मैथिली जिन्दाबाद केर स्थापना ११ अप्रैल, २०१५ केँ विराटनगर मे आयोजित ‘अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली कवि सम्मेलन-२०१५’ मे कैल गेल छल। एक साल पूरय मे एखन २ टा दिवस बाकिये अछि। मुदा एहि पर आगन्तुक केर संख्या आइये एक लाख सँ ऊपर टपि गेल। वर्तमान समय मे औसत प्रतिदिनिक आगन्तुक लगभग ५०० छथि। आर, प्रसन्नता एहि लेल होएत अछि जे नवतुरिया मे एहि वेब न्युज पोर्टल लऽ कय खूब चर्चा-परिचर्चा आ समाचार शेयर करब, लिखब आ एक-दोसर केँ रेफरेन्स देब आदि मे भरपूर भऽ रहल अछि।
एकर स्थापनाक मुख्य उद्देश्य मात्र जनजागरण अछि। मीडिया केर कमी केँ पूरा करबाक बस एक छोट साधनक रूप मे एकर शुरुआत कैल गेल। ओना तऽ अनलाइन न्युज रिपोर्ट करबाक आरो बहुत रास लोकप्रिय वेब पेजेस संचालन मे अछि, सबहक अपन पाठक आ कवरेज केर विशेषता छैक, मुदा मैथिली जिन्दाबाद ओहि सब सँ कनेक हँटिकय ‘संपूर्ण मिथिलाक समग्र समाचार’ नारा दैत अपन कार्य शुरु केने अछि जाहि मे पूर्णतः तऽ नहिये आंशिक सफलता जरुर भेटैत देखि रहल छी। सेल्फ मार्किंग करबाक समय हम १०० पूर्णांक मे एखन धरि एकरा २५ अंक सफलताक मादे देब।
योजना अनुरूप बहुत बात संभव नहि भऽ सकल अछि। चूँकि मीडियाक भूमिका सँ पूर्वहि हमर कतेको रास वचनबद्धता रहल अछि अपन मातृभूमि व मातृभाषाक प्रति, तैँ कोनो यज्ञ अधूरा नहि छूटय ताहि लेल सब केँ अपन योगदान सँ पोषण करैत चलबाक एकटा मूल नैतिकताक पालन हमर धर्म मानैत छी। जाहि दूरदर्शिताक संग लोक कोनो काज आरम्भ करैत अछि ताहि मे सहयोगक अपेक्षा सब दिशा सँ बेसी रहितो प्राप्ति कतेक भेल से बेसी महत्व रखैत छैक। अपेक्षा अहाँ कतबो कय लेब, प्राप्ति गुने गुणस्तर बनत ई अनुभूति भेटल।
२५ अंक यदि पहिल वर्षक लब्धांक थीक तऽ एकरा हम हृदय सँ उतीर्णांक मानैत छी। दोसर वर्ष मे प्रवेश सँ पूर्वहि ई कहि सकैत छी जे ई १०० मे १०० हिट करबाक सामर्थ्य एहि दोसर वर्ष विकास कय लेत तेकर संपूर्ण पूर्वाधार तैयार भऽ गेल अछि। हमर कार्यसमूह मे दोसर वर्ष लेल एकटा बैसार आयोजन करय जा रहल छी। एहि पर विस्तार सँ चर्चा केलाक बाद सारतत्त्व एतहु राखब। एखन एतबा कहि सकैत छी जे अपन निजी समर्पणक वजन एतेक बना सकलहुँ अछि जे २५ अंक केर प्राप्ति प्रथम वर्ष मे सबहक योगदान सँ १०० अंक धरि पहुँचबे टा करत।
आइ भगबतीक आराधनाक पहिल दिन सेहो थीक। भोरहि सँ स्वाध्यायक भाग मे विद्वान् सहदेव झा द्वारा लिखल गेल वाचस्पति मिश्र केर पोथी सेहो हाथ मे अछि। पंडित सहदेव झा प्राक्कथन मे एतेक प्रभावशाली ढंग सँ प्रेरणा पेबाक आर ताहि दिशा मे कार्य करबाक वर्णन कएलनि अछि जे पढिकय हमरा खूब आत्मीयताक अनुभूति भेल अछि। अहाँ कोनो कार्य जँ ठानि लैत छी आर ताहि दिशा मे लगन सँ कार्य करैत रहैत छी तऽ कोनो तरहक नकारात्मक अवस्था अहाँ केँ हरेनाय तऽ दूर डरेबाको योग्य नहि रहि जाएत अछि। पग-पग पर समाधानक अनेक बाट खुजैत रहैत अछि। एहना