विराटनगर, मार्च ५, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
मोरंग जिल्ला एवं कोसी अंचल केर मुख्यालय तथा औद्योगिक नगरी विराटनगर (नेपाल) मे सर्वथा प्राचीन एवं सक्रिय मैथिलीभाषी जनमानसक संस्था ‘मैथिली सेवा समिति’ केर २३म वार्षिक साधारण सभा शान्तिपूर्ण ढंग सँ संपन्न भेल आर एहि अवसर पर नव कार्यकारिणीक चुनाव सेहो कैल गेल।
एहि साधारण सभाक पहिल सत्र मे प्रमुख अतिथि विराटनगर उपमहानगर पालिका केर कार्यकारी अधिकृत गोपाल रेग्मीक संग हिडिप्पा साहित्यिक परिषद् केर संस्थापक श्याम अधिकारी एवं मैथिल समाजक अगुआ ई. रमाकान्त झा, वरिष्ठ नेपाली समाजसेवी तोड़णमान प्रधान, संस्थापक अध्यक्ष डा. सुरेन्द्र ना. मिश्र ‘त्रिकालदर्शी’, वरिष्ठ समाजसेवी एवं चिकित्सक डा. महानन्द मिश्र, वरिष्ठ चिकित्सक डा. सी. पी. उपाध्याय, अर्थशास्त्री डा. प्रमोद कुमार झा, कवि शिव नारायण पण्डित सिंगल, मानव अधिकारकर्मी संजू शाह, वरिष्ठ कवि दयानन्द दिक्पाल यदुवंशी, पूर्व अध्यक्ष जीवनारायण झा, नारायण झा, परमानन्द झा सहित संस्थाक सैकड़ों गणमान्य एवं भद्र महिला तथा सज्जनवृंद सदस्य लोकनि भाग लेलनि।
डा. शंभु नाथ झा केर अध्यक्षता तथा बिपुलेन्द्र झा केर संचालन मे आरम्भ दीप्ति प्रज्ज्वलन उपरान्त प्रीति झा, आरती झा, राधा मंडल, प्रीति झा आदिक सामूहिक भैरवि वंदनाक गान सँ भेल। स्वागत अभिभाषण संस्थाक उपाध्यक्ष ई. फूल कुमार देव केलनि, ओत्तहि महासचिव प्रवीण नारायण चौधरी द्वारा सभा मे महादेव केर महिमागान करैत काशीकान्त मिश्र ‘मधूप’ केर रचना ‘तोर घरक लखि हाल महादेव विस्मित अछि संसार, के ई उठा सकैत अछि भार’ तथा जगज्जननी जानकीक विदाईक वर्णन करयवला समदाउनि ‘हिलि लियौ मिलि लियौ’ गाबिकेँ उपस्थित जनमानस केँ पूर्व कार्यकारिणीक दिन समाप्त होयबाक भाव मे उदासीक संवाद देल गेल छल।
तदोपरान्त अधिकारकर्मी संजू शाह द्वारा मैथिली सेवा समिति केर क्रियाकलाप मे महिला तथा आम जनमानसक सहभागिता कोना बढय ताहि दिशा मे सोचबाक लेल प्रेरक संदेश संग संबोधन रहल। नव कार्यकारिणी मे महिलाक संख्या आरक्षित होय ताहि दिशा मे ध्यानाकर्षणक जोरदार स्वागत उपस्थित महिला लोकनि केने छलीह। तहिना कवि शिव नारायण पण्डित सिंगल द्वारा सेहो मैथिली भाषा पर सबहक अधिकार अछि आर एहि लेल जन-जन केँ जोड़ब आ ओकरा बुझायब जरुरी रहबाक बात पर मैथिली सेवा समिति केँ कार्य करबाक चाही ओ अपेक्षा रखलनि।
वरिष्ठ मैथिल समाजसेवा एवं चिकित्सक डा. महानन्द मिश्रा मैथिल केर मुंह सँ बेर-बेर दरिद्रता भरल वचन सुनबाक कड़ा विरोध करैत कहलनि जे सहयोग हेतु हाथक कमी नहि अछि, जरुरत मात्र एतबा के अछि जे हम सब समुचित व्यक्ति धरि अपन बात केँ पहुँचाबी। कोनो कार्य असंभव नहि। ओ विद्यापति केर रचना ‘चानन भेल विषम सर रे – भूषण भेल भारी’ गाबिकय महाकवि केँ श्रद्धाञ्जलि सुमन देलनि।
