– किसलय कृष्ण, समाचार संपादक
कनाट प्लेस मेटरो सँ विदा भ गेल छी पटेलनगर लेल, मोन विभिन्न उहापोहमे औना रहल अछि, परिवार, कैरियर सम्बन्धी सोच मे ओझरायल छी कि मानसपटल पर एकटा कीड़ा आबिके कटैत अछि आ बिस्सबिस्सी शुरु भ जाइत अछि……. ई कीड़ा आइ कोनो पहिल दिन नइ अपितु विगत डेढ दशकसँ जखन तखन कटैत रहैत अछि आ ओ कीड़ाक नाम थीक मिथिला आ मैथिली।
मोन नइ अछि जे ई हमरामे प्रवेश कोना लेलक, मुदा ई हमर प्रिय बनि चुकल अछि । से एखन पटना मिरानिसे चिन्तन शिविरक चिन्ता मे छी आ सफल होय से कामना सहजहि क रहल छी । इएह सब सोचैत पटेलनगर उतरि गेल छी आ रिक्शा पर सवार होइत चालक के गाम पुछैत छी …..मधेपुरा जिलाक गम्हरियाक छथि ई । मिथिला राज्य लेल समझबैत छी एकरा आ बात बुझि रिक्शावला एक्के बेर कहैत अछि ……हजूर बलू जल्दी बनाबू मेथुला राज, अपने हियाँ रोजी भेटतइ त बहिं कइले मरब एतय । हम पुछैत छी जे कतेक रिक्शावला छह एतय अपना दिसका । दिल्ली मे प्रदर्शन मे जेबहक । ओ कहैत अछि जे हजूर अपना एन्हर के एते रिक्शावला छी जे रिक्शे सँ लालकिला घेरि लेब । जहिया बजाउ । मोबाइलमे एहि सुन्नर मन्डलक नम्बर सेव करैत आगू बढैत छी …..
सोचैत छी जे हमर पुरखाक देस मिथिला आइ राज्य धरि नइ अछि ई बात लेल लड़बाक समय आबि गेल अछि ……..अपन अधिकार लेल आब मैदान ए जंगमे उतरबाक बेगरता छैक ।