सन अवस्था मे किनको पर कोनो दोष देनाय, किनको मे कोनो तरहक कमी निकालनाय…. कोनो जरुरिये नहि छैक। कहबी छैक न, जहाँ चाह, वहाँ राह! मैथिली जिन्दाबाद स्वस्फूर्त ओहि दिशा मे बढल जा रहल अछि जे अपन मिथिलाक वास्ते लाखों सक्रिय कार्यकर्ता आ सबल सेनानी सब केँ आत्मरक्षार्थ ठाढ कय रहल अछि। ई लक्ष्य संधानल दिशा मे अनुकूलताक संग बढि रहल अछि। संख्याबल सेहो एकर पक्ष मे ठाढ अछि ई अतिरिक्त लाभ थीक।
किछु बात नकारात्मक सेहो अछि। एखन धरि मुंहपुरुख आ वरिष्ठ लेखक किंवा अभियानी लोकनि केँ एकर महत्वक पता नहि चललैन अछि एना बुझाएत अछि। किछु तऽ एकर ओवर कन्टेन्ट्स सँ सेहो परेशान भऽ गेल छथि। गोटेक एकरा पर टिप्पणी करैत छथि, लिंक आतंक केर अदंक सँ छहोंछित सेहो भेल छथि। मुदा आम जनसहभागिता जे एकर मूल लक्ष्य अछि ताहि मे ई अत्यन्त कामयाबीक संग आगाँ बढि रहल अछि, ताहि सँ वरिष्ठ एवं पोच्छल-पाछल मुंहगर स्रष्टा लोकनि केँ यदि एकर मूल्यक पता नहियो चललैन अछि तऽ एक हिसाबे हम नीके मानैत छी। फेरो हम एना नहि देखय चाहब जे कियो कहय कि मैथिली विद्वानक भाषा भऽ गेल अछि। ई आमजनक भाषा थीक। ई देसिय बयना थीक। ई सबजन केँ मिट्ठा लगैत अछि। विद्यापतिक एहि उक्ति केँ प्रमाणित करैत अछि। नकारात्मकता केँ कोनो भय नहि!
व्यवस्थापन पक्ष सेहो बहुत गंभीर नहि देखायल हमरा। ईहो हमर अपन कमजोरी सीमित साधनक कारण अछि। एकर प्रिन्ट रूप सेहो नवंबर मास सँ अपेक्षित रहय। मुदा हमर कार्यसमूह मे आरो मित्र लोकनिक अन्यत्र व्यस्तता केँ हम भंग करय मे सक्षम नहि छी। आ नहिये फेर सँ असगरे एहेन दुरुह कार्य करबाक हिम्मत भऽ रहल अछि। तैयो… स्वयं मैथिली जखन रक्षा करनिहारि छथि, तऽ जनती ओ अपने जे कहिया सँ कि सब होयत। वर्तमान पर रही, भविष्य अपने नीक बनत। तथापि उम्मीद करू जे २०१६-१७ एहि लेल सार्थक फलदायी होयत। हमर अन्तर्ब्रह्म कहि रहल अछि।
आइ दिने मे पाठक सब केँ फेसबुक सँ कहने रहियैन जे सालक ३६५ दिवस पर अहू संख्या सँ बेसी तरहक बात लेल शुभकामनाक आदान-प्रदान करबाक नवका फैसन देखैत छी, परञ्च आइ मैथिली जिन्दाबाद केर मार्फत एहि विषय पर सेहो संबोधित करैत अर्थपूर्ण शुभकामना संदेश देब। एकर लिंक केर पोपुलरिटी मे हुनका सबहक शेयर करबाक सहयोगक आकांक्षी बनैत कहल एहि बातक जैड़ मे यैह छल जे खाली हाथे शुभकामना संदेश देनाय हमरा सब लेल उचित नहि अछि। नव संकल्प आ नव साधनाक लेल खास होएत अछि कोनो नव वर्षक दिन, आर आइये स्वयं सृष्टि-निर्मात्री शक्तिक केन्द्र जगज्जननी जगदम्बाक नवरात्र केर आरम्भ सेहो भेल अछि। एहि शुभ दिवस पर स्वयं हुनकहि साक्षी मानैत ऐगला एक वर्ष मे मैथिली-मिथिलाक एकटा आरो नव मुकाम हम सब हासिल करब जे आम जनमानसक कल्याण मे कारगर सिद्ध होयत, ताहि संकल्पक संग सब गोटा केँ मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ हार्दिक शुभकामना दैत एहि संपादकीय केँ विराम दैत छी।
हरिः हरः!!