साक्षात्कारः मैथिली सांस्कृतिक मंचक ‘सूपर स्टार’ राम सेवक ठाकुर संग

अति विशिष्ट व्यक्तित्व परिचयः राम सेवक ठाकुर – मैथिली सांस्कृतिक मंचक सूपर स्टार
ram sewak thakur1सुसंयोग कही एकरा जे मैथिली सांस्कृतिक मंच केर प्रसिद्ध उद्घोषक, गायक, लेखक, कवि, सिने कलाकार, रंगकर्मी आ पता नहि आरो कतेक परिचय हिनकर यथार्थरूप मे छन्हि से अति विशिष्य व्यक्तित्व श्री राम सेवक ठाकुर फेसबुक पर उपलब्ध भेटला। मैथिली जिन्दाबाद केर संपादक हम प्रवीण हिनकर ओजपूर्ण प्रस्तुति अपन गाम कुर्सों मे देखने रही, ताहू सँ पूर्व कतेको बेर हिनकर चर्चा सुनने रही आर आइ हिनका संग विस्तारपूर्वक वार्ता करबाक अवसर भेटल। आउ, एहि महत्वपूर्ण साक्षात्कार सँ अपने लोकनि से रुबरु होउ।
हमः आदरणीय राम सेवक भाइ! प्रणाम! अपन नंबर मैसेज कैल जाउ।
 
राम सेवक ठाकुरः “9934205203. राम सेवक ठाकुर! प्रणाम!! आजुक दिन नव उर्जाक संग आबय!!”
 
हमः जय जय भाइ! अपन हाल-समाचार कहू!
 
राम सेवक ठाकुरः सुंदर बढ़ियाँ!
 
हमः कुर्सों गाम मे अपनेक प्रखर प्रदर्शन आ भ्रुण हत्या पर राखल गेल ओ कविता सतति स्मरण मे रहैत अछि। ओकर विडियो फेसबुक पर पोस्ट केने रही, लोक सब बहुत प्रभावित भेल छलाह।
 
राम सेवक ठाकुरः हमर भ्रुण हत्या केर कविता केँ पोस्ट कयल जाउ।
 
हमः जी, ओकर टेक्स्ट नहि अछि भाइ। बस विडियो अछि। ओ हम ताकिकय पोस्ट करब। एखन जँ अहाँक पास उपलब्ध हो तऽ लिखिकय देल जाउ। एकरा मैथिली जिन्दाबाद पर प्रकाशित करब, अहाँ संग भऽ रहल बातचीत सहित।
एहि लिंक पर ओ विडियो उपलब्ध अछि, स्वयं श्री राम सेवक ठाकुर केर ओजपूर्ण आवाज मेः 
https://www.facebook.com/pravin.choudhary/videos/10153594029843492/
राम सेवक ठाकुरः जी पठबैत छी!
 
हमः प्रतीक्षारत छी भाइ!
 
राम सेवक ठाकुरः (अपन प्रसिद्ध रचना केर उतार दैत)
 
मानल जे धीया छथि सीता सरूपा
त कोइखे मे माहुर खोऔल कियै जाइ छै?
बूंद पड़ल गर्भ कियो बुझल ने बुझलक
अल्ट्रामशीन पर जँचौल किये जाइछै?
 
नारी बिन नर की नरनाथ हो अनाथे
से नेस सऽ पहिने मिझौल कियै जाइछै?
 
जकरा बिन सृष्टिक हो रचना असंभव
से लिखऽ सऽ पहिने मेटौल कियै जाइछै?
 
माय बिनु ममता कि ममता बिनु माता
तै ममताक डिम्ही सुखौल कियै जाइछै?
 
कहऽलय बेटी छइ लक्ष्मी शिवानी
से जागऽ स पहिने सुतौल कियै जाइ छै?
 
पुरुषक सिनूर सऽ पुरुषे सिनुरेतै की?..
जनसंख्या सीथक घटौल कियै जाइछै??
 
जिनगीक गाड़ी दू चक्का नर नारी
तै धूड़ीक एक चक्का हँटौल कियै जाइ छै??
 
