यपाल रामनाथ कोविन्द केर एडीसी हर किशोर राय केँ सौंपलनि।