विशिष्ट व्यक्तित्व व हुनक कथन
हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला – २०१५ मे काल्हि १२ दिसम्बर – २०१५ केर संध्या मैथिली एवं भोजपुरीक महान गायिका ‘शारदा सिन्हा’ केर नाम रहल।
श्रीमती सिन्हा कहैत छथि, “सारणक श्रोता लोकनि मोन मोहि लेलनि। एतेक धैर्य आर सूधिबुधि बिसैरकय सुनैत लोक सबकेँ देखि गेबा मे अत्यंत आनंदक अनुभूति भेल। भोजपुरी सच्चे मे बहुत प्यार देलक अछि। मैथिली अगर हमर माय अछि तऽ भोजपुरी हमर मौसी अछि। धन्यवाद सोनपुर! जिला प्रशासन केँ विशेष धन्यवाद जे कार्यक्रम केर गरिमा केँ निरंतर दीप्तमान रखने रहला।”
मिथिलाक सुपौल जिला मे जन्म लेलनि संगीत सम्राज्ञी १९८० ई. सँ निरन्तर लोकगीत गायन कय रहली अछि। मैथिली, भोजपुरी आर मगही भाषा मे हिनक गीतक लोकप्रियता जन-जन केर मनक गुनगुनाहट मे बसैत अछि। मिथिला मे तऽ एहेन कोनो दिन नहि, एहेन कोनो समय नहि आर एहेन कोनो अवसर नहि जाहि ठाम हिनक मधुर स्वर मे गान होइत लाउडस्पीकर पर नहि सुनाय पड़त। ओ चाहे भोरुकबा प्राती गेबाक बेर हो, वा हो भगवद्भजन केर भोरुक समय, या हो चढैत जवानी दुपहरियाक बेर या संध्या या सुतली राइत – हरेक समय हिनकर स्वर मे गायन लोक केँ मन-लोभावन लगैत रहैत अछि।
विदित हो जे संगीतक दुनियामे हिनकर विशेष योगदानकेँ भारत सरकार कद्र करैत हिनका ‘पद्मश्री’ सँ सेहो सम्मानित केने अछि। हम सब बड़भागी भेलहुँ जे हिनक समकालीन होइत हिनकर दर्शन आ श्रवण कय पेलहुँ। ईश्वर हिनका दीर्घायू बनबय जाहि सँ ई अहिना मिथिला सहित समस्त भारतक नाम रौशन करैत रहती। जय मिथिला – जय जय मिथिला!!