मैथिल समाज नेपाल रूपन्देहीः संस्था संचालन स्वरूप प्रेरणास्पद

मैथिल समाज नेपाल रुपन्देही द्वारा संपन्न विद्यापति स्मृति पर्वक संग मैथिल परिवारक मिलन समारोह एकटा अद्भुत सामाजिक सद्भाव एवं सौहार्द्रताक परिचय देलक अछि।
 
pnc at butwal1सामान्यतया एकल भाषा व एकल भेष केर नीतिवला मुलुक नेपाल मे नेपाली भाषा वाहेक अन्य भाषाभाषी मे भाषिक पहिचानक महत्व बहुत स्तरीय नहि देखल जाएत अछि। नहिये कोनो साहित्यिक कार्यक्रम आ नहिये कोनो सांस्कृतिक आयोजन…. कतहु आयोजित भेल से सुनय मे भेटैत अछि। मुदा गोटेक मैथिलीभाषी जिला मे मैथिली कार्यक्रम अत्यन्त लोकप्रिय अछि ई देखबा मे आयल। सप्तरी, सिरहा, जनकपुर, महोत्तरी, सर्लाहीक संग-संग सुन्सरी, मोरंग आ किछु-किछु झापा मे सेहो मैथिली कार्यक्रमक बहुते रास गाथा सब देखैत-सुनैत आयल छी। देशक राजधानी काठमांडु सेहो सब भाषा-भाषी एवं संस्कृतिक सझिया केन्द्र होयबाक कारणे ओतय सेहो गोटेक महत्वपूर्ण कार्यक्रम एना मैथिली व अन्य भाषाभाषीक होयब स्वाभाविके सत्य छैक। परञ्च बुटवल मे मैथिल समाज जाहि स्तर पर जाग्रत अछि एकर सराहना कोन शब्द मे कैल जाय अवर्णनीय अछि।
 
संस्था २०६३ मे स्थापित अछि। एकर प्रस्तावना नेपालक पूब झापा सँ लऽ कय रौतहट धरि जनकनन्दिनी जगत्-जननी सीता केर मिथिलाक विशाल आँचर केँ मनैत अछि। एहि क्षेत्र केँ सिद्ध भूमि मनैत अछि। धार्मिक, ऐतिहासिक आ पुरातात्त्विक महत्वक वर्णन करैत एकरा शान्तिपूर्ण आ पर्यटक लेल मुख्य आकर्षण केन्द्र केर रूप मे देखैत अछि। एतुका लोकक भाषा मैथिली केँ विश्वक सर्वाधिक मधुरगर आ कर्णप्रिय भाषा मनैत अछि। नेपाल मे दोसर सबसँ अधिक बाजल जायवला मैथिली भाषा बाजनिहार एहि मिथिलाक्षेत्र सँ शान्तिभूमि बुद्धभूमि लुम्बिनीक अनेको क्षेत्र मे प्रवासी बनिकय रहबाक गाथा कहैत अछि। भिन्न-भिन्न पेशा, व्यवसाय, उद्योग-धंधा, अध्ययन-अध्यापन आ समाज केँ अनेकों तरहें सेवा करैत अछि। तऽ संस्थाक कार्य एतबे अछि जे अपन भाषाभाषी आ समाजक लोक केँ एकसूत्र मे बान्हिकय राखय, अपन मिथिलाक सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, धार्मिक, भाषिक – हरेक प्रगतिक संरक्षण, संवर्धन आ प्रवर्धन लेल समुचित भूमिका निर्वाह करय।
 
