रामजानकी जीक तिलकोत्सव सम्पन्न, आइ मटकोर होयत: रामजानकी विवाह महोत्सव
– मनीष कर्ण, जनकपुरधाम। दिसम्बर १५, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
प्राचीन मिथिलाक राजधानी रुपमे रहल जनकपुर अखैन पुरे रामजानकी विवाह महोत्सव मे डूबल देखा रहल अछि। वैवाहिक कार्यक्रम अन्तर्गत काल्हि (सोम) दिन तिलकोत्सव समारोह धुमधाम सँग सम्पन्न भेल अछि।
विवाह महोत्सवक अवसरिमें जानकी मन्दिर अर्थात् बेटीक पिता केर भूमिका निर्वाह करैत छोटे महन्थ रामरोशन दास वैष्णवक अगुवाई मे १५१ टा भार साँठल गेल जाहि मे सेव, समतोला, केरा, लाई, गाजा, खजुरिया, पेरुकिया, लड्डु आ मिठाई सहित अन्य बहुतरास भार सभ लऽ कऽ साधु सन्त, योगी, ऋषि, मुनिक टोली स्थानीय राम मन्दिर पहुँचल छल।
तिलकोत्सव समरोहमेँ जानकी मन्दिरक छोटे महन्थ रामरोशन दास जनकक भूमिका मे आर भारतक अयोध्या सँ बरियाती मे सरिक होवय लेल आयल दिगम्बर अखाडाक महन्थ सुरेश दास दसरथक भूमिका में, ॠषिकेश स्थित सिद्ध हनुमान मन्दिरक महन्थ डा. रामेश्वर दास वैष्णव गुरु वशिष्ठक भूमिकामे, विश्व हिन्दु परिषद् केर केन्द्रीय मन्त्री राजेन्द्र सिंह “पंकज” संगहि धनुषा जिल्लाक प्रमुख जिल्ला अधिकारी (सिडियो) कालीप्रसाद परजुली लगायतक पाहुन सभक सहभागी देखल गेल छल।
समारोहमें नगरक साधुसन्त, महात्मा, भद्रभलादमी, बुद्धिजीवी, नागरिक समाज, लागायत मैथिलानी नारी सभक हजारौंक संख्यामें सहभागिता देखल गेल छल ।
मिथिलामें वैवाहिक अवसर पर खास कऽ तिलकोत्सवमे “डहकन” प्रथा अर्थात् बेटा पक्ष सं बेटी पक्षक समधि समधिनी सँग शिष्ट्गर गारिऽ दऽ हास्य-परिहास्य करैत अछि । ओहि अनुरूप मैथिलानी चौल ठ्ट्टा केने छ्ली। ओ सब “समधिकेर दाढीमें कवतुर लटकाउ” गीत गाबिकय वातावरण सुमधुर बनओने छली ।
तहिना टोली बना मञ्च पर बैसल साधुसन्त सब बीचमे अबीर, हरैद, दही एक-दोसर के लगोओने छल तऽ सब पाहुन सभकेँ दोसल्ला ओढाय सम्मान सेहो कयल गेल।
कार्यक्रममें स्वागत नृत्य स्थानीय बाल कलाकार तमन्ना चौधरी, रक्षा भुजेल आ सोनु मंडलक संयुक्त रुपमें नृत्य प्रस्तुत कय कार्यक्रमक शोभा बढओने छल। अस्वस्थताका कारण जानकी मन्दिरक मुख्य महन्थ राम तपेश्वरदास वैष्णव समारोहमे नैइ उपस्थिति देखेला।
जानकी मन्दिर सँ निकलल टोली नगरक विभिन्न भागक परिक्रमा केने छल आ नगरवासी सब सेहो हुनका लोकनिक स्वागत-सत्कार अबीर, फूल, माला प्रदान करैत केने छल। नगर परिक्रमा कय टोली केँ स्थानीय महावीर युवा कमिटी आ राम युवा कमिटी अलग-अलग भव्य स्वागत करबाक जानकारी महावीर युवा कमिटीक अध्यक्ष धर्मेन्द्र साह जानकारी देलन्हि।
जनकपुरमें विवाहपञ्चमी भेलाक बादे लोक सभ अप्पन बेटा-बेटीक विवाह करबाक मान्यता रहल अछि।
मिथिलामें वैवाहिक परम्परा, रीति-रिवाज, सांस्कृतिक संरक्षण, संवर्धन आर प्रवर्द्धन वास्ते हरेक वर्ष अगहन शुक्ल पञ्चमीक दिन पौराणिक, धार्मिक सम्बन्ध केर रुपमे जानल जाएत छैक।
शुक्र दिन शुरु भेल सात दिवसीय रामजानकी महोत्सवक पाँचम दिन अर्थात् मंगल दिन मट्कोर, छठ्म दिन रामजानकी विवाह आ तत्पश्चात् रामकलेवा होयत से जानकारी मन्दिरक महन्थ रामतपेश्वर दास वैष्णव देलन्हि ।