सहरसा, जनबरी २८, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

आइ भोरे-भोर मैथिली साहित्य जगत् लेल एकटा दुःखक समाचार अछि जे वरिष्ठ लेखक आचार्य सोमदेव जी शिकस्त बीमार पड़ि गेल छथि। अपन पुत्र ज्योतिवर्धन जे स्वयं एकटा नामी मैथिली भाषा कवि छथि आर हिन्दी भाषाक प्रोफेसर छथि सहरसा मे – हुनकहि लंग रहि रहला वरिष्ठ स्रष्टा मैथिली साहित्यक एकटा नामी-गिरामी हस्ताक्षर आचार्य सोमदेव बीमार पड़ि गेलाह आ आइ एकटा प्राइवेट क्लिनीक मे आइसीयू मे भर्ती छथि।
मधुबनी सँ मैथिली भाषा-साहित्यक अभियानी भाइ अजित आजाद ई समाचार अपन फेसबुक स्टेटस मार्फत करबैत बीमार वरिष्ठ स्रष्टाक स्वास्थ्यलाभ लेल सामूहिक प्रार्थना करबाक अपील केलनि अछि।
मैथिली जिन्दाबाद केँ आचार्य सोमदेव केर उपलब्धि बारे अजित आजाद बतौलनि जे हुनकर रचना ‘सहस्रमुखी चौक पर’ वास्ते २००४ मे साहित्य अकादमी पुरस्कार भेटल छलन्हि। लाल ईशिया (उपन्यास), होटल अनारकली (उपन्यास) सेहो हिनकहि लिखल प्रसिद्ध रचना छल।”
आचार्य सोमदेव जीक जन्म ५ मार्च १९३४ केँ दरभंगा जिलाक बेनीपुर सबडिवीजन अन्तर्गत दाथ गाम मे भेल छलनि। हाल ओ लहेरियासराय केर जीएन गंज मे रहैत छथि। सोमदेव जी ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय केर महारानी कल्याणी महाविद्यालय सँ जुड़ल रहल छलाह। रिटायर भेलाक बाद सँ अपन समय मैथिली साहित्य मे सेवादान लेल लगौने छथि।
हुनक प्रकाशित रचना मे चारिटा कविता संग्रह ‘सहस्रमुखी चौकपर’, ‘कालध्वनि’, ‘सोम सतसइ’ आओर ‘सोम पदावली’ तथा दूटा उपन्यास ’चानोदाइ’ आओर ‘होटल अनारकली’, आर एकटा कथासंग्रह ‘आगि तांबूल वनमे’ आओर एकटा संगीत नाट्य काव्य ‘चरैवेति’ शामिल अछि।
मैथिली कवि, कथाकार, उपन्यासकार श्री सोमदेव जी केँ २००१ मे यात्री चेतना पुरस्कार सेहो भेटल छलनि। तहिना २०१० मे प्रबोध साहित्य सम्मान सेहो भेटल छलनि।
जन-जन केर वाणी बनि गेल हिनकहि एक प्रसिद्ध रचनाः “पग-पग पोखरि माछ-मखान, सरस बोल मुस्की मुख पान, विद्या-वैभव शान्तिक प्रतीक, ललित नगर दरभंगा थीक” – ई शिलालेख दरिभंगा रेलवे स्टेशन पर आइयो सम्मानित रूप सँ स्थापित राखल गेल अछि।
श्री अजित आजाद कहलैन जे आचार्य सोमदेव केँ यात्रीजी समान दिग्गज स्रष्टाक मानदान भेटैत छलन्हि। हमर गाम हटनी मे आयोजित कथा-गोष्ठीक अध्यक्षता आचार्य स्वयं कएने छलाह। तेकर बादो कतेक रास कथा-गोष्ठी मे ओ भाग लैत रहलाह। हिन्दी आ भोजपुरी भाषा मे सेहो लिखलनि। मुदा हुनक मैथिली लेल समर्पण अतूलनीय अछि।
वरिष्ठ लेखक केँ जिज्ञासा करबाक लेल सहरसाक विभिन्न भाग सँ मैथिली अभियानी लोकनि ओहि क्लीनीक पर पहुँचब शुरु भऽ गेला अछि। महिषी सँ अमित आनन्द – सहरसा सँ शैलेन्द्र शैली ओतय पहुँचि रहल छथि से जानकारी भेटल अछि।
मैथिली जिन्दाबाद परिवार केर तरफ सँ वरिष्ठ लेखक श्री आचार्य सोमदेव केर शीघ्र स्वास्थ्यलाभ केर हार्दिक कामना व ईश्वर सँ प्रार्थना अछि।