दिल्ली, अप्रैल ६, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
राष्ट्रक अवस्था पर चिन्तन संग मिथिला पर निरंतर चिन्तनशीलः युवा अभियानी संजीब सिन्हा
दिल्ली केर केन्द्र मे कमल सन्देश आ प्रवक्ता केर संपादन कार्य मे पेशागत रूप सँ कार्यरत संजीब सिन्हा जी पिछला २०१३ केर मैथिली-मिथिला युवा क्रान्ति मे सेहो जुड़ैत अपन महत्वपूर्ण योगदान दैत आबि रहला अछि। मिथिला राज्य निर्माण सेना मे सेहो अपन सक्रिय योगदान दैत सनातनकालीन पहिचान मिथिला केँ भारतीय गणतांत्रिक संघ मे राज्य रूप मे स्थापित होयत देखबाक युयुक्षाक संग ओ पैछला दुइ वर्ष सँ मैथिली साहित्य महासभा दिल्लीक मार्फत अपन भाषा-साहित्य लेल सेहो दिल्ली मे एकटा सशक्त मंच मार्फत योगदान दय रहला अछि। अपन व्यक्तिगत दक्षता पत्रकारिता मे तऽ छन्हिये, संपादनक योग्यता आ प्रभावशाली लेखन सेहो हिनकर व्यक्तित्व मे चारि चान लगबैत अछि जे समस्त मैथिल युवा सब लेल प्रेरणा ग्रहण करबाक विषय अछि। जतबे विद्याधन सँ संपन्न छथि, ओतबे सरल आ सहज स्वभावक स्वामी सेहो छथि संजीब सिन्हा जी। सब सँ विलक्षण हिनकर स्वभाव मे ई लगैत अछि जे वचन केर निर्वहन लेल रेलवेक आरक्षण भेटत तखनहि कतहु पहुँचब तेहेन कोनो शर्त आदिक प्रयोग नहि करैत सीधे द्वितीय श्रेणी मे आम जनवर्गीय भीड़क संग यात्रा करैत अपन गछल समय पर मैथिली-मिथिलाक अभियान लेल सीधे कार्यक्रम मे सहभागी बनि उत्तरदायित्व केर निर्वहन करैत छथि। आइ बहुत दिनक बाद मैथिली जिन्दाबाद धरि एकटा महत्वपूर्ण समाचार शेयर करबाक क्रम मे हिनका संग भेल किछु वार्ता आर ओ समाचार दुनू पाठकवर्ग लेल राखि रहल छी।
हालहि अखबारक सुर्खी (मुख्य चर्चा) मे आयल जे बलिराजगढ (मधुबनी) मे उत्खनन कार्य रोकबाक निर्णय पर पटना उच्च न्यायालय मे याचिका दाखिला भेल, परिणामस्वरूप भारतीय पुरातात्त्विक सर्वेक्षण एवं केन्द्र सरकार केँ उच्च न्यायालय जबाब-तलब केलक अछि। एहि सन्दर्भ मे याचिकाकर्ता मैथिली साहित्य संस्थान पटना सँ आबद्ध रहबाक जानकारी सेहो भेटल अछि। हालहि संपन्न मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल पटना मे शोधकर्ता भैरव लाल दास एहि सन्दर्भ संजीब सिन्हा जी केर ध्यानाकर्षण करैत समुचित जानकारी दय केन्द्रीय मंत्री संग वार्ता लेल अनुरोध कएने छलाह। समाचार एहि संबंध मे दैत संजीब जी कहलैन अछि जे “बलिराजगढ केर संबंध मे आइ हम केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा जी संग भेंट कएलहुँ अछि। भारतीय जनता पार्टीक मुख्यालय मे हुनका संग भेल ई भेंट अत्यन्त सुखद आ कारगर भेल। हुनका बलिराजगढ केर संबंध मे न्यायालय केर बात सँ लगभग सब वृत्तान्त पहिनहि सँ संज्ञान मे छन्हि, ओ कहलैन।”
मैथिली जिन्दाबाद केँ संजीब जी ई समाचार उपलब्ध करबैत भरोस जतेलनि जे आगामी समय मे फेरो मंत्री जी संग विस्तार मे वार्ताक अवसर भेटत, ताहू संभावना केँ नकारल नहि जा सकैत अछि। ओना आजुक भेंट मे हुनकर संज्ञान मे अनैत कहलहुँ जे बलिराजगढ पर ओ विशेष ध्यान दैथ, ई स्थान हजारों वर्षक इतिहास केँ अपन गर्भ मे समेटने अछि। एकर खोदाइ सँ पहिनहि बहुतो तरहक जानकारी भेट चुकल अछि। आगामी समय मे आरो महत्वपूर्ण जानकारी भेटबाक आशा अछि। संगहि, एतय सरकार केर ध्यान आवश्यक संरक्षण तथा संग्रहालय निर्माणक संग पर्यटन विकास केर दिशा मे सेहो जाय ताहि तरहक कार्य करबाक आवश्यकता अछि। हुनका एकटा ज्ञापन पत्र सेहो सौंपल गेल, जेकर प्रतिलिपि ओ एहि ठाम उपलब्ध करौलैन अछि। हुनका मंत्री जी जबाब देलखिन, “मुझे लगभग सारी बातों की जानकारी मिल चुकी है। मैं अति शीघ्र इस दिशा मे कदम उठाता हूँ।”
संलग्न फोटो मे ज्ञापन पत्र पर सेहो मंत्रीजी हाथों-हाथ अपन निर्देश अंकित करैत देखा रहला छथि। ई एकटा अविस्मरणीय क्षण छल हमरा लेल – भावुक बनैत संजीब सिन्हा मिथिलाक सेवा प्रति समर्पणक ई एकटा दृष्टान्त रखलैन अछि।
हुनका संग जिज्ञासा कैल गेल जे अहाँ जाहि समय मे मिथिला वास्ते युवा क्रान्ति संग जुड़ल रही, ताहि मे आ वर्तमान समय मे मिथिलाक युवा क्रान्तिक अवस्था पर किछु कहू। ओ संतोष व्यक्त करैत कहलैन, “वर्तमान समय मे मैथिल युवा अपन संस्कृति, भाषा आ माटि-पानि लेल बहुत सक्रिय अछि। खूब काजो कय रहल अछि। बस सामूहिक चेतना आ संगठन केर अभाव अछि। सब जाति-मजहब केर मैथिल युवा आगू आबि रहल छथि। पहिने किछु सीमितता छल। आब मैथिल केर बीच जागृति तेजी सँ बढि रहल अछि। एकर प्रभाव सकारात्मक आ परिणाममुखी रहत।”
निश्चिते, आइ जतेक जागरुकता मैथिल समाज मे देखल जा रहल अछि तेकरे सुखद परिणाम थीक जे राजनीति वा बौद्धिक समाज मे मैथिली-मिथिलाक महत्व सबहक संज्ञान मे आबि रहल अछि। ई दिन-ब-दिन बढिते जायत। हलांकि सत्ताभोगी राजनीति एखनहु समाज केँ जाति-पाति आ धर्मक नाम पर तोड़ैत अछि, परन्तु भाषा-साहित्य-संस्कृति केर जागरण सब दिन समाज केँ नीक संस्कार देलक आ ताहि सँ सभ्यता विकसित होइत रहल अछि। मिथिलाक अच्छे दिन आबि गेल अछि से कहि सकैत छी।