विशिष्ट व्यक्तित्व परिचयः मिथिला सुर सम्राज्ञी ‘रंजना झा’
– विमल जी मिश्र
रंजना जीक गायकी विनम्रता केर जतबा प्रशंशा करल जाए कम अछि । रंजना जीक संगीत सँ सब परिचित अछि, तहिना हुनक परिवारो मे सब कियो संगीतक परम सेवक । पुरा परिवार सुर साधक । माँ सरस्वती केर सब आराधक । रंजना जीक पिता श्री भागवत मिश्र वियोगी देवीगंज पथराहा थाना नरपतगंज, अररिया जिलाक रहैयवाला स्वयं एक प्रसिद्ध “गीत-संगीत कलाकार” केर संग सुचना जनसंपर्क विभाग, बिहार सरकार मे कार्यरत छलाह, आब सेवानिवृत्त जीवन मे छथि । ताल मात्रा सँ सुन्दर रचना करैत छथि । रंजना जीक भाई सेहो संगीतक शिक्षा लेने छथि आ दिल्ली मे अपन संगीत अकादमी चलबै छथि । दोसर भाए तबला वादक केर संग-संग गिटार सेहो नीक बजबैत छथि । रंजना जीक माँ गृहणि रहितौ संगीत सँ रुचि राखैत छथि । पुरा परिवार बुझु जे संगीतक बगिया अछि । जाहि मे कला केर अनेको प्रकारक सुगंधक गमगमी पसरल अछि । सदिखन सपरिवार सुर केर गंगा मे डूबकी लगबैत अपन सृजनशीलताक प्रकाश सँ मिथिला सहित पुरा देश केँ सेहो नहाबैत रहैत छथि रंजना जी व हुनक मूल परिवार ।
सरस्वतीक खास कृपाक वर्णन कि कैल जाय! हिनक ५ वर्षीय एकमात्र पुत्र एखनहि सँ तबला पर संगत शुरु केने छथि । फोटो मे छोट बच्चा केर चित्र छैक, वैह बालक हिनक पुत्र छथिन । हिनक पति सेहो अत्यन्त हँसमुख आर कर्मठ लोक – मिथिला मे जिनका बड्ड नीक लोक कहल जाएत अछि से छथि रंजनाजीक पतिदेव । रंजनाजीक सदैव हाथ बँटबै छथिन्ह । कैमरा सँ कमाल करैत छथि आर म्यूजिक अरेंज करबाक संग इवेंट मैनेजमेन्ट सेहो करैत छथि। सब तरहें रंजना जीक सहयोग करैत छथि । सासुर सहरसाक लगमा गाम मे छन्हि। सासुर केर तरफ सँ पुर्ण सहयोग भेटैत रहैत छैन्ह । वर्तमान पटनाक पुनाए चक मे हिनका लोकनिक अपन आवाज छैन्ह । हर स्तर सँ ईश्वर केर विशेष आशीर्वाद सँ भरल-पुरल परिवारक मलिकाइन रंजना जी मिथिलाक एकटा गौरव थिकी ।
मैथिली जिन्दाबाद केर दिल्ली प्रतिनिधि व मैथिली भाषाक प्रसिद्ध गीतकार भाइ विमल जी मिश्र सुर सम्राज्ञी रंजना झा केर ओज संग व्यक्तित्व व कृतित्वक विस्तृत जानकारी पाठक सब लेल हुनकहि संग भेंट-वार्ता करैत अनलनि अछि। वार्ताक क्रम मे रंजना जी महिला समाज लेल बड्ड सुन्दर संदेश देलथि जे, महिला सब केँ घर परिवारक कार्य करब, धियापुता केँ देखब, अपन-अपन विधा केर क्षेत्र मे काज करब समाहित अछि । समाज आ रोजगार केर संग घर-परिवार केँ देखब सेहो जरुरी अछि । एतेक महान गायिका केर एतेक नीक बिचार त सरस्वती महारानीक असीम कृपा समान प्रतीत भेल ।
स्टार प्लस टेलिविजन पर हाल-साल प्रसारण कैल जा रहल ‘सिया के राम’ धारावाहिक मे विद्यापतिक प्रसिद्ध रचना ‘पिया मोरा बालक’ धुनपर अपन किछु रोचक प्रस्तुति देने छथि । विदित हो जे हिन्दी धारावाहिक ‘सिया के राम’ मे सीता व मिथिलाक अत्यन्त खास आ विशिष्ट वर्णन कैल जा रहल अछि जेकर लोकप्रियता टीवी युगक आरम्भ मे रमानंद सागर कृत रामायण धारावाहिकेक समान आइ घर-घर मे देखल जा रहल अछि । विश्व भरि मिथिलाकेँ स्थापित करबाक लेल ई धारावाहिक रामबाण केर कार्य कय रहल अछि । एहि लोकप्रियताक आंशिक श्रेय मैथिली व खासकय शास्त्रीय गीत-संगीतक विशेष सुर-साधिका रंजना झा केर गायन केँ सेहो देल जा रहल अछि ।
वर्तमान भारतवर्षक सर्वाधिक लोकप्रिय गायिका रंजना झा केँ मानल जाएछ । राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हरेक कार्यक्रम मे हिनकर मांग सर्वोपरि रहैत अछि । भारत सरकार केर संस्कृति मंत्रालय द्वारा कोनो भी राष्ट्रीय कार्यक्रम मे रंजना झा केर लोकप्रिय गायकी ओ सुमधुर आवाज केर मांग होएत रहल अछि । हालहि दिल्लीक प्रगति मैदान मे चलि रहल विश्व पुस्तक मेलाक सांस्कृतिक कार्यक्रम मे मैथिली गीत गायन लेल हुनका आमंत्रित कैल गेल छलनि । रंजना जी देश भरि मे मैथिलीक मांग बेसी रहबाक बात कहलैन, परन्तु यदा-कदा राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुतिक समय मैथिलीक दर्शक नगण्य होयबाक कारण उत्साह टूटबाक दुखद अनुभव सेहो सुनेलैन ।
रंजना जीक सरल स्वभाव आ मधुर गायकी होयबाक संग एक कुशल गृहिणीक रूप मे आदर्श मैथिलानी बनि सम्पूर्ण महिला समाज लेल प्रेरणास्रोत मानल जाएछ। सदैव मिथिलाक नाम केँ रौशन करयवाली, मैथिल स्वर सम्राज्ञी मिथिलानी रंजना झा जी केर भविष्य लेल आलेख लेखक तथा मैथिली जिन्दाबाद परिवारक तरफ सँ अनेकानेक शुभकामना । अहिना अपन सुरक कोसी-कमला-गंगा-गंडक-बागमतीक पवित्र धारा मे सब केँ नहाबैत रहैथ, मिथिलाक नाम सगरो दुनियां मे फहराबैत रहैथ । संगहि आइ तीला संक्रान्ति पर मैथिली केर परम सेविका रंजना झा जी केँ कोटि-कोटि शुभकामना । जय हो । मैथिली जिन्दाबाद ।