हमः वाह भाइ!! एहि रचनाक शब्द-शैली-संयोजन-प्रस्तुति-गायन सब किछु एतेक प्रभावी अछि जे सीधे हृदय मे उतैर पड़ैत अछि। आदरणीय राम सेवक भाइ! अहाँक परिचय ओना तऽ मैथिली भाषाक रंगमंच आ सांस्कृतिक मंच केँ देबाक कोनो जरुरते नहि, मुदा मैथिली जिन्दाबाद समान नव-नव स्थापित मिडियाक नवतुरिया पाठक लोकनि लेल कोन रूप मे देबय चाहब?
 
ram sewak thakur3राम सेवक ठाकुरः साहित्य सागर मे रमण कएनिहार एकटा मुमुक्षु कहि सकैत छी हमरा। बाकी परिचय तऽ जे जाहि रूप मे जनैत छथि ताहि रूप मे अपन कलात्मक प्रस्तुति सँ हम हुनका सबकेँ संतोष प्रदान करबाक भूमिका अदा करैत रहैत छी। साहित्य संग कला आ सिनेमा सब किछु मे अपन योगदान दैत आबि रहल छी यथायोग्य।
 
हमः भाइ! अहाँक व्यक्तित्व – मंचीय प्रस्तुति – ओजपूर्ण आवाज आ रचनाक सर्जन क्षमता – एतेक रास गुण एक संग एक्के व्यक्ति मे कोना संभव भेलैक? ईश्वरक कृपा मात्र मानल जाय, आ कि माता-पिताक तपस्या आ कि अहाँक शिक्षा-दीक्षा – कोना-कोना अपने एहि विलक्षण प्रतिभाक धनी बनि पेलहुँ?
 
राम सेवक ठाकुरः प्रथमतः माता-पिता – सभक जड़ि मे हिनके लोकनिक तपस्याक फल हमरा मे फलित भेल से बुझी। आर एकरा मे निखार अनबाक कार्य हमर परम गुरुदेव आचार्य पंडित कुलेश्वर ठाकुर कएलनि अछि। लोकक आशीर्वाद सँ साहित्य सागर मे – साहित्य कला क्षेत्रक ओ सब कियो जिनका सँ हम कोनो न कोनो रूप मे प्रभावित भेलहुँ। अन्यथा १९९० धरि हम मैथिली मंच नहि बुझैत छलहुँ। ओना प्लेटफार्म पर अनबाक श्रेय हम श्रीयुत् केदार नाथ मिश्र तथा तारा चरण झा केँ दैत छियन्हि। विद्यार्थीकाल मे विद्यालय तथा महाविद्यालयक शिक्षक-प्राध्यापक लोकनि केँ सेहो एहि लेल श्रेय दैत छियन्हि। मुदा सर्वथा स्मृति मे रहैत अछि अपन ग्रामीण कीर्तन परंपरा जाहि सँ शुरुआत भेल आर नित्य पोषण भेटल हमर कला आ प्रस्तुति केँ।
 
ram sewak thakur4हमः हमर गाम कुर्सों केर मंच पर अहाँक राखल ई कविता – कि कहू… पूरे दुनियाक लोक द्वारा सराहना कैल गेल छल। अपनेक आरो एहेन महत्वपूर्ण रचना सब कतहु संकलित आ प्रकाशित भेल अछि वा नहि?
 
राम सेवक ठाकुरः नहि भाइ! प्रकाशन लेल किछु संकलन छापाखाना मे पठौने छी, मुदा कार्य-व्यस्तताक कारण ओ सब एखन धरि प्रकाशन नहि भऽ सकल अछि। प्रकाशन मे किछु तकनीकी विन्दु पर अपने लोकनिक सहयोग रहला सँ शीघ्रे महत्वपूर्ण ८० रचनाक संग्रह केँ प्रकाशन करायल जा सकैत अछि।
 
हमः अपन जीवनक कला-यात्रा पर प्रकाश देल जाउ भाइ। हाले एकटा फोटो देखलहुँ जाहि मे लक्ष्मीनाथ गोसाईं केर भूमिका मे छी…. ओहि पर सेहो किछु प्रकाश देल जाउ।
 
ram sewak thakur2राम सेवक ठाकुरः १९९० ई. मे टेलिफिल्म ‘राजा सलहेस’ मे अभिनय करबाक प्रारम्भिक अवसर भेटल छल। एखन धरि कुल ८ टा मैथिली फिल्म आर १ टा हिन्दी फिल्म मे अभिनय यात्रा केलहुँ अछि। सौभाग्य मिथिला टेलिविजन चैनल पर सर्वाधिक चर्चित गप्पी नंबर १ आर जय रामजी की मे सेहो हमर भूमिका मुख्य रहल। गोसाईं बाबाजी केर सिद्धिक समयक रौल कयलहुं जे मुख्य अछि।
 
हमः मैथिली भाषाक सेवा मे अहाँ केँ व्यक्तिगत रोजी-रोटी आ प्रतिष्ठित पहिचान… कि सब भेटल?
 
