दोहा (कतार) मे आठम मासिक साँझक चौपारि संपन्न

अब्दुर रज्जाक, दोहा। मई १, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

दोहा-कतारमे ‪साँझक चौपारि पर‬ केर आठम मासिक बैसार सम्पन्न !

doha6“मातृभाषाक जगेर्णा हमरासबहक प्रेरणा” मूल नाराके संग बिगत ९ मास सँ निरन्तर रुपमे आयोजना होइत आबि रहल मैथिली काव्य-सन्ध्या अन्तर्गतके कार्यक्रम #साँझक_चौपारि_पर के आठम मासक बैसार २9 अप्रिल  २०१६ बितल शुक्र दिन दोहाक मुन्ताजा पार्क मे  भेल ।

एहिबेरक कार्यक्रम आन बैसारक तुलनामे किछ विशेष  श्रोता और कवि बिन्देश्वर जी घर गेलाक कारण और काम विशेष मे व्यस्त रहबाक कारण सँ कबि सोगार्थ यादब  जी अनुपस्थित रहला । बैसारमे नियमित सर्जक सब सँ बहुतो कम नव सर्जक आ श्रोतालोक कम उपस्थिती रहल ।

तहिना भाषा-साहित्यप्रति सदैव सजग सचेत युवा कार्यकर्ता श्री मनिष राय जी, दीनबन्धु जी  लगायत एक सँ एक व्यक्तित्व सबहक उपस्थिती छल ।

कवि प्रणब कान्त जीक संयोजकत्वमे शुरु भेल एहि कार्यक्रममे पहिल चरणमे सबगोटे अपन -अपन परिचय देलाह । तकराबाद दोसर चरणमे सम्पूर्ण स्रष्टासब द्वारा रचना वाचन कएल गेल ।

रचना वाचन केर क्रममे, प्रणव कान्त झा, अब्दूर रज्जाक जी द्वारा कविता वाचन भेल । तहिना, रवीन्द्र उदासी जी अपना स्वरमे गाओल गीत सँ सबगोटे केँ मन्त्रमुग्ध कएलनि ।

एकर अतिरिक्त अँनलाइन सँ पठाओल रचनासबमे कवि प्रयास प्रेमी मैथिल जी केर होली विशेष रचना बाचन कैल गेल । कार्यक्रमक बीचमे मधेश केर शहीद लेल काज कय रहल हेल्प मधेशक सदस्य लोकैन प्रभात महतो, बिरेन्द्र साह, संजय दास और अन्य अन्य सदस्य लोकैन अपन सुन्दर विचार देलैन। मैथिली साहित्य बचाव लेल संग प्रभात महतो जी एकटा कबि कबिता से हो बाचन कैलेन।

समग्रमे बैसार जय जय रहल । चौपारि-पर उपस्थित सबगोटे बड बेसी उत्साहित भेलाह । कार्यक्रमक अन्तमे प्रमुख अतिथि द्वारा प्रवासमे रहियोक अपन भाषा-साहित्य लेल भऽ रहल एहि प्रयास केर बहुते बेसी सराहना कैल गेल । संगे सदैव साथ-सहयोग रहत आ उत्तरोत्तर प्रगति होइत रहत से आश्वासन सेहो देलनि ।