आलेख
– प्रकाश कमती (अनुवादक)
राजा सल्हेस के छलाह…?
राजा सल्हेस जी केँ मधुबनी जनपद सहित समस्त मिथिला में सर्वजातीय श्रद्धा प्राप्त छैन्ह। हिनक शौर्य आ राज्य प्रशासन केर अदभुत क्षमता सँ परिपूर्ण गाथा, उपन्यास, नाटक, रेडियो नाटक, सिनेमा, लोकचित्र एवं अनेक साहित्यिक सांस्कृतिक माध्यम सँ विशेष स्पंदित नै भेल अछि।
महाराजा सल्हेस केर जन्म मधुबनी जिला सँ सटल नेपाल केर महिसौथा में भेल छल। हिनक पिता केर नाम सोमदेव एवं माता केर नाम शुभ गौरी छल। विराटनगर केर राजा श्री हलेश्वर जीक कन्या सत्यवती सँ हिनकर विवाह भेल छल। सल्हेस जी पूर्व में जयवर्धन केर नाम सँ जानल जाईत छलाह मुदा बाद में सर्वसम्मति सँ राजतिलक केर समय जयवर्धन सँ शैलेश पैड़ गेलैन आ वैह शैलेश कालान्तर में सल्हेस भ गेलथि।
राजा सल्हेस चीन आ भूटान केर आक्रमण सँ मिथिलाक रक्षा सदैव करैत रहलाह। ओहि समय सल्हेस जीक प्रतिद्वंदी वीर चौहरमल छलाह जे बड्ड पैघ महर्षि योद्धा भेलाह।
प्रोफेसर राधाकृष्ण चौधरी जीक लिखित “मिथिला इन द ऐज ऑफ विद्यापति” में राजा सल्हेस केर गौरव गाथा, गीत आ हुनक पूजा एवं नृत्यक उल्लेख भेटैत अछि। तखन स्पष्ट अछि जे राजा सल्हेस जीक पूजा अर्चनाक परम्परा बड्ड प्राचीन अईछ। ओहि समय मिथिलाक मूलवासी में शुद्र राजा सेहो होईत छलाह आ अपन अलौकिक कृति एवं पौरुष सँ दिव्य व्यक्तित्व प्राप्त करैत पूज्यनीय भ जाईत छलाह। राजा सल्हेस जी सेहो ओहि कोटीक मिथिलावासी भेलाह जे अपन पराक्रम, शौर्य आ विशिष्ट व्यक्तित्वक कारणे तत्कालीन मिथिलाक राजा बनलाह एवम् अनेक कल्याणकारी कार्य केलाह।
राजा सल्हेस अपन कर्मक बल पर देवत्व प्राप्त करैत देवताक श्रेणी में आबि गेलाह। एखनो घर-घर हिनक पूजा-पाठ भरपूर श्रद्धा व निष्ठा सँ होईत अछि जाहि में भगताय सबसँ विशेष प्रचलित अछि।
सौजन्य – मिथिला कनेक्ट डॉट कॉम पर 12 जून, 2015 केर लिखल हिंदी लेख जेकर इ मैथिली अनुवाद अछि।