राम सेवक ठाकुरः मैथिलीक कृपा सँ सुनगैत जिनगी मे आनंद सँ जीबि रहल छी। धधयबाक इच्छो नहि अछि, सुनगैत घूड़क आगि स्थाई होएबाक बात सुनने आ गुनने छी। जीवनक्रम सेहो किछु एहि तरहक जीबैत छी, यैह आगुओ लेल इच्छा अछि।
 
हमः फेसबुक पर भेंट – आह्लादित केलक भाइ! मैथिली जिन्दाबाद नव न्युज पोर्टलक स्थापना ११ अप्रैल २०१५ केँ केलहुँ। बस मैथिली भाषाक गरिमा केँ दुनियाक सोझाँ अपना तरहें प्रस्तुत करबाक लेल ई मिडियाक एक छोट डेग उठेबाक बाध्यता भेल बुझू। एकर पाठक लेल अपन सारगर्वित संदेश देल जाउ।
 
राम सेवक ठाकुरः अहाँ सतैत मिथिला-मैथिलीक उन्नयन लेल सत् प्रयास करैत रही। अहाँ जन-जन मे कृतज्ञताक उत्साह भरैत रही। मैथिली जिन्दाबाद पोर्टलप्रति लोकक जुड़ाव अधिकाधिक होअ। अनवरत अहाँ वैचारिक क्रांतिक सहज संचार करी!!
 
हमः अहाँक लिखल कतेको रास गीत सब केर कैसेट सेहो बनि गेल अछि सुनलहुँ? ओहि पर किछु जानकारी देल जाउ।
 
राम सेवक ठाकुरः हमर गीत सर्वाधधिक कुंजबिहारी मिश्र तथा पूनम मिश्र गौलन्हि अछि। बहुते रास कैसेट (सीडी) सब प्रकाशित अछि हुनका लोकनि द्वारा। ओना राम बाबु, दिलीप दरभंगिया, माधव राय, ईहो सभ हमर रचना केँ अपन सुमधुर आवाज देलनि अछि।
 
हमः अन्त मे मैथिली जिन्दाबादक पाठक लोकनि केँ कि सन्देश देमय चाहब?
 
राम सेवक ठाकुरः युवा ब्रिगेड शिक्षित युवक लोकनिक संगठन जगह-जगह गठन कएल जाउ। साहित्यिक परिचर्चा न्यून ब्यय पर सब ठाँ हेबाक चाही। पुनः लेखन, वाचन, चित्रकला, गायन आदिक प्रतियोगिता सामाजिक स्तर पर आयोजन होएत रहय। बुजुर्ग व अनुभवी अभिभावक तथा युवा पीढी बीच समन्वय रखबाक लेल मिथिला मचान केर स्थापना सब तैर हो जतय मिथिला मैथिलीक गप्प हो।
चाहत नहि इहलोकक हमरा
चाहत नहि सुरलोक रही;
चाहत नहि सुख संपत्ति केर
नहि चाहत कोनो भोग करी
जन्म अनेक होअए बरु कोनो
जनमि जनमि सभ कोखि मे आबी
स्नेहलता सेवक बस स्वारथ
मिथिले मे रही मिथिलेक कहाबी
हमः बहुत धन्यवाद राम सेवक भाइ! प्रणाम!
 
उपरोक्त वार्ता सँ एकटा सूपर स्टर मिथिला नायक अपन विचार हमरा लोकनि नव युवा पीढी लेल विशेष भार सहित देलनि अछि। आशा करैत छी जे हुनकर सपना केँ हम सब जरुर पूरा करब। अपने सब केँ विशेष अभिवादन – मैथिली जिन्दाबाद!!