पटना, फरबरी १८, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल केर तीन दिवसीय आयोजन पटना मे साहित्यकार सबहक जुटानक हिसाबे महाकुम्भ समान देखेबे कैल, एहि बीच मैथिली भाषा-साहित्यक अनेकानेक नव प्रकाशित पोथी सबहक विमोचन सेहो भेल।
मैथिली पोथी मे सदैव उत्कृष्ट योगदान दैत आबि रहल सुपौल जिलाक रमण कुमार सिंह मैथिली जिन्दाबाद केँ पहिनहि जानकारी देने छलाहः
“किसुन संकल्प लोक, सुपौल सं निरंतर मैथिलीक उत्कृष्ट साहित्य प्रकाशित होइत रहल अछि। एहि क्रम में वरिष्ठ कवि नारायणजी केर कविता संग्रह ‘धरती पर देखू’, रमण कुमार सिंह केर पहिल मैथिली कविता संग्रह फेर सं हरियर, सुभाष चंद्र यादव केर उपन्यास गुलो आ तारानन्द वियोगी के आलोचना पोथी बहुवचन प्रकाशित भेल अछि। एहि चारू पोथीक लोकार्पण मैथिली लिटरेचर फेस्टीवल, पटना में होयत। मैथिली लिटरेचर फेस्टीवल आगामी 12 फरवरी, 2016 से 14 फरवरी, 2016 तक चलत। मैथिली लिटरेचर फेस्टीवल केर संपूर्ण कार्यक्रम पंद्रह सत्र मे विभाजित छैक।”
बिल्कुल ताहि अनुरूपे – पहिले दिनक दोसर सत्र यानि ‘उद्घाटन’ मे डा. तारानन्द वियोगी केर बहुवचन तथा सुभाषचन्द्र यादव केर गुलो उपन्यास केर विमोचन कैल गेल छल। कार्यक्रमक एक अन्य सत्र मे रमण कुमार केर मैथिली कविता संग्रह फेर सँ हरियर केर विमोचन कैल गेल छल। डा. नारायणजी केर संग्रह ‘धरती पर देखू’ केर विमोचन सेहो एहि आयोजनक समय मे कैल गेल छल। मैथिली जिन्दाबाद पर संपूर्ण विवरणक संग अलग सँ समाचार देल जायत जाहि मे सब पोथी पर चर्चा रहत।