२०६३ सँ २०७३ धरिक यात्रा अत्यन्त रोचक आ सुनबाक-पढबाक-बुझबाक बाद अनुकरण करबाक इच्छा किनकहु हृदय मे होएत अछि। संस्थापक अध्यक्ष विरेन्द्र प्रसाद यादवक नेतृत्व मे बहुते वर्ष धरि समाज द्वारा सक्रिय कार्यक्रम आयोजन करैत लक्ष्य प्राप्तिक महत्वपूर्ण कार्य कैल गेल। ताहि समयक सल्लाहकार प्रा. मुखीलाल चौधरी केर नेतृत्व मे २०७१ पौष १९ गते सँ वर्तमान समय ई संस्था लक्ष्यक दिशा मे आरो बेसी समधानल डेग सब बढा रहल अछि। वर्तमान समय एहि संस्थाक अन्तर्गत मैथिल समाज नेपाल बचत तथा कल्याणकारी कोष (सुधीरकुमार लाल कर्णक अध्यक्षता मे २०६५ केर आसिन ४ गते सँ) आ मैथिल महिला समाज (रीता साह केर अध्यक्षता मे २०६५ माघ १६ गते सँ) संचालित दुइ अत्यन्त महत्वपूर्ण अंग थीक। वर्तमान महिला समाजक अध्यक्षता अनिता झा कय रहल छथि। एहि सैथिल महिला समाज केर उपाध्यक्ष ममता सिंह एहि बेरुक कार्यक्रमक संयोजन सेहो कएलनि। हर रूप मे ई संस्था मैथिली-मिथिला लेल एकटा वरदान अछि।
मैथिल समाज बुटवल केर स्वरूप आइयो मिथिला सामाजिक सौहार्द्रताक परिचायक अछि। एहि मे काल्हिक समारोह द्वारा जेना-जेना आजीवन सदस्यता आ विशेष सहयोग लेल प्रशंसा पत्र आदिक वितरण मे नाम लेल जाएत रहल, ई हमरा सब सन बाहरी पर्यवेक्षक लेल एकटा अत्यन्त सकारात्मक संदेश देलक। सामान्य तौर पर मैथिली व मिथिला लेल पढल-लिखल उच्च शिक्षित वर्गक लोक बेसी देखाएत अछि, ताहू मे बेसी रास लोक ब्राह्मण, कायस्थ, राजपूत आदि उच्च जाति समुदायक बेसी आगू रहैत एहि तरहक चिन्तन मे सक्रिय देखल जाएत छथि। परन्तु बुटवल मैथिल समाज एहि सीमा आ मान्यता केँ शुरुहे सँ तोडि चुकल प्रतीत भेल। एकर पहिल अध्यक्ष विरेन्द्र प्रसाद यादवक नेतृत्व मे गठित कार्यसमिति मे उपाध्यक्ष, सचिव व एक सदस्य झाजी छलाह, ओतहि सहसचिव, कोषाध्यक्ष व सदस्य सब मिलाकय कुल ७ कार्यकारिणी पदाधिकारी मे क्रमशः देवजी, मण्डलजी, यादवजी, महतोजी आ दासजी देखेलाह। तहिना कल्याणकारी कोषक कार्यसमिति मे सुधीरलाल कर्णजीक अध्यक्षता अछि, उपाध्यक्ष, सचिव व एक सदस्य क्रमशः मल्लिकजी आ दुइ गोट झाजी छथि। ओत्तहि कोषाध्यक्ष आ ४ सदस्य मे दुइ यादवजी, दुइ मण्डलजी आ एक सिंहा जी छथि। मैथिल महिला समाज बुटवल सेहो अत्यन्त समावेशिक अछि। अध्यक्ष अनिता झा छथि, उपाध्यक्ष ममता सिंह, सचिव सुन्दरकुमारी यादव, सहसचिव मेनुका साह, कोषाध्यक्ष श्वेता कर्ण आ अन्य ६ गोट सदस्य मे महतोजी एक, कर्ण-मल्लिक दुइ, झाजी एक, साहजी एक आ यादवजी एक छथि। सल्लाहकार मे सेहो यादवजी दुइ, साहजी एक, झाजी दुइ, सिंहजी एक सिंहाजी एक छथि।
संस्था मैथिलीभाषी अधिकारीवर्ग विद्वत् लोकनि केँ सेहो मानद पद पर रखैत आगू बढबाक कार्य कय रहल अछि। काल्हियोक समारोह मे काशिन्द्र प्रसाद यादव जे एगारहौं तहक आयोग अधिकारी विद्युत विभाग सँ विशेष सहयोग कएनिहारक रूप मे चिन्हित भेलाह। तहिना लुम्बिनी कैम्पसक कैम्पस प्रमुख सेहो के. बी. यादव एहि समारोहक विद्वत् वक्ताक रूप मे प्रस्तुत भेल छलाह। वर्तमान कार्यकारिणीक सचिव नागेन्द्र राय यादव संपूर्ण कार्यक्रमक संचालन कएलनि। ओतहि विजयकुमार झा एकर उपाध्यक्ष अपन मन्तव्य राखि संस्था केँ आगू बढेबाक लेल प्रतिबद्धता देखौलनि। वर्तमान कार्यकारिणी केर स्वयं अध्यक्ष एक थारू समुदायक विशिष्ट विद्वान् मे गानल जाएत छथि। हुनक नेतृत्व सबकेँ एक संगे जोडिकय चलयवला आ अपन सौ प्रतिशत संस्था केँ देमयवला मानल जाएत अछि। एहि संस्थाक सल्लाहकार पद मे धीरेन्द्र प्रेमर्षि आ परमेश्वर कापडि केर नाम ऊपर मे गानल जाएत अछि।
मिथिला-मैथिली लेल भारत आ नेपाल मे फफूँदी समान कतेको रास संस्था खुजल अछि। यथार्थतः कोनो एकटा शहर-नगर वा गाम-समाज मे कोनो एक संस्थाक निर्माण सँ उद्देश्य-लक्ष्य प्राप्ति जाहि सहजता सँ संभव अछि से आपसी विभाजन सँ नव-नव संस्थाक जन्म देला सँ कथमपि संभव नहि छैक। संस्था मे कोष केर व्यवस्थापन आ महिला समाज केँ सक्रिय करबाक जाहि प्रेरणास्पद संचालन स्वरूप मैथिल समाज बुटवल केर देखल गेल से वास्तव मे एकटा अत्यन्त अनुकरणीय नीति बुझाएत अछि। सबहक उद्देश्य अपन समाजक लोक केँ जोड़िकय राखब, अपन भाषा आ संस्कृति केँ आगू राखब आ समाज मे कोनो तरहक आपत्ति-विपत्ति पड़ला पर सब कियो मिलिजुलिकय समाधान ताकब, एतबे छैक मोटामोटी। खासकय जे प्रवासक स्थल पर बैस गेल मैथिल समाज अछि ओकरा तऽ आरो अपन शक्ति केँ एकजुट राखब जरुरी छैक। ताहि सँ विभाजनक बदले कार्य विभाजन करैत अलग-अलग उपसमितिक निर्माण करैत सब तरहक सामाजिक कार्य लेल सब तरहक नेतृत्व केँ आगू बढायब ई एकटा अत्यन्त स्वीकार्य आर अनुकरण योग्य नीति अछि। एहि सँ सब केँ सीख लेबाक चाही।