सभाक उद्घाटन सत्र मे अपन शुभकामना मन्तव्य रखैत डा. सी. पी. उपाध्याय कहलैन जे ओ स्वयं अबधवासी रहितो, हुनकर पत्नी दिल्लीवासी होएतो विराटनगर मे एलाक बाद मैथिली भाषाक मिठास आर मिथिला संस्कृति केर संपन्नता सँ आकर्षित होएत आइ मिथिला मे डूबि गेल छथि। लेकिन हुनका एहि बातक तकलीफ छन्हि जे स्वयं मैथिल अपन भाषा, भेष आ संस्कृति केँ अवहेलनाक दृष्टि सँ देखैत छथि।
तहिना वरिष्ठ समाजसेवी तोड़णमान प्रधान सभा केँ संबोधित करैत विराटनगर मे मैथिलीक महत्व कतेक पैघ अछि जे अमैथिल सेहो मैथिली भाषा प्रयोग करबा सँ कहियो नहि लजाएत अछि। चाहे घर-अंगना मे काज कएनिहार जन-मिस्त्री हो वा बुद्धिजीवी डाक्टर-ईंजिनियर केर ई विशाल समाज, हुनकर कतेको रास संगी-साथी एहि भाषाभाषीवर्ग सँ रहबाक कारणे ओ स्वयं एक नेवारीभाषी रहितो मैथिली मे बजैत रहला अछि। एहि अवसर पर ओ पूर्व प्रधानमंत्री मातृका प्रसाद कोइराला केँ स्मृति मे अनैत हुनका सँ विभिन्न भाषा-प्रयोगक कला सिखबाक जानकारी सभा केँ करबैत कहलैन जे पूर्व प्रधानमंत्री मातृका बाबु मैथिलीभाषी संग मैथिली मे बजैत छलाह, नेवारी संग नेवारी भाषा मे आ एहि तरहें हुनकहि सँ ई आदति हुनको लगलैन जे हर भाषाक सम्मान करब जरुरी अछि। मैथिली सेवा समिति आर मिथिला समाजक योगदान एहि विराटनगर केर निर्माण मे काफी उच्च रहबाक बात सेहो ओ कहलैन।
मुख्य अतिथि विराटनगर उपमहानगरपालिकाक कार्याकारी अधिकृत गोपाल रेग्मी अपन सहयोग करबाक वचनबद्धता केँ दोहरबैत कहलैन जे विराटनगर मे जन्म लेला आ पालन-पोषण भेलाक कारण ओ अपना केँ पहाडी समाजक रहितो मैथिलीभाषी व मिथिलावासीक रूप मे पहिचान करैत छथि, करबैत छथि तथा मैथिली भाषा आ संस्कृति प्रति हुनकर सद्भावना सदिखन बनल रहैत छन्हि। आइ जँ मैथिल ई कहय जे ओ कोनो बाहरी समर्थनक कमी सँ विपन्न अछि ई सरासर गलत होयत, स्वयं मैथिल एहि सुन्दर भाषा केँ छोड़ि जँ अन्य भाषा आ संस्कृति केर नक्कल मे पड़ैत छथि ताहि लेल ओ आत्मसमीक्षा करैथ।
मुख्य अतिथि रेग्मी नेपालक राष्ट्रीयता प्रमुख अछि आर ताहि प्रति सबहक सम्मान होयब देशक आवश्यकता थीक, परन्तु मातृभाषा आ देशक विविधताक रक्षा लेल सब नागरिक केँ अपन अधिकार आ कर्तब्य मनन करब जरुरी अछि। श्री रेग्मी विराटनगर उपमहानगर पालिका मे अपनाओल गेल भौतिक विकास केर नीति प्रति मैथिली भाषाभाषीक अपार समर्थन पूर्वहु मे भेटबाक बात कहैत आगामी समय मे वनरोपण, सब घरक रंग एकसमान बनायब आर विराटनगर केँ पर्यटन उद्योगक ट्रान्जिट प्वाइन्ट केर रूप मे विकसित करबाक योजना पर सेहो ओहिना पूर्ण समर्थन आर सहयोगक अपेक्षा रखलनि। संघीय नेपाल मे विराटनगर सेहो प्रादेशिक राजधानी समान विकसित रूप मे आओत एहि सन्दर्भ पर प्रकाश देलनि। मैथिली-मिथिला लेल सहयोग लेल सदैव ओ तत्पर रहता तेकर विश्वास दियबैत सभा सँ प्रस्थान करबाक आदेश मंगलनि।
