विराटनगर मे होयत शैली सिंह केर ‘मिथिलाक गीत-नाद’ कार्यक्रम

विराटनगर मे होयत 'मिथिलाक गीत-नाद' कार्यक्रम - गायिका सुश्री शैली सिंह - मार्च १३, २०१६ केँ

विराटनगर, मार्च २, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

shaileeहालहि संपन्न पटनाक मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल मे सुश्री शैली सिंह केर गायन मे ‘मिथिलाक गीत-नाद’ कार्यक्रम प्रस्तुत कैल गेल छल। एहि अवसर पर मिथिलाक गीत-नाद सीडी केर विमोचन पद्मश्री गजेन्द्र नारायण सिंह द्वारा कैल गेल छल। संगहि एहि सत्र केर संचालन मिथिलाक पौराणिक गीत एवं गायन शैलीक शोधक संग संगीत क्षेत्र मे सिद्धहस्त – गायन मे लोकप्रिय गिरिजानन्द सिंह द्वारा संचालन कैल गेल छल। ताहि दिनक बाद पुनः मधुबनी जिलाक सरिसव पाही मे एहि गीत-नाद पर विमर्शक संग सीडीक दोसर बेर विमोचन कार्यक्रम संपन्न भेल छल।

पटनाक कार्यक्रम उपरान्त सुश्री शैली एवं संपूर्ण गीत-नाद-वादन टोली सहित केँ विराटनगर मे अयबाक आमंत्रण देल गेल छलनि। सुसंयोग सँ विराटनगर मे सेहो एहि कार्यक्रमक आयोजन आगामी १३ मार्च केँ होमय जा रहल अछि। ई जानकारी मैथिली जिन्दाबाद केर संपादक प्रवीण नारायण चौधरी देलनि अछि। विराटनगर मे सुश्री शैली सिंह केर एकल गायन मे मिथिलाक गीत-नाद केर कार्यक्रम होयत, संगहि गिरिजानन्द बाबु एवं नित्या नन्द बाबु लोकनि द्वारा एहि पर समुचित प्रकाश देबाक संग-संग मिथिलाक पौराणिक गीत-नाद परंपरा केँ कोना बचाओल जाय एहि दिशा मे विचार प्रस्तुत सेहो कैल जायत।

विराटनगर मे होमय जा रहल एहि कार्यक्रम मे शास्त्रीय गीत-संगीत केर सेहो एकटा सत्र राखल जेबाक जानकारी प्रवीण नारायण चौधरी करौलनि अछि। ई कार्यक्रम ‘मैथिली जिन्दाबाद’ केर बैनर तर मे कैल जायत संगहि मैथिली-भाषी संग-संग नेपाली, उर्दू, मारवाड़ी, हिन्दी भाषाक गणमान्य स्रष्टा सहित आम मैथिल जनमानस लेल एकटा प्रेरणाक स्रोत होयत ताहि उद्देश्य सँ मिथिलाक गीतनाद आ शास्त्रीय गीत-संगीत केँ एक संग करबाक योजना बनाओल जेबाक बात ओ कहलैन अछि। मैथिली भाषाक आध्यात्मिक गहिंराई पटनाक ओहि संछिप्त कार्यक्रम मे श्रोतावर्ग केँ बहुत प्रेरित केने छल। अपन जैड़ केँ स्मृति मे आनब आजुक युग मे परम आवश्यक बुझि ई आयोजन विराटनगर केर मैथिलीभाषी लेल एकटा अनुपम उपहार होयत, ओ विश्वास दियौलनि अछि।