अपन मिथिला लेल जानो देबाक लेल तैयारः मिमउ प्रवक्ता अनिल

अप्रैल २७, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

anil jhaमिथिलांचल महासभा उत्तरप्रदेश – कानपुर केर प्रवक्ता अनिल झा घोषणा करैत कहलनि अछि जे अपन मिथिलाक मान-सम्मान भारतक संविधान द्वारा स्थापित करेबाक लेल जानो देबाक जरुरत हेतैक तऽ तैयार छी। मैथिली जिन्दाबाद सँ बातचीत करैत ओ अपन विचार मिथिला आन्दोलन प्रति किछु एहि स्वर मे रखलैनः

“मिथिला आंदोलन केर नाम सुनि कय समूचा देह में करंट दौड़ परैत अछि। मिथिला राज्यक निर्माण केर लेल कतेक दिन स मैथिल अभियानी आ अहाँ लोकनि संघर्ष कय रहल छी मुदा भेटल की तकर विश्लेषण केनाइ अखन बहुत आवश्यक अछि।

समूचा भारतवर्ष में नहि जानी कतेको मैथिल अभियानी लोकनि सोशल मीडिआ पर मिथिला राज्य, मैथिली भाषा, मिथिला में रोजगार सृजन केर लेल आंदोलन कय रहल छथि। मुदा की खाली सोशल मीडिया पर लिखने आ कहने ई सब संभव अछि? ई सेहो विचारणीय अछि।

कैक वर्षक बाद केंद्र में बीजेपी केर सरकार अछि आ कैक राज्य में चुनाव होमए बला अछि आ भऽ रहल अछि। अखन जरुरी अछि जे ओहि शहर में रहनिहार मैथिल अभियानी आ आंदोलनकारी अगर बीजेपी सँ सिर्फ ई मुद्दा पर बात करैथ, पार्टी केर ऊपर दबाब बनबैथ त किछु ठोस काज एहि दिशा में हम सब देख सकैत छी।

संगहि केंद्र सरकार पर एही मुद्दा पर खुलि कऽ दबाव आ विरोध सेहो अगर बनायल जाय तऽ ओहू स किछु बात बनत। मुदा की ई सम्भब अछि ? कियैक तऽ मिथिला स बाहर भारतवर्ष में रहनिहार अधिकतर मैथिल बीजेपी स जुड़ल छथि या बीजेपी के समर्थक छथि। जाहि कारण कियो खुलि कय मिथिला राज्य लेल केंद्र सरकार पर दबाव नहि बना पाबि रहल छी। अगर एहि मुद्दा पर पार्टी आ नेता केँ किनार कय सिर्फ मैथिली आ मिथिला लेल विशाल आंदोलन कैल जाय तऽ बहुत जल्दी एहि दिशा में सफलता भेट सकैत अछि। मुदा बात फेर दृढ इच्छाशक्ति केर अछि।

हमर निवेदन समस्त अभियानी लोकनि सँ जे एकरा कोनो अन्यथा पार्टी या मोदी जी स जोड़ि कय नहि देखब। ई मात्र हमर एक टा अपन सोच आ विचार अछि जे भऽ सकैत अछि जे गलतो हुअय। तैं एकरा मात्र मिथिला राज्यक आ मैथिली सँ जोड़ि कय देखी। जय मिथिला —–मैथिली जिंदाबाद!!”

बतबैत चली जे अनिल झा वर्तमान समय कानपुर सँ मैथिली भाषा, मिथिला संस्कृतिक संग मैथिल समाज केर विभिन्न हितसाधना लेल हरेक स्तर पर संघर्ष करैत मैथिल केर पहिचान केँ सम्मानित अवस्था मे स्थापित केने छथि।

चाहे कोनो गरीब परिवार पर टूटल कोनो तरहक विपत्ति हो वा कोनो निर्धन छात्रक पढेबाक खर्चा हो, कोनो गरीबक बेटीक विवाह हो या फेर अपाहिज लेल तिन पहिया रिक्शा आदिक व्यवस्था हो – हर स्तर पर हिनका लोकनिक संस्थागत नेतृत्व मिथिलांचल महासभा उत्तरप्रदेश मैथिल समुदाय लेल एकटा नव आशाक किरण देखा रहल अछि।

मैथिली महायात्रा ४ जनबरी, २०१५ केर आयोजन कानपुर मे करबैत श्री अनिल झा सहित संस्थापक अध्यक्ष आदरणीय रविनाथ मिश्र, अध्यक्ष अमित झा व समस्त कार्यकारिणी व अन्य सदस्य लोकनि मैथिली-मिथिलाक दुर्दशा विरुद्ध समूचा देश आ विदेश मे संचालित विभिन्न अभियान मे अपन बहुमूल्य सहभागिता देखबैत आबि रहला अछि। एहि वर्ष सेहो विराटनगर मे प्रस्तावित अन्तर्राष्ट्रीय मैथिल सामाजिक अभियन्ता सम्मेलन मे मुख्य जिम्मेवारीक संग हिनका लोकनिक सहभागिता सुनिश्चित अछि। मैथिल समुदायक वर्तमान संघर्ष मे एहेन प्रतिबद्धता सँ आम जनमानस मे स्वराज्य प्राप्ति हेतु जागरण बढि रहल अछि।

उपरोक्त विचार मे स्पष्ट अछि एकटा ‘निश्चित रूपरेखा आ योजना सँ मैथिल समुदाय लेल कार्य करबाक’ विचारधारा। सत्ताधारी दल जेकर समर्थक रहबाक ठप्पा टा लागल अछि मैथिल समुदाय केँ भरि देश मे… लेकिन संघर्षक स्वरूप मे मांग कतहु स्पष्ट अछिये नहि, मांग सँ इतर कोनो तरहक ऐक्यबद्धता बिना बस वोट बैंक बनिकय अपना आपक तुष्टिकरण सँ असंतोष व्याप्त अछि उपरोक्त विचार मे। एहि तरफ जन-गण-मन केर ध्यानाकर्षण होयब आवश्यक अछि। कार्य योजना मे तदनुसार प्रगति करबाक आवश्यकता अछि। एकता मे बल होएत छैक। एना जँ एकजुट बनिकय संघर्ष हुअय तऽ समाधान बेसी दूर नहि अछि। एहि लेल मिथिलांचल महासभा उत्तरप्रदेश नेतृत्व करबाक लेल तैयार अछि, एहेन भावना अनिल झा व्यक्त कएलनि अछि प्रतिबद्धताक संग।