एहि अवसर पर मुख्य अतिथि गोपाल रेग्मी जी केर सम्मान सेहो कैल गेलनि। हुनका लेल निर्धारित सम्मान जे पैछला सालक विद्यापति स्मृति पर्व समारोह २०७१ मे राखल गेल छल तेकरे आजुक एहि सभा द्वारा हस्तान्तरण कैल गेल। हुनका एहि सम्मान मे पाग-दोपटाक संग फूल-माला आ सम्मान पत्र अध्यक्ष डा. एस. एन. झा केर हाथ सँ सौंपल गेलनि।
कार्यक्रम मे अर्थशास्त्री डा. पी. के. झा द्वारा अत्यन्त सारगर्वित संदेश दैत कहल गेल जे महिला साक्षरता बिना कोनो विकास संभव नहि अछि। जाहि मैथिल समाज केर विद्या आभूषण थीक ताहि समाजक महिलाक पिछड़ापण एकर मुख्य कमजोरी रहल अछि। ओ अरब देश केर उदाहरण दैत कहलनि जे सब सँ बेसी दानी देश मे ओकर नाम गानल जाएछ, परञ्च कानून मुताबिक महिला केँ पढबाक अधिकार नहि देल जेबाक कारण आइ धरि ओहि देशक चर्चा विकसित देशक नाम मे नहि लेल जाएछ। तहिना मिथिला समाज मे साक्षरता महिला समाज लेल अनिवार्य अछि। संगहि ओ कहलनि जे हम सब स्वयं सेहो एतेक सक्षम छी जे कोनो पैघ सँ पैघ कार्य केँ अपन बल पर कय सकैत छी।
तदोपरान्त महासचिव प्रवीण नारायण चौधरी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन करैत आइ धरि कैल गेल विशेष सहयोग प्रति आभार प्रकट करबाक संग-संग मैथिल केँ कोन भावना सँ आगाँ कार्य करबाक चाही ताहि पर संबोधन कएने छलाह। सभाध्यक्ष डा. एस. एन. झा अपन अध्यक्षीय भाषण मे मैथिली सेवा समितिक अवस्था पर समीक्षात्मक विवरण पर संछिप्त चर्चा करैत आगामी समय मे आरो महत्वपूर्ण कार्य करबाक प्रतिबद्धता प्रकट केलनि। सबहक सहयोग सँ एहि संस्थाक अपन जमीन व मकान होइक ताहि एजेन्डा पर प्रमुखता सँ ओ कार्य करैत रहता तेकर प्रतिबद्धता सेहो सभाकेँ जनौलनि।
कार्यक्रमक दोसर सत्र मे महासचिव प्रवीण नारायण चौधरी द्वारा मैथिली सेवा समितिक विगत २०१० सँ आइ धरिक विभिन्न कार्यक्रमक लाभ ओ हानि – आय ओ व्यय केर चर्चा कैल गेल छल। सबहक सहयोग सँ ई संस्था बिना कोनो कोष आ कार्यालय केवल लक्ष्यक पाछाँ शुरु मे कोना चलल आर फेर आइ एकर अपन कोष, कार्यालय, कार्यकर्ता आ कार्यक्रमक संग क्रियान्वयनक सामर्थ्य कोन रूप पकड़ि सकल अछि ताहि पर सविस्तार प्रतिवेदन प्रस्तुत केने छलाह। तेकर बाद अध्यक्ष डा. एस. एन. झा द्वारा मैथिली सेवा समितिक आगामी समय कि सब कार्ययोजना रहल ताहि पर प्रकाश देल गेल छल।
