मनीष कर्ण, जनकपुर। दिसम्बर १३, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
विवाहपञ्चमी अन्तर्गत फूलबारी लीला सम्पन्न, आइ धनुष यज्ञ भऽ रहल अछि
प्राचीन मिथिलादेशक राजधानी एवं वर्तमान नेपालक मधेश-मिथिलाक राजधानी तथा हिन्दू धर्मावलम्बीक आस्थाकेन्द्र जनकपुर मे आयोजित सप्ताहव्यापी रामजानकी विवाह पञ्चमी महोत्सव अन्तर्गत शनि दिन फूलबारी लीला सम्पन्न भेल अछि ।
भगवान् श्रीराम आर जगज्जननी सीता जी केर पहिल मिलन जनकपुरक ओहि फूलबारी मे भेल जतय आइ एकटा अत्यन्त रमणीय स्मारक-स्थल आर रमणीय बगीचा सहितक स्थल जानकी मन्दिरक बगले मे अवस्थित अछि। राम आर लक्ष्मण जखन गुरु विश्वामित्र सँ आदेश लय नगर भ्रमण लेल निकललाह तखनहि एहि फूलबारी मे जानकी जी सखी सभक संग फूल तोड़य लेल आयल छलीह आ दुनू गोटा केँ देखादेखी होइते आँखि चारि यानि प्रथम प्रेम होयबाक बात कवि लोकनि रामायण मे गान करैत छथि।
निश्चित रूप सँ एहि महोत्सव केर एकटा प्रमुख अंग राम-जानकीक प्रथम भेंट यानि फूलवारी लीला केँ मानल जाएछ। एहि फूलबारी लीलाक आयोजना ओहि तर्ज पर होइत आबि रहल अछि जेना राम आर जानकी केँ देखादेखी पहिल बेर भेल छलन्हि।
जनकपुरक विवाहमण्डप मे राम आर सीताक मानव स्वरुप दैत त्रेतायुग मे जाहि तरहें भेंट भेल छल ताहि तरहें लीलाक स्वरुप देल गेल छल। विवाहपञ्चमी महोत्सव अन्तर्गत काल्हि नगरदर्शन सम्पन्न भेल छल। रवि दिन (आइ) धनुष यज्ञ होयत से जानकारी प्राप्त भेल अछि।
फूलबारी लीला मे विश्वामित्र, वशिष्ट गुरु सभक लीला दर्शन करबाक लेल विवाहमण्डप साइड मे पैघ संख्या मे श्रद्धालु भक्तजनक सहभागिता देखल गेल छल।
सप्ताहव्यापी विवाहपञ्चमी महोत्सवक मद्देनजर करैत जनकपुरक यूवा, समाजिक संघ-संस्था, नेपाल प्रहरी, सशस्त्र प्रहरी, नेपाली सेना लगायत युवा कमिटीक संयुक्त अगुवाइ मे मठ-मन्दिर सभक सर-सफाई सेहो कएल गेल छल।
विगत चारि मास सँ मधेस मे संविधान प्रति असंतुष्टिकआन्दोलनक कारण रामजानकी विवाह महोत्सव किछु प्रभावित भेल अछि। तहिना विवाहपञ्चमी केँ ध्यान मे राखि जानकी मन्दिर केँ सेहो विशेष रूप सँ सवाजट कैल गेल अछि। मन्दिरक छोटे महन्थ रामरोशन दास वैष्णव बतौलन्हि जे हरेक कार्य सुनियंत्रित ढंग सँ परंपराक अनुसार संपन्न कैल जायत। श्रद्धालू भक्तगण सबहक रहबाक ठौर-ठेगाना सेहो समुचित रेखदेख मे संपन्न कैल जा रहल अछि।