साभार सामाजिक संजाल फेसबुक सँ…..
सन्दर्भ नेपाल मे संघीयताक स्थापना – मधेस केर मुक्तिक संग समस्त उत्पीडित उपेक्षित जाति-जनजातिक मुक्तिक माँग सहित देश मे चलि रहल आन्दोलन – घोषित नव संविधान आर राजनीतिक दल केर चरित्र आदिक समग्र रूप पर एकसाथ कठोर प्रहार करबाक एकटा नमूना समाचार भेटल अछि।
कहल जाएत अछि जे मधेसक पहिल शहीद ‘दुर्गानन्द झा’ छथि। एक संस्था ‘अपन सुन्दर बलरा’ द्वारा फेसबुक पर तस्वीर सहित अपडेट कैल गेल अछि जे ओहि पहिल शहीद दुर्गानन्द झा केर परिवार आइ केहेन विपत्ति मे अछि जे हुनका सबकेँ कियो देखनिहार आ पूछनिहारो नहि छन्हि। कहल गेल अछिः
“राज्य आ नेपाली काग्रेशक उपेक्षा मे पड़ल अमर सहिद दुर्गानन्द झा के पत्नी श्रीमति काशि देवी झा आ सासु माँ के जनकपुर अंचल मे ईलाज होइत काल कोनो हुनका सभ के देखनिहार नञि भेलइक। कतऽ गेल अछि लम्बा लम्बा भाषण छट्टनिहार नेता लोकनि? अकरे कहैत अछि ‘हर साल लगेगी मेला कब्र पर… सहिदो के मरने के वाद बाकी निसाँ यही होगा..’ अमर सहिद के धर्मपत्नी आ सासुमाँ के शिर्घ स्वास्थ्य लाभ के कामना…”
एहि लिंक पर देखल सेहो जा सकैत अछिः
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=218396495161222&set=a.101649610169245.1073741826.100009726181489&type=3&theater
बात उठैत अछि जे एक तरफ हम सब अपन अधिकार लेल लड़ाई लड़ैत छी, संघर्ष करैत छी, आन्दोलन आ क्रान्ति हर चीज करैत छी। लेकिन दोसर तरफ एहि लड़ाई मे शहादति देनिहारक आश्रितजन प्रति एतबो भावना नहि रहि जाएत अछि जे सामाजिक सद्भावना आ मानवीय सहयोग सँ मानवता केर रक्षा करी।
ओना तऽ पहिल जिम्मेवारी हमरा लोकनिक अपन परिवार, पड़ोसी आ समाजक संग समुदायक बनैत अछि जे केहनो विपत्ति पड़ला पर शीघ्र सहयोगक हाथ बढाबय। लेकिन जाहि कोनो परिवारक जबान पुत्र अधिकारक लड़ाई मे अपन जान गंवा देलनि, तिनकर आश्रितजन प्रति समाज-समुदायक संग आरो बेसी जिम्मेवारी ओहि राजनीतिक संगठनक बनैत अछि, राज्य केर बनैत अछि जे आइ वैह शहीद केर खूनक कीमत पर नव उपलब्धि – क्रान्तिकारी परिवर्तन हासिल कएलक अछि। दुःखक बात जे ओ राजनीतिक दल केर वर्तमान ठीकेदार केँ एतबो नैतिक विचार नहि छैक जे कम सँ कम ओहि सब शहीदक आश्रितजन केर देखभाल करबाक लेल राज्य द्वारा संरक्षणक व्यवस्था करय।
हालक आन्दोलन मे शहादति देनिहार परिवार केँ तऽ एखन धरि राज्य नोरो पोछय लेल नहि आयल। वर्तमान समयक अवस्था तऽ शहादति देनिहार केँ आतंकवादी मानिकय – भारतीय आ मोदीक बेटा कहिकय घृणा सँ भरल गारि पढैत सीधे छाती आ माथ मे गोली सँ ठोकैत अछि। एकर न्याय आ निर्णय तऽ बाद मे समय द्वारा हेबे करत, लेकिन ओ शहीद जेकरा लेल पहिल शहीद कहिकय बड़का-बड़का सभा मे खूब लंबा-लंबा भाषण देल जाएछ, ओहि नेतागण आ पार्टी लेल एहि सँ शर्मनाक आ निन्दनीय बात कि होयत जे गाम-गाम धरि संगठन रखितो ओकरा मे एतेक कूबत नहि छैक जे ओहि शहीदक आश्रितजनक समस्याक समाधान लेल मानवीय सहयोग धरि उपलब्ध कराबय। टिप्पणी कएनिहार कोनो गलत नहि कहलक जे मात्र शहीदक सारा पर जाकय फूल-माला चढेनाय आ गोहिक नोर बहेनाय कोनो नीक संदेश नहि दैत अछि।
शहीद दुर्गानन्द झा केर सासु-माय व हुनक पत्नी तथा परिवारक समस्य आश्रितजन लेल सुस्वास्थ्यक संग सुखक कामना!!
– मैथिली जिन्दाबाद परिवार