एहि बीच संस्थापक अध्यक्ष डा. सुरेन्द्र नारायण मिश्र केर संयोजन तथा विवेकानन्द ठाकुर एवं यशोदानन्द मिश्रा केर सहयोग मे गठित निर्वाचन समिति द्वारा विभिन्न पद केर चुनाव पर दावेदारी फारम संकलन कैल गेल। नव कार्यसमिति मे दावेदारी फारम मुताबिक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव, उपसचिव व कोषाध्यक्ष आदि लेल निर्विवाद रूप सँ चुनाव संपन्न भेल जखन कि सदस्य रूप मे गोटेक उम्मीदवारी आपसी सल्लाह बिपरीत होयबाक कारण विवाद केँ वार्ताक माध्यम सँ सुलझबैत अन्ततोगत्वा सब कार्यकारिणीक घोषणा निर्विवाद रूप सँ चुनाव समिति द्वारा कैल गेल छल।
नव निर्वाचित कार्यकारिणी मे अध्यक्ष डा. एस. एन. झा, उपाध्यक्ष ई. फूल कुमार देव, उपाध्यक्ष डा. योगेन्द्र प्रसाद यादव (जे स्वयं अनुपस्थित छलाह), महासचिव विपुलेन्द्र झा, सचिव अजित झा, उपसचिव मनोज मिश्र, कोषाध्यक्ष प्रकाश नारायण झा, सदस्य संजय देव, राधा मंडल, प्रीति झा, जितेन्द्र झा तथा श्याम मंडल शामिल छथि।
सब नव निर्वाचित पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य लोकनिकेँ पाग पहिराकय महासचिव प्रवीण नारायण चौधरी पद सम्हारबाक जिम्मेवारी सँ बोध करौलनि। नव कार्यकारिणी द्वारा निकट भविष्य मे पहिले सँ आरो बेसी सक्रियता सँ कार्य कैल जायत एहि बातक आश्वासन दैत सचिव अजित झा द्वारा सभाक समक्ष शपथ ग्रहण कैल गेल।
विदित हो जे नव कार्यकारिणीक घोषणा सँ पूर्व ओपन फोरम सँ सुझाव देबाक क्रम मे प्रो. डा. सुशील झा, इन्द्रदेव लाल कर्ण, राधा मंडल, बसुन्धरा झा तथा पत्रकार एवं पूर्व कार्यकारिणी सदस्य जितेन्द्र ठाकुर द्वारा विभिन्न संशोधन प्रस्ताव तथा कार्य-योजना पर प्रकाश देल गेल छल। जितेन्द्र ठाकुर द्वारा देल गेल सुझाव केर सराहना उपस्थित सदस्य लोकनि द्वारा कैल गेल छल। बाद मे हुनकहि सुझाव व प्रो. डा. सुशील झा एवं अन्य सुझावदाताक सुझाव अनुकूल संस्थाक विधान संशोधनक नव प्रस्ताव सहित कार्यसमितिक पूर्व निर्णय अनुरूप अन्य विधान संशोधनक प्रस्ताव पर ध्वनिमत सँ संशोधन करबाक निर्णय लेल गेल। ई संशोधन अनुसार आगामी समय मे नव कार्य समिति ११ सदस्यक स्थान पर २१ सदस्यीय होयत। संगहि सदस्यता शुल्क तथा सदस्यता सँ बाहर करबाक विधान सहित महिलाक स्थान आरक्षित करबाक प्रस्ताव पर सर्वसम्मति सँ संशोधन हेतु निर्णय केँ आगामी कार्यकारीण द्वारा प्रक्रिया अन्तर्गत पास करेबाक घोषणा कैल गेल छल।
अन्त मे, मैथिल समाजक बड़-बुजुर्ग तथा दोसर सभाक अध्यक्षता कय रहला ईं. रमाकान्त झा द्वारा सब पदाधिकारी केँ आशीर्वाद दैत सभाक समापन होयबाक घोषणा कैल गेल।