साहित्यांगन केर चारिम कीर्तिकुम्भ झंझारपुर मे संपन्न

झंझारपुर मे हरेक मास आयोजित भऽ रहल अछि साहित्यिक कीर्ति कुम्भ

झंझारपुर, मधुबनी। मई २, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!! 

sahityangan1साहित्याङ्गनक चारिम कीर्तिकुम्भ, जे कथाकार ललित पर केन्द्रित छल ओ 30 अप्रैल केँ झंझारपुर मे सम्पन्न भेल।

एहि आङ्न मे पहिल-पहिल तीन रचनाकार अयलाह जाहि मे कथाकार अशोक झा जे समारोहक अध्यक्षता केलन्हि, डा. तारानन्द बियोगी जे मुख्य अतिथि छलाह आ संगहि पत्रकार सच्चिदानन्द सच्चू केर उपस्थिति छल।

आयोजन मे कथाकार ललित पर गंभीर चर्चा विद्वान वक्ता लोकनि द्वारा कैल गेल। कथाकार ललित केँ मैथिली कथा केँ राष्ट्रीय-अन्तराष्ट्रीय स्तर पर कोनो आन भाषाक समकक्ष ठाढ करबाक श्रेय जाइत अछि, वक्ता लोकनि द्वारा ई भाव प्रस्तुत कैल गेल। मैथिली कथा केँ एकटा ठोस दिशा हिनकहि द्वारा देल गेल एहि भावना रखबाक संग-संग मैथिली भाषा-साहित्यक अन्य विभूति लोकनि जाहि मे प्रभावती झा, उपेन्द्र दोषी, राजेश्वर झा, रामचरित्र पाण्डे, अणु आ माधब झा केँ सेहो स्मृति मे आनैत एहि चारिम कीर्तिकुम्भ मे श्रद्धांजलि सुमन विभिन्न वक्ता लोकनि द्वारा देल गेल।

एहि चारिम कीर्तिकुम्भक सारगर्भित चर्चा मुख्य वक्ता अजित आजाद आ श्रीपति सिंह रखलन्हि। संचालन संजीव कुमार शमॉ जी कयलन्हि। आयोजन मे डॉ0खुशीलाल झा, मलय नाथ मण्डन, पंजीकार बिभूति नाथ झा, हरिदेव झा, आनन्द मोहन झा, गौरीशंकर झा गोबिन्द, डॉ0 रामसेबक झा, रामसेबक ठाकुर, नारायण झा, आनन्द झा, सुमन कुमार लाल, अक्षय नाथ मिश्र, विद्याचन्द्र झा आदि सेहो उपस्थित छलाह।