जनकपुर, दिसम्बर १८, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
सुरक्षाकर्मीक अत्याचार सँ भड़कल स्थानीय जनता तथा तीर्थ यात्री
जनकपुर मे राम जानकी विवाह महोत्सव अन्तिम समय मे आबिकय अशान्त बनि गेल। एहि कार्यक्रम मे देशक नव-निर्वाचित राष्ट्रपति विद्या भंडारीक सहभागिता निर्धारित होइते एकर विरोध वर्तमान मधेस आन्दोलनी द्वारा होमय लागल छल।
राष्ट्रपति विद्या भंडारी द्वारा मधेस आन्दोलन प्रति नकारात्मक भूमिकाक कारण जबरदस्त विरोध करैत पहिने सँ आन्दोलनी पक्ष संयुक्त मधेसी लोकतांत्रिक मोर्चा जनकपुर यात्रा रद्द करबाक अनुरोध केने छल। तथापि राष्ट्रपति भंडारी सघन सुरक्षाक संग रामजानकी मन्दिर प्रवेश व दर्शन आदि करबाक लेल जनकपुर अयलीह। हुनक यात्रा अवधि लेल सुरक्षाकर्मी द्वारा आम भक्त-श्रद्धालू लोकनिक प्रवेश निषेध कएलक, जेकर प्रतिकार मे स्थानीय जनता द्वारा पूलिस संग झड़प होमय लागल। पूलिस व आम-जनताक बीच ईंटा-पाथर आर आँसू गैस चलेबाक सिलसिला चलि पड़ल जाहि सँ लोक सबहक भागाभाग मचि गेल छल।
राष्ट्रपति भंडारी के काला झंडा देखबैत आन्दोलनकारी लोकनि विरोध कएलक। संगहि जनकपुर मन्दिर मे सुरक्षाकर्मीक जोर-जबरदस्ती आ अत्याचारक विरोध सेहो जनकपुर सहित अन्य – अन्य ठाम कैल जेबाक समाचार अछि। विदित हो जे करीब चारि मास सँ निरंतरता मे रहल मधेस आन्दोलनक कारण पहाड़े मूलक नेतृत्वकर्ता वा राजनीतिकर्मीकेँ मधेस प्रवेश पर विरोध आ हिंसाक कतेको घटना घैट चुकल अछि। अवस्था एहेन बनि गेल अछि जे सुस्पष्ट विभाजित राष्ट्रीयता पहाड़ी व मधेसी मूल बीच जन्म-जन्मांतरक कोनो दुश्मनी रहल हो, एक दोसर प्रति मानसिक घृणा आ भेदभाव नेपालक नव संविधान द्वारा वर्तमान सत्ताधारी राज्य संचालक व प्रमुख राजनीतिक दल द्वारा स्थापित करबाक कार्य कैल गेल यैह मानल जा रहल अछि। राष्ट्रपति भंडारीक जनकपुर यात्रा सौहार्द्रक बीच होइत तऽ आइ अवस्था एहेन कदापि नहि बनैत।