मैथिली-मिथिला लेल सापिंग मार्टः लोकप्रिय ब्राण्ड सैप्पीमार्ट

मैथिली ब्राण्ड केर लोकप्रियताः मिथिलाक अनलाइन बाजार

sappymartवर्तमान युग मे मैथिल जनमानस कतय सँ कतय धरि पहुँचि गेल अछि एकर जिक्र करैत रहब हर बेर तऽ आवश्यक नहि मुदा इन्टरनेटक युग मे विश्वक हरेक कोण मे पसरल मैथिल एक्केठाम समेटल देखेला सँ मिथिलाक सीमा मात्र हिमालय-गंगा-कोसी-गंडक केर मध्यहि टा नहि बल्कि समूचा पृथ्वी – ग्लोबल वर्ल्ड धरि पहुँचि गेल कहबा मे अतिश्योक्ति नहि होयत।

सोसल मिडियाक कमाल कहब हम एकरा। पैछला १०-१२ वर्ष मे ओर्कुट सँ लैत फेसबुक आ आब व्हाट्सअप आदि पर सेहो मैथिल केर उपस्थिति झमटगर अछि। इन्टरनेट केर पेज मे १५ वर्ष सँ पहिने गोटेक याहू ग्रुप केर चर्चा भले हो, गोटेक ब्लाग पेज सेहो लोकप्रियता हासिल कएने हो, मैथिली.नेट केर समय मे लोक सँ लोक केँ जोड़बाक एकटा अनुपम बाट सेहो बनेबाक खाका तैयार कैल गेल हो, लेकिन असली क्रान्ति सोसल मिडिया पर मैथिल जनमानसक उपस्थिति सँ भेल ई यथार्थ अछि।

मैथिली ब्राण्ड केर लोकप्रियता

जेना कि सर्वविदिते अछि जे मैथिल जनमानस कतबो मतभिन्नताक शिकार कियैक न रहय, मुदा लगभग शत-प्रतिशत लोक मे स्वाबलंबी बनबाक सद्गुण आ सद्बुद्धि सँ सदैव ओ सब कोनो न कोनो कल्याणकारी – सर्वहितकारी – परोपकारी कार्य मे लागल रहैत अछि। वर्तमान इन्टरनेट कान्सियस युग मे सेहो मैथिलक जागरुक अभियान खूब सजग अछि। दूर देश मे सेहो मैथिली भाषा, साहित्य आ पोथीक डिमान्ड बढि रहल अछि। तहिना मिथिलाक विशिष्ट परिकार – खाद्य – अखाद्य हर तरहक वस्तु केर डिमान्ड बनियो रहल अछि, बढियो रहल अछि। ई-शापिंग केर कन्सेप्ट मे सेहो मैथिली-मिथिला प्रवेश कय चुकल अछि ई आजुक वर्तमान थीक। मैथिली ब्राण्ड केर लोकप्रियता थीक। मैथिली-मिथिला केर सजगता थीक।

ई-शापिंग लेल मैथिली-मिथिलाक अत्यन्त लोकप्रिय उपक्रमक नाम थीकः सैप्पी मार्ट

शापिंग केर संछिप्त रूप ‘सैप्पी’ आ इन्टरनेट पर मार्केटिंग केर संछिप्त अंग्रेजी शब्द ‘मार्ट’ – यैह दुनू संयुक्त शब्द आजुक जमाना मे ‘मैथिली-मिथिला’ प्रति समर्पणक विकल्प कहल जा सकैत अछि। मैथिली भाषा-साहित्य-सृजन मे लागल किछु युवा एहि विन्दु पर निरन्तर सोचैत रहल जे आखिर आर सब बात लेल इन्टरनेट केर फेसिलिटी छैक, मुदा मैथिली पोथी आ मिथिला संस्कृति सँ जुड़ल आरो विभिन्न वस्तु-परिकार आदिक मार्केटिंग लेल कोनो ई-शापिंग केर व्यवस्था नहि छैक से अखरैयवला बात भेल। आर, जखनहि कोनो मैथिल सृजनशील केँ कोनो बात अखैर टा गेल तऽ फेर ओकर वलिस्ठ सृजनशक्ति एहेन कार्यक्षमता उत्पन्न करैत अछि जेकर परावार नहि। बस, दुइ गोट युवा एहि वास्ते तैयार होएत अछि आ फेर ताकि लैत अछि तेसर तकनीकी-दक्ष युवाक संङ्गोर, आर आबि जाएत अछि ‘सैप्पीमार्ट’। www.sappymart.com – एतय क्लीक करू आ जतेक रास किताब, सामान आदि किनबाक हो से कीन लेल जाउ। आइ अर्डर दियौक अनलाइन, एक सप्ताह के भीतर अहाँक घर पर डेलिवरी भऽ जायत सामान। पूरा गारंटेड गुणस्तर – सुच्चा परिकार – शुद्ध मिथिलाक स्वाद वला अनेकानेक व्यंजन, गीत सुनबाक लेल सीडी सब, पढबाक लेल किताब सेहो एहेन‍-एहेन किताब जे बाजार मे भले नहि भेटय, मुदा सैप्पीमार्ट पर जरुर भेट जायत। नहियो रहत तऽ उपलब्ध कय केँ ई सृजनशील युवा सब अहाँक डिमान्ड मुताबिक सप्लाइ कय देत। कमिटमेन्ट इज दियर क्वालिटी – प्रतिबद्धता ओकरा सबहक खूबी थिकैक।

मिथिलाक आर्थिक व्यवस्था मे सुदृढिकरणक अनुभूति

बहुत पैघ-पैघ शहर मे बड़का-बड़का सेल राखल जाएत अछि। राजस्थान, बंगाल, बिहार, काश्मीर, आदि विभिन्न राज्य केर अपन-अपन खासियत मुताबिक बहुतो प्रकारक सामानक संग बड़का-बड़का प्रदर्शनी आ सेल (बिक्रय स्थान) अस्थायी बाजार जेकाँ राखल भेटैत अछि। शख होएत रहत जे मिथिलाक सेहो अपन ‘सेल’ कतहु देखाएत। किछु कार्य ओहि दिशा मे दिल्ली मे होएत देखल गेल अछि। ओतय दिल्ली हाट मे मिथिलाक दलित श्रमशक्ति सब मिथिला पेन्टिंग मे दक्षता हासिल करैत खूब नीक कारोबार करैत देखाएत छथि। तहिना ‘मर्यादा’ नामक मिथिला गृह उद्योग सेहो ओतय अँचार, सूखौंत, जनेऊ, पाग, तिसियौरी, तिलौड़ी, दनौरी, चरौरी, अदौरी आदि कतेको प्रकारक खाद्य परिकार सब पूर्णतः मिथिलाक स्वाद मे बनबैत आ बिक्री करैत अछि। आब, अनलाइन मार्केटिंग मे सैप्पी मार्ट केर योगदान सँ आरो ई बाजार बढैत देखा रहल अछि। ई मिथिलाक आर्थिक व्यवस्थाक सुदृढिकरणक द्योतक मानल जा सकैत अछि।

हरिः हरः!!