कोलकाता, जनबरी ११, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
मैथिली साहित्यिक गोष्ठीक नव रूप ‘अकास तर बैसकी’ केर नव वर्ष २०१६ ईस्वीक पहिल बैसार काल्हि १० जनबरी, २०१६ केँ पूरा भेल।
एकर संस्थापक संयोजक रूपेश त्योथ फेसबुक मार्फत जानकारी करौलनि अछि जे दोसर सालक पहिल आयोजन संपन्न भेल आ उपस्थित साहित्यिक लोकनिक सर्वसम्मति सं साल २०१६ हेतु चंदनकुमार झा केँ नबका संयोजक मनोनीत कएल गेल।
ई बैसकी प्रख्यात साहित्यिक ‘चंद्रेश’ केर अध्यक्षता ओ भास्करजी केर संचालन मे संपन्न भेल सेहो जानकारी रुपेश जी करौलनि अछि। ओ कहलैन जे बैसकीक स्वरूप जेना-जेना फरीछ भेल जा रहल अछि आ लोकक मध्य स्वीकार्यता जेना बढल जा रहल अछि, सहजें हमरा सभक दायित्व एकर नीक भविष्य लेल बढि जाइए। ताहि कारण सर्वसम्मति सँ एकटा परामर्शमंडल सेहो बनाओल गेल अछि। एहि सँ बेसी जानकारी रुपेश त्योथ जी केर सम्पादकत्व मे प्रकाशित होमयवाला मैथिली वेब न्युजपोर्टल मिथिमिडिया द्वारा कराओल जेबाक अपडेट लगौने छथि।
काल्हिक बैसकी मे उपस्थित मुख्य प्रस्तोता सब मे राजीव रंजन मिश्र, आमोद कुमार झा, चंदन कुमार झा, रंजित कुमार झा, विजय इस्सर, उमाकान्त झा बक्शी, रंजित कुमार झा, आदि छलाह।