ग्रामीण महिला मे राजनीतिक जागरणः एक दृष्टान्त

साभारः हिन्दी-मैथिली साहित्यकार गंगेश गुञ्जन केर फेसबुक अपडेट्स हिन्दीक एक पोस्टक अनुवाद 

हमर गाम मे ग्राम पंचायत चुनाव

sakuntala deviसरपंच केर दुर्लभ आत्मविश्वास भरल अपन उम्मीदवारीक संग श्रीमती शकुंतला देवी जी हमर दालान मे एली। – “कका जी, हमरा आशीर्वाद दियौ” कहैते प्रणाम केली। अपन चुनाव प्रचार अभियान मे असगरे। निडर। विस्मित कऽ देबय वला समझ, ऊर्जा आर तेवर! उम्र : लगभग 45-47 वर्ष। शैक्षणिक योग्यता : दस्तख़त करब सीख गेल छथि। जान केर कोनो परवाह नहि। मालिक (सतगुरु) केर हुकुम अछि। गाम समाज केर ज़रूरतमंद केर सेवा करबाक अछि। सब आदमी एक्के। जाति बेरादर केर भेद भाव पापी बुद्धि होइछ। मालिक केँ कनेकबो पसिन नहि।…. हम एहि तथाकथित अशिक्षित ग्रामीण स्त्री केर चेतना आर तेवर सँ स्तब्ध अभिभूत प्रणाम करैत जाएत देखिते रहि गेलहुँ। हुनका शुभकामना देलहुँ। और जानि कतय सँ मन मे ई धेआन पड़ल जे ईहो जँ जे एन यू मे पढ़ाई